2 Samuel 12:5
तब दाऊद का कोप उस मनुष्य पर बहुत भड़का; और उसने नातान से कहा, यहोवा के जीवन की शपथ, जिस मनुष्य ने ऐसा काम किया वह प्राण दण्ड के योग्य है;
And David's | וַיִּֽחַר | wayyiḥar | va-YEE-hahr |
anger | אַ֥ף | ʾap | af |
was greatly | דָּוִ֛ד | dāwid | da-VEED |
kindled | בָּאִ֖ישׁ | bāʾîš | ba-EESH |
man; the against | מְאֹ֑ד | mĕʾōd | meh-ODE |
and he said | וַיֹּ֙אמֶר֙ | wayyōʾmer | va-YOH-MER |
to | אֶל | ʾel | el |
Nathan, | נָתָ֔ן | nātān | na-TAHN |
Lord the As | חַי | ḥay | hai |
liveth, | יְהוָ֕ה | yĕhwâ | yeh-VA |
the man | כִּ֣י | kî | kee |
done hath that | בֶן | ben | ven |
this | מָ֔וֶת | māwet | MA-vet |
thing shall surely | הָאִ֖ישׁ | hāʾîš | ha-EESH |
die: | הָֽעֹשֶׂ֥ה | hāʿōśe | ha-oh-SEH |
זֹֽאת׃ | zōt | zote |
Cross Reference
1 Samuel 26:16
जो काम तू ने किया है वह अच्छा नहीं। यहोवा के जीवन की शपथ तुम लोग मारे जाने के योग्य हो, क्योंकि तुम ने अपने स्वामी, यहोवा के अभिषिक्त की चौकसी नहीं की। और अब देख, राजा का भाला और पानी की झारी जो उसके सिरहाने थी वे कहां हैं?
Luke 6:41
तू अपने भाई की आंख के तिनके को क्यों देखता है, और अपनी ही आंख का लट्ठा तुझे नहीं सूझता
Genesis 38:24
और तीन महीने के पीछे यहूदा को यह समाचार मिला, कि तेरी बहू तामार ने व्यभिचार किया है; वरन वह व्यभिचार से गर्भवती भी हो गई है। तब यहूदा ने कहा, उसको बाहर ले आओ, कि वह जलाई जाए।
1 Samuel 14:39
क्योंकि इस्राएल के छुड़ाने वाले यहोवा के जीवन की शपथ, यदि वह पाप मेरे पुत्र योनातान से हुआ हो, तौभी निश्चय वह मार डाला जाएगा। परन्तु लोगों में से किसी ने उसे उत्तर न दिया।
1 Samuel 20:31
क्योंकि जब तक यिशै का पुत्र भूमि पर जीवित रहेगा, तब तक न तो तू और न तेरा राज्य स्थिर रहेगा। इसलिये अभी भेज कर उसे मेरे पास ला, क्योंकि निश्चय वह मार डाला जाएगा।
1 Samuel 25:21
दाऊद ने तो सोचा था, कि मैं ने जो जंगल में उसके सब माल की ऐसी रक्षा की कि उसका कुछ भी न खोया, यह नि:सन्देह व्यर्थ हुआ; क्योंकि उसने भलाई के बदले मुझ से बुराई ही की है।
Luke 9:55
परन्तु उस ने फिरकर उन्हें डांटा और कहा, तुम नहीं जानते कि तुम कैसी आत्मा के हो।
Romans 2:1
सो हे दोष लगाने वाले, तू कोई क्यों न हो; तू निरुत्तर है! क्योंकि जिस बात में तू दूसरे पर दोष लगाता है, उसी बात में अपने आप को भी दोषी ठहराता है, इसलिये कि तू जो दोष लगाता है, आप ही वही काम करता है।