1 Chronicles 4:10
और याबेस ने इस्राएल के परमेश्वर को यह कह कर पुकारा, कि भला होता, कि तू मुझे सचमुच आशीष देता, और मेरा देश बढाता, और तेरा हाथ मेरे साथ रहता, और तू मुझे बुराई से ऐसा बचा रखता कि मैं उस से पीड़ित न होता! और जो कुछ उसने मांगा, वह परमेश्वर ने उसे दिया।
1 Chronicles 4:10 in Other Translations
King James Version (KJV)
And Jabez called on the God of Israel, saying, Oh that thou wouldest bless me indeed, and enlarge my coast, and that thine hand might be with me, and that thou wouldest keep me from evil, that it may not grieve me! And God granted him that which he requested.
American Standard Version (ASV)
And Jabez called on the God of Israel, saying, Oh that thou wouldest bless me indeed, and enlarge my border, and that thy hand might be with me, and that thou wouldest keep me from evil, that it be not to my sorrow! And God granted him that which he requested.
Bible in Basic English (BBE)
And Jabez made a prayer to the God of Israel, saying, If only you would truly give me a blessing, and make wider the limits of my land, and let your hand be with me, and keep me from evil, so that I may not be troubled by it! And God gave him his desire.
Darby English Bible (DBY)
And Jabez called on the God of Israel saying, Oh that thou wouldest richly bless me, and enlarge my border, and that thy hand might be with me, and that thou wouldest keep me from evil, that it may not grieve me! And God brought about what he had requested.
Webster's Bible (WBT)
And Jabez called on the God of Israel, saying, Oh that thou wouldst bless me indeed, and enlarge my border, and that thy hand might be with me, and that thou wouldst keep me from evil, that it may not grieve me! And God granted him that which he requested.
World English Bible (WEB)
Jabez called on the God of Israel, saying, Oh that you would bless me indeed, and enlarge my border, and that your hand might be with me, and that you would keep me from evil, that it not be to my sorrow! God granted him that which he requested.
Young's Literal Translation (YLT)
And Jabez calleth to the God of Israel, saying, `If blessing Thou dost bless me, then Thou hast made great my border, and Thy hand hath been with me, and Thou hast kept `me' from evil -- not to grieve me;' and God bringeth in that which he asked.
| And Jabez | וַיִּקְרָ֣א | wayyiqrāʾ | va-yeek-RA |
| called | יַ֠עְבֵּץ | yaʿbēṣ | YA-bayts |
| on the God | לֵֽאלֹהֵ֨י | lēʾlōhê | lay-loh-HAY |
| Israel, of | יִשְׂרָאֵ֜ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
| saying, | לֵאמֹ֗ר | lēʾmōr | lay-MORE |
| Oh that | אִם | ʾim | eem |
| bless wouldest thou | בָּרֵ֨ךְ | bārēk | ba-RAKE |
| me indeed, | תְּבָרֲכֵ֜נִי | tĕbārăkēnî | teh-va-ruh-HAY-nee |
| and enlarge | וְהִרְבִּ֤יתָ | wĕhirbîtā | veh-heer-BEE-ta |
| אֶת | ʾet | et | |
| coast, my | גְּבוּלִי֙ | gĕbûliy | ɡeh-voo-LEE |
| and that thine hand | וְהָֽיְתָ֤ה | wĕhāyĕtâ | veh-ha-yeh-TA |
| be might | יָֽדְךָ֙ | yādĕkā | ya-deh-HA |
| with | עִמִּ֔י | ʿimmî | ee-MEE |
| keep wouldest thou that and me, | וְעָשִׂ֥יתָ | wĕʿāśîtā | veh-ah-SEE-ta |
| me from evil, | מֵּֽרָעָ֖ה | mērāʿâ | may-ra-AH |
| not may it that | לְבִלְתִּ֣י | lĕbiltî | leh-veel-TEE |
| grieve | עָצְבִּ֑י | ʿoṣbî | ohts-BEE |
| me! And God | וַיָּבֵ֥א | wayyābēʾ | va-ya-VAY |
| granted | אֱלֹהִ֖ים | ʾĕlōhîm | ay-loh-HEEM |
| him | אֵ֥ת | ʾēt | ate |
| that which | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
| he requested. | שָׁאָֽל׃ | šāʾāl | sha-AL |
Cross Reference
Matthew 7:7
मांगो, तो तुम्हें दिया जाएगा; ढूंढ़ो, तो तुम पाओगे; खटखटाओ, तो तुम्हारे लिये खोला जाएगा।
John 10:28
और मैं उन्हें अनन्त जीवन देता हूं, और वे कभी नाश न होंगी, और कोई उन्हें मेरे हाथ से छीन न लेगा।
Psalm 116:1
मैं प्रेम रखता हूं, इसलिये कि यहोवा ने मेरे गिड़गिड़ाने को सुना है।
2 Timothy 4:18
और प्रभु मुझे हर एक बुरे काम से छुड़ाएगा, और अपने स्वर्गीय राज्य में उद्धार कर के पहुंचाएगा: उसी की महिमा युगानुयुग होती रहे। आमीन॥
Psalm 119:173
तेरा हाथ मेरी सहायता करने को तैयार रहता है, क्योंकि मैं ने तेरे उपदेशों को अपनाया है।
Isaiah 41:10
मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूं, इधर उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूं; मैं तुझे दृढ़ करूंगा और तेरी सहायता करूंगा, अपने धर्ममय दाहिने हाथ से मैं तुझे सम्हाले रहूंगा॥
Psalm 66:19
परन्तु परमेश्वर ने तो सुना है; उसने मेरी प्रार्थना की ओर ध्यान दिया है॥
Psalm 65:2
हे प्रार्थना के सुनने वाले! सब प्राणी तेरे ही पास आएंगे।
Psalm 55:16
परन्तु मैं तो परमेश्वर को पुकारूंगा; और यहोवा मुझे बचा लेगा।
Psalm 51:8
मुझे हर्ष और आनन्द की बातें सुना, जिस से जो हडि्डयां तू ने तोड़ डाली हैं वह मगन हो जाएं।
Psalm 21:4
उसने तुझ से जीवन मांगा, ओर तू ने जीवन दान दिया; तू ने उसको युगानुयुग का जीवन दिया है।
Joshua 17:14
यूसुफ की सन्तान यहोशू से कहने लगी, हम तो गिनती में बहुत हैं, क्योंकि अब तक यहोवा हमें आशीष ही देता आया है, फिर तू ने हमारे भाग के लिये चिट्ठी डालकर क्यों एक ही अंश दिया है?
Psalm 72:17
उसका नाम सदा सर्वदा बना रहेगा; जब तक सूर्य बना रहेगा, तब तक उसका नाम नित्य नया होता रहेगा, और लोग अपने को उसके कारण धन्य गिनेंगे, सारी जातियां उसको भाग्यवान कहेंगी॥
Psalm 99:6
उसके याजकों में मूसा और हारून, और उसके प्रार्थना करने वालों में से शमूएल यहोवा को पुकारते थे, और वह उनकी सुन लेता था।
Proverbs 10:22
धन यहोवा की आशीष ही से मिलता है, और वह उसके साथ दु:ख नहीं मिलाता।
Isaiah 41:17
जब दीन और दरिद्र लोग जल ढूंढ़ने पर भी न पाएं और उनका तालू प्यास के मारे सूख जाए; मैं यहोवा उनकी बिनती सुनूंगा, मैं इस्राएल का परमेश्वर उन को त्याग न दूंगां
Jeremiah 33:3
मुझ से प्रार्थना कर और मैं तेरी सुन कर तुझे बढ़ी-बड़ी और कठिन बातें बताऊंगा जिन्हें तू अभी नहीं समझता।
Romans 10:12
यहूदियों और यूनानियों में कुछ भेद नहीं, इसलिये कि वह सब का प्रभु है; और अपने सब नाम लेने वालों के लिये उदार है।
Ephesians 1:3
हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता का धन्यवाद हो, कि उस ने हमें मसीह में स्वर्गीय स्थानों में सब प्रकार की आशीष दी है।
Ephesians 3:20
अब जो ऐसा सामर्थी है, कि हमारी बिनती और समझ से कहीं अधिक काम कर सकता है, उस सामर्थ के अनुसार जो हम में कार्य करता है,
Genesis 48:16
और वही दूत मुझे सारी बुराई से छुड़ाता आया है, वही अब इन लड़कों को आशीष दे; और ये मेरे और मेरे बापदादे इब्राहीम और इसहाक के कहलाएं; और पृथ्वी में बहुतायत से बढ़ें।
1 Corinthians 1:2
परमेश्वर की उस कलीसिया के नाम जो कुरिन्थुस में है, अर्थात उन के नाम जो मसीह यीशु में पवित्र किए गए, और पवित्र होने के लिये बुलाए गए हैं; और उन सब के नाम भी जो हर जगह हमारे और अपने प्रभु यीशु मसीह के नाम की प्रार्थना करते हैं।
Job 22:27
और तू उस से प्रार्थना करेगा, और वह तेरी सुनेगा; और तू अपनी मन्नतों को पूरी करेगा।
Genesis 12:2
और मैं तुझ से एक बड़ी जाति बनाऊंगा, और तुझे आशीष दूंगा, और तेरा नाम बड़ा करूंगा, और तू आशीष का मूल होगा।
Genesis 12:8
फिर वहां से कूच करके, वह उस पहाड़ पर आया, जो बेतेल के पूर्व की ओर है; और अपना तम्बू उस स्थान में खड़ा किया जिसकी पच्छिम की ओर तो बेतेल, और पूर्व की ओर ऐ है; और वहां भी उसने यहोवा के लिये एक वेदी बनाई: और यहोवा से प्रार्थना की
Genesis 32:26
तब उसने कहा, मुझे जाने दे, क्योंकि भोर हुआ चाहता है; याकूब ने कहा जब तक तू मुझे आशीर्वाद न दे, तब तक मैं तुझे जाने न दूंगा।
Genesis 32:28
उसने कहा तेरा नाम अब याकूब नहीं, परन्तु इस्राएल होगा, क्योंकि तू परमेश्वर से और मनुष्यों से भी युद्ध कर के प्रबल हुआ है।
Genesis 33:20
और वहां उसने एक वेदी बना कर उसका नाम एलेलोहे इस्राएल रखा॥
Judges 1:27
मनश्शे ने अपने अपने गांवों समेत बेतशान, तानाक, दोर, यिबलाम, और मगिद्दों के निवासियों को न निकाला; इस प्रकार कनानी उस देश में बसे ही रहे।
1 Samuel 1:17
एली ने कहा, कुशल से चली जा; इस्राएल का परमेश्वर तुझे मन चाहा वर दे।
1 Kings 3:7
और अब हे मेरे परमेश्वर यहोवा! तूने अपने दास को मेरे पिता दाऊद के स्थान पर राजा किया है, परन्तु मैं छोटा लड़का सा हूँ जो भीतर बाहर आना जाना नहीं जानता।
1 Chronicles 16:8
यहोवा का धन्यवाद करो, उस से प्रार्थना करो; देश देश में उसके कामों का प्रचार करो।
Proverbs 30:8
अर्थात व्यर्थ और झूठी बात मुझ से दूर रख; मुझे न तो निर्धन कर और न धनी बना; प्रतिदिन की रोटी मुझे खिलाया कर।
Matthew 6:13
और हमें परीक्षा में न ला, परन्तु बुराई से बचा; क्योंकि राज्य और पराक्रम और महिमा सदा तेरे ही हैं।” आमीन।
Matthew 26:75
तब पतरस को यीशु की कही हुई बात स्मरण आई की मुर्ग के बांग देने से पहिले तू तीन बार मेरा इन्कार करेगा और वह बाहर जाकर फूट फूट कर रोने लगा॥
Luke 19:42
और कहा, क्या ही भला होता, कि तू; हां, तू ही, इसी दिन में कुशल की बातें जानता, परन्तु अब वे तेरी आंखों से छिप गई हैं।
John 21:17
उस ने तीसरी बार उस से कहा, हे शमौन, यूहन्ना के पुत्र, क्या तू मुझ से प्रीति रखता है? पतरस उदास हुआ, कि उस ने उसे तीसरी बार ऐसा कहा; कि क्या तू मुझ से प्रीति रखता है? और उस से कहा, हे प्रभु, तू तो सब कुछ जानता है: तू यह जानता है कि मैं तुझ से प्रीति रखता हूं: यीशु ने उस से कहा, मेरी भेड़ों को चरा।
Acts 3:26
परमेश्वर ने अपने सेवक को उठाकर पहिले तुम्हारे पास भेजा, कि तुम में से हर एक को उस की बुराइयों से फेरकर आशीष दे॥
Romans 12:9
प्रेम निष्कपट हो; बुराई से घृणा करो; भलाई मे लगे रहो।
Romans 16:19
तुम्हारे आज्ञा मानने की चर्चा सब लोगों में फैल गई है; इसलिये मैं तुम्हारे विषय में आनन्द करता हूं; परन्तु मैं यह चाहता हूं, कि तुम भलाई के लिये बुद्धिमान, परन्तु बुराई के लिये भोले बने रहो।
2 Corinthians 2:1
मैंने अपने मन में यही ठान लिया था कि फिर तुम्हारे पास उदास होकर न आऊं।
Revelation 3:19
मैं जिन जिन से प्रीति रखता हूं, उन सब को उलाहना और ताड़ना देता हूं, इसलिये सरगर्म हो, और मन फिरा।
Psalm 51:12
अपने किए हुए उद्धार का हर्ष मुझे फिर से दे, और उदार आत्मा देकर मुझे सम्भाल॥