1 Chronicles 21:3
योआब ने कहा, यहोवा की प्रजा के कितने ही क्यों न हों, वह उन को सौ गुना बढ़ा दे; परन्तु हे मेरे प्रभु! हे राजा! क्या वे सब राजा के आधीन नहीं हैं? मेरा प्रभु ऐसी बात क्यों चाहता है? वह इस्राएल पर दोष लगने का कारण क्यों बने?
And Joab | וַיֹּ֣אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
answered, | יוֹאָ֗ב | yôʾāb | yoh-AV |
The Lord | יוֹסֵף֩ | yôsēp | yoh-SAFE |
people his make | יְהוָ֨ה | yĕhwâ | yeh-VA |
an hundred | עַל | ʿal | al |
times | עַמּ֤וֹ׀ | ʿammô | AH-moh |
more many so | כָּהֵם֙ | kāhēm | ka-HAME |
as they | מֵאָ֣ה | mēʾâ | may-AH |
lord my but, be: | פְעָמִ֔ים | pĕʿāmîm | feh-ah-MEEM |
the king, | הֲלֹא֙ | hălōʾ | huh-LOH |
not they are | אֲדֹנִ֣י | ʾădōnî | uh-doh-NEE |
all | הַמֶּ֔לֶךְ | hammelek | ha-MEH-lek |
my lord's | כֻּלָּ֥ם | kullām | koo-LAHM |
servants? | לַֽאדֹנִ֖י | laʾdōnî | la-doh-NEE |
why | לַֽעֲבָדִ֑ים | laʿăbādîm | la-uh-va-DEEM |
lord my doth then | לָ֣מָּה | lāmmâ | LA-ma |
require | יְבַקֵּ֥שׁ | yĕbaqqēš | yeh-va-KAYSH |
thing? this | זֹאת֙ | zōt | zote |
why | אֲדֹנִ֔י | ʾădōnî | uh-doh-NEE |
will he be | לָ֛מָּה | lāmmâ | LA-ma |
trespass of cause a | יִֽהְיֶ֥ה | yihĕye | yee-heh-YEH |
to Israel? | לְאַשְׁמָ֖ה | lĕʾašmâ | leh-ash-MA |
לְיִשְׂרָאֵֽל׃ | lĕyiśrāʾēl | leh-yees-ra-ALE |