1 Kings 19:11
उसने कहा, निकलकर यहोवा के सम्मुख पर्वत पर खड़ा हो। और यहोवा पास से हो कर चला, और यहोवा के साम्हने एक बड़ी प्रचण्ड आन्धी से पहाड़ फटने और चट्टानें टूटने लगीं, तौभी यहोवा उस आन्धी में न था; फिर आन्धी के बाद भूंईडोल हूआ, तौभी यहोवा उस भूंईडोल में न था।
1 Kings 19:11 in Other Translations
King James Version (KJV)
And he said, Go forth, and stand upon the mount before the LORD. And, behold, the LORD passed by, and a great and strong wind rent the mountains, and brake in pieces the rocks before the LORD; but the LORD was not in the wind: and after the wind an earthquake; but the LORD was not in the earthquake:
American Standard Version (ASV)
And he said, Go forth, and stand upon the mount before Jehovah. And, behold, Jehovah passed by, and a great and strong wind rent the mountains, and brake in pieces the rocks before Jehovah; but Jehovah was not in the wind: and after the wind an earthquake; but Jehovah was not in the earthquake:
Bible in Basic English (BBE)
Then he said, Go out and take your place on the mountain before the Lord. Then the Lord went by, and mountains were parted by the force of a great wind, and rocks were broken before the Lord; but the Lord was not in the wind. And after the wind there was an earth-shock, but the Lord was not in the earth-shock.
Darby English Bible (DBY)
And he said, Go forth, and stand upon the mount before Jehovah. And behold, Jehovah passed by, and a great and strong wind rent the mountains, and broke in pieces the rocks before Jehovah: Jehovah was not in the wind. And after the wind, an earthquake: Jehovah was not in the earthquake.
Webster's Bible (WBT)
And he said, Go forth, and stand upon the mount before the LORD. And behold, the LORD passed by, and a great and strong wind rent the mountains, and broke in pieces the rocks before the LORD; but the LORD was not in the wind: and after the wind an earthquake; but the LORD was not in the earthquake:
World English Bible (WEB)
He said, Go forth, and stand on the mountain before Yahweh. Behold, Yahweh passed by, and a great and strong wind tore the mountains, and broke in pieces the rocks before Yahweh; but Yahweh was not in the wind: and after the wind an earthquake; but Yahweh was not in the earthquake:
Young's Literal Translation (YLT)
And He saith, `Go out, and thou hast stood in the mount before Jehovah.' And lo, Jehovah is passing by, and a wind -- great and strong -- is rending mountains, and shivering rocks before Jehovah: -- not in the wind `is' Jehovah; and after the wind a shaking: -- not in the shaking `is' Jehovah;
| And he said, | וַיֹּ֗אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
| Go forth, | צֵ֣א | ṣēʾ | tsay |
| and stand | וְעָֽמַדְתָּ֣ | wĕʿāmadtā | veh-ah-mahd-TA |
| mount the upon | בָהָר֮ | bāhār | va-HAHR |
| before | לִפְנֵ֣י | lipnê | leef-NAY |
| the Lord. | יְהוָה֒ | yĕhwāh | yeh-VA |
| And, behold, | וְהִנֵּ֧ה | wĕhinnē | veh-hee-NAY |
| Lord the | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| passed by, | עֹבֵ֗ר | ʿōbēr | oh-VARE |
| and a great | וְר֣וּחַ | wĕrûaḥ | veh-ROO-ak |
| strong and | גְּדוֹלָ֡ה | gĕdôlâ | ɡeh-doh-LA |
| wind | וְחָזָ֞ק | wĕḥāzāq | veh-ha-ZAHK |
| rent | מְפָרֵק֩ | mĕpārēq | meh-fa-RAKE |
| the mountains, | הָרִ֨ים | hārîm | ha-REEM |
| pieces in brake and | וּמְשַׁבֵּ֤ר | ûmĕšabbēr | oo-meh-sha-BARE |
| the rocks | סְלָעִים֙ | sĕlāʿîm | seh-la-EEM |
| before | לִפְנֵ֣י | lipnê | leef-NAY |
| Lord; the | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| but the Lord | לֹ֥א | lōʾ | loh |
| was not | בָר֖וּחַ | bārûaḥ | va-ROO-ak |
| wind: the in | יְהוָ֑ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| and after | וְאַחַ֤ר | wĕʾaḥar | veh-ah-HAHR |
| the wind | הָר֨וּחַ | hārûaḥ | ha-ROO-ak |
| an earthquake; | רַ֔עַשׁ | raʿaš | RA-ash |
| Lord the but | לֹ֥א | lōʾ | loh |
| was not | בָרַ֖עַשׁ | bāraʿaš | va-RA-ash |
| in the earthquake: | יְהוָֽה׃ | yĕhwâ | yeh-VA |
Cross Reference
Ezekiel 1:4
जब मैं देखने लगा, तो क्या देखता हूँ कि उत्तर दिशा से बड़ी घटा, और लहराती हुई आग सहित बड़ी आंधी आ रही है; और घटा के चारों ओर प्रकाश और आग के बीचों-बीच से झलकाया हुआ पीतल सा कुछ दिखाई देता है।
Exodus 24:12
तब यहोवा ने मूसा से कहा, पहाड़ पर मेरे पास चढ़, और वहां रह; और मैं तुझे पत्थर की पटियाएं, और अपनी लिखी हुई व्यवस्था और आज्ञा दूंगा, कि तू उन को सिखाए।
Ezekiel 37:7
इस आज्ञा के अनुसार मैं भविष्यद्वाणी करने लगा; और मैं भविष्यद्वाणी कर ही रहा था, कि एक आहट आई, और भुईडोल हुआ, और वे हड्डियां इकट्ठी हो कर हड्डी से हड्डी जुड़ गई।
Exodus 19:20
और यहोवा सीनै पर्वत की चोटी पर उतरा; और मूसा को पर्वत की चोटी पर बुलाया और मूसा ऊपर चढ़ गया।
Exodus 24:18
तब मूसा बादल के बीच में प्रवेश करके पर्वत पर चढ़ गया। और मूसा पर्वत पर चालीस दिन और चालीस रात रहा॥
Exodus 34:2
और बिहान को तैयार रहना, और भोर को सीनै पर्वत पर चढ़कर उसकी चोटी पर मेरे साम्हने खड़ा होना।
Hebrews 12:18
तुम तो उस पहाड़ के पास जो छूआ जा सकता था और आग से प्रज्वलित था, और काली घटा, और अन्धेरा, और आन्धी के पास।
Matthew 27:51
और देखो मन्दिर का परदा ऊपर से नीचे तक फट कर दो टुकड़े हो गया: और धरती डोल गई और चटानें तड़क गईं।
Matthew 28:2
और देखो एक बड़ा भुईंडोल हुआ, क्योंकि प्रभु का एक दूत स्वर्ग से उतरा, और पास आकर उसने पत्थर को लुढ़का दिया, और उस पर बैठ गया।
Hebrews 12:26
उस समय तो उसके शब्द ने पृथ्वी को हिला दिया पर अब उस ने यह प्रतिज्ञा की है, कि एक बार फिर मैं केवल पृथ्वी को नहीं, वरन आकाश को भी हिला दूंगा।
2 Peter 1:17
कि उस ने परमेश्वर पिता से आदर, और महिमा पाई जब उस प्रतापमय महिमा में से यह वाणी आई कि यह मेरा प्रिय पुत्र है जिस से मैं प्रसन्न हूं।
Revelation 11:19
और परमेश्वर का जो मन्दिर स्वर्ग में है, वह खोला गया, और उसके मन्दिर में उस की वाचा का सन्दूक दिखाई दिया, और बिजलियां और शब्द और गर्जन और भुइंडोल हुए, और बड़े बड़े ओले पड़े॥
Revelation 16:18
फिर बिजलियां, और शब्द, और गर्जन हुए, और एक ऐसा बड़ा भुइंडोल हुआ, कि जब से मनुष्य की उत्पत्ति पृथ्वी पर हुई, तब से ऐसा बड़ा भुइंडोल कभी न हुआ था।
Revelation 20:11
फिर मैं ने एक बड़ा श्वेत सिंहासन और उस को जो उस पर बैठा हुआ है, देखा, जिस के साम्हने से पृथ्वी और आकाश भाग गए, और उन के लिये जगह न मिली।
Matthew 24:7
क्योंकि जाति पर जाति, और राज्य पर राज्य चढ़ाई करेगा, और जगह जगह अकाल पड़ेंगे, और भुईंडोल होंगे।
Matthew 17:1
छ: दिन के बाद यीशु ने पतरस और याकूब और उसके भाई यूहन्ना को साथ लिया, और उन्हें एकान्त में किसी ऊंचे पहाड़ पर ले गया।
Exodus 20:18
और सब लोग गरजने और बिजली और नरसिंगे के शब्द सुनते, और धुआं उठते हुए पर्वत को देखते रहे, और देख के, कांपकर दूर खड़े हो गए;
Exodus 33:21
फिर यहोवा ने कहा, सुन, मेरे पास एक स्थान है, तू उस चट्टान पर खड़ा हो;
Exodus 34:6
और यहोवा उसके साम्हने हो कर यों प्रचार करता हुआ चला, कि यहोवा, यहोवा, ईश्वर दयालु और अनुग्रहकारी, कोप करने में धीरजवन्त, और अति करूणामय और सत्य,
1 Samuel 14:15
और छावनी में, और मैदान पर, और उन सब लोगों में थरथराहट हुई; और चौकी वाले और नाश करने वाले भी थरथराने लगे; और भुईंडोल भी हुआ; और अत्यन्त बड़ी थरथराहट हुई।
Job 38:1
तब यहोवा ने अय्यूब को आँधी में से यूं उत्तर दिया,
Psalm 50:3
हमारा परमेश्वर आएगा और चुपचाप न रहेगा, आग उसके आगे आगे भस्म करती जाएगी; और उसके चारों ओर बड़ी आंधी चलेगी।
Psalm 68:8
तब पृथ्वी कांप उठी, और आकाश भी परमेश्वर के साम्हने टपकने लगा, उधर सीनै पर्वत परमेश्वर, हां इस्राएल के परमेश्वर के साम्हने कांप उठा।
Isaiah 30:30
और यहोवा अपनी प्रतापीवाणी सुनाएगा, और अपना क्रोध भड़काता और आग की लौ से भस्म करता हुआ, और प्रचण्ड आन्धी और अति वर्षा और ओलों के साथ अपना भुजबल दिखाएगा।
Nahum 1:3
यहोवा विलम्ब से क्रोध करने वाला और बड़ा शक्तिमान है; वह दोषी को किसी प्रकार निर्दोष न ठहराएगा॥ यहोवा बवंडर और आंधी में हो कर चलता है, और बादल उसके पांवों की धूलि है।
Nahum 1:5
उसके स्पर्श से पहाड़ कांप उठते हैं और पहाडिय़ां गल जाती हैं; उसके प्रताप से पृथ्वी वरन सारा संसार अपने सब रहने वालों समेत थरथरा उठता है॥
Habakkuk 3:3
ईश्वर तेमान से आया, पवित्र ईश्वर परान पर्वत से आ रहा है। उसका तेज आकाश पर छाया हुआ है, और पृथ्वी उसकी स्तुति से परिपूर्ण हो गई है॥
Zechariah 4:6
तब उसने मुझे उत्तर देकर कहा, जरूब्बाबेल के लिये यहोवा का यह वचन है : न तो बल से, और न शक्ति से, परन्तु मेरे आत्मा के द्वारा होगा, मुझ सेनाओं के यहोवा का यही वचन है।
Zechariah 14:5
तब तुम मेरे बनाए हुए उस खड्ड से होकर भाग जाओगे, क्योंकि वह खड्ड आसेल तक पहुंचेगा, वरन तुम ऐसे भागोगे जैसे उस भुईंडोल के डर से भागे थे जो यहूदा के राजा उज्जियाह के दिनों में हुआ था। तब मेरा परमेश्वर यहोवा आएगा, और सब पवित्र लोग उसके साथ होंगे॥
Exodus 19:16
जब तीसरा दिन आया तब भोर होते बादल गरजने और बिजली चमकने लगी, और पर्वत पर काली घटा छा गई, फिर नरसिंगे का शब्द बड़ा भरी हुआ, और छावनी में जितने लोग थे सब कांप उठे।