1 Samuel 20:30
तब शाऊल का कोप योनातन पर भड़क उठा, और उसने उस से कहा, हे कुटिला राजद्रोही के पुत्र, क्या मैं नहीं जानता कि तेरा मन तो यिशै के पुत्र पर लगा है? इसी से तेरी आशा का टूटना और तेरी माता का अनादर ही होगा।
Then Saul's | וַיִּֽחַר | wayyiḥar | va-YEE-hahr |
anger | אַ֤ף | ʾap | af |
was kindled | שָׁאוּל֙ | šāʾûl | sha-OOL |
Jonathan, against | בִּיה֣וֹנָתָ֔ן | bîhônātān | bee-HOH-na-TAHN |
and he said | וַיֹּ֣אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
son Thou him, unto | ל֔וֹ | lô | loh |
of the perverse | בֶּֽן | ben | ben |
rebellious | נַעֲוַ֖ת | naʿăwat | na-uh-VAHT |
woman, do not | הַמַּרְדּ֑וּת | hammardût | ha-mahr-DOOT |
know I | הֲל֣וֹא | hălôʾ | huh-LOH |
that | יָדַ֗עְתִּי | yādaʿtî | ya-DA-tee |
thou | כִּֽי | kî | kee |
hast chosen | בֹחֵ֤ר | bōḥēr | voh-HARE |
son the | אַתָּה֙ | ʾattāh | ah-TA |
of Jesse | לְבֶן | lĕben | leh-VEN |
confusion, own thine to | יִשַׁ֔י | yišay | yee-SHAI |
confusion the unto and | לְבָ֨שְׁתְּךָ֔ | lĕbāšĕttĕkā | leh-VA-sheh-teh-HA |
of thy mother's | וּלְבֹ֖שֶׁת | ûlĕbōšet | oo-leh-VOH-shet |
nakedness? | עֶרְוַ֥ת | ʿerwat | er-VAHT |
אִמֶּֽךָ׃ | ʾimmekā | ee-MEH-ha |