2 Kings 17:33
वे यहोवा का भय मानते तो थे, परन्तु उन जातियों की रीति पर, जिनके बीच से वे निकाले गए थे, अपने अपने देवताओं की भी उपासना करते रहे।
They feared | אֶת | ʾet | et |
יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA | |
הָי֣וּ | hāyû | ha-YOO | |
the Lord, | יְרֵאִ֑ים | yĕrēʾîm | yeh-ray-EEM |
served and | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
אֱלֹֽהֵיהֶם֙ | ʾĕlōhêhem | ay-loh-hay-HEM | |
their own gods, | הָי֣וּ | hāyû | ha-YOO |
manner the after | עֹֽבְדִ֔ים | ʿōbĕdîm | oh-veh-DEEM |
of the nations | כְּמִשְׁפַּט֙ | kĕmišpaṭ | keh-meesh-PAHT |
whom | הַגּוֹיִ֔ם | haggôyim | ha-ɡoh-YEEM |
אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER | |
they carried away | הִגְל֥וּ | higlû | heeɡ-LOO |
from thence. | אֹתָ֖ם | ʾōtām | oh-TAHM |
מִשָּֽׁם׃ | miššām | mee-SHAHM |