1 Samuel 30:1
तीसरे दिन जब दाऊद अपने जनों समेत सिकलग पहुंचा, तब उन्होंने क्या देखा, कि अमालेकियों ने दक्खिन देश और सिकलग पर चढ़ाई की। और सिकलग को मार के फूंक दिया,
And it came to pass, | וַיְהִ֞י | wayhî | vai-HEE |
when David | בְּבֹ֨א | bĕbōʾ | beh-VOH |
men his and | דָוִ֧ד | dāwid | da-VEED |
were come | וַֽאֲנָשָׁ֛יו | waʾănāšāyw | va-uh-na-SHAV |
to Ziklag | צִֽקְלַ֖ג | ṣiqĕlag | tsee-keh-LAHɡ |
third the on | בַּיּ֣וֹם | bayyôm | BA-yome |
day, | הַשְּׁלִישִׁ֑י | haššĕlîšî | ha-sheh-lee-SHEE |
Amalekites the that | וַעֲמָֽלֵקִ֣י | waʿămālēqî | va-uh-ma-lay-KEE |
had invaded | פָֽשְׁט֗וּ | pāšĕṭû | fa-sheh-TOO |
אֶל | ʾel | el | |
the south, | נֶ֙גֶב֙ | negeb | NEH-ɡEV |
and Ziklag, | וְאֶל | wĕʾel | veh-EL |
smitten and | צִ֣קְלַ֔ג | ṣiqlag | TSEEK-LAHɡ |
וַיַּכּוּ֙ | wayyakkû | va-ya-KOO | |
Ziklag, | אֶת | ʾet | et |
and burned | צִ֣קְלַ֔ג | ṣiqlag | TSEEK-LAHɡ |
it with fire; | וַיִּשְׂרְפ֥וּ | wayyiśrĕpû | va-yees-reh-FOO |
אֹתָ֖הּ | ʾōtāh | oh-TA | |
בָּאֵֽשׁ׃ | bāʾēš | ba-AYSH |