1 Samuel 2:17
इसलिये उन जवानों का पाप यहोवा की दृष्टि में बहुत भारी हुआ; क्योंकि वे मनुष्य यहोवा की भेंट का तिरस्कार करते थे॥
Wherefore the sin | וַתְּהִ֨י | wattĕhî | va-teh-HEE |
men young the of | חַטַּ֧את | ḥaṭṭat | ha-TAHT |
was | הַנְּעָרִ֛ים | hannĕʿārîm | ha-neh-ah-REEM |
very | גְּדוֹלָ֥ה | gĕdôlâ | ɡeh-doh-LA |
great | מְאֹ֖ד | mĕʾōd | meh-ODE |
אֶת | ʾet | et | |
before | פְּנֵ֣י | pĕnê | peh-NAY |
the Lord: | יְהוָ֑ה | yĕhwâ | yeh-VA |
for | כִּ֤י | kî | kee |
men | נִֽאֲצוּ֙ | niʾăṣû | nee-uh-TSOO |
abhorred | הָֽאֲנָשִׁ֔ים | hāʾănāšîm | ha-uh-na-SHEEM |
אֵ֖ת | ʾēt | ate | |
the offering | מִנְחַ֥ת | minḥat | meen-HAHT |
of the Lord. | יְהוָֽה׃ | yĕhwâ | yeh-VA |