Deuteronomy 29:4
परन्तु यहोवा ने आज तक तुम को न तो समझने की बुद्धि, और न देखने की आंखें, और न सुनने के कान दिए हैं।
Deuteronomy 29:4 in Other Translations
King James Version (KJV)
Yet the LORD hath not given you an heart to perceive, and eyes to see, and ears to hear, unto this day.
American Standard Version (ASV)
but Jehovah hath not given you a heart to know, and eyes to see, and ears to hear, unto this day.
Bible in Basic English (BBE)
But even to this day the Lord has not given you a mind open to knowledge, or seeing eyes or hearing ears.
Darby English Bible (DBY)
But Jehovah hath not given you a heart to perceive, and eyes to see, and ears to hear, to this day.
Webster's Bible (WBT)
Yet the LORD hath not given you a heart to perceive, and eyes to see, and ears to hear, to this day.
World English Bible (WEB)
but Yahweh has not given you a heart to know, and eyes to see, and ears to hear, to this day.
Young's Literal Translation (YLT)
and Jehovah hath not given to you a heart to know, and eyes to see, and ears to hear, till this day,
| Yet the Lord | וְלֹֽא | wĕlōʾ | veh-LOH |
| hath not | נָתַן֩ | nātan | na-TAHN |
| given | יְהוָ֨ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| heart an you | לָכֶ֥ם | lākem | la-HEM |
| to perceive, | לֵב֙ | lēb | lave |
| eyes and | לָדַ֔עַת | lādaʿat | la-DA-at |
| to see, | וְעֵינַ֥יִם | wĕʿênayim | veh-ay-NA-yeem |
| and ears | לִרְא֖וֹת | lirʾôt | leer-OTE |
| hear, to | וְאָזְנַ֣יִם | wĕʾoznayim | veh-oze-NA-yeem |
| unto | לִשְׁמֹ֑עַ | lišmōaʿ | leesh-MOH-ah |
| this | עַ֖ד | ʿad | ad |
| day. | הַיּ֥וֹם | hayyôm | HA-yome |
| הַזֶּֽה׃ | hazze | ha-ZEH |
Cross Reference
John 8:43
तुम मेरी बात क्यों नहीं समझते? इसलिये कि मेरा वचन सुन नहीं सकते।
Isaiah 6:9
उसने कहा, जा, और इन लोगों से कह, सुनते ही रहो, परन्तु न समझो; देखते ही रहो, परन्तु न बूझो।
Proverbs 20:12
सुनने के लिये कान और देखने के लिये जो आंखें हैं, उन दोनों को यहोवा ने बनाया है।
2 Thessalonians 2:10
और नाश होने वालों के लिये अधर्म के सब प्रकार के धोखे के साथ होगा; क्योंकि उन्होंने सत्य के प्रेम को ग्रहण नहीं किया जिस से उन का उद्धार होता।
Ephesians 4:18
क्योंकि उनकी बुद्धि अन्धेरी हो गई है और उस अज्ञानता के कारण जो उन में है और उनके मन की कठोरता के कारण वे परमेश्वर के जीवन से अलग किए हुए हैं।
Acts 28:26
कि सुनते तो रहोगे, परन्तु न समझोगे, और देखते तो रहोगे, परन्तु न बुझोगे।
Isaiah 63:17
हे यहोवा, तू क्यों हम को अपने मार्गों से भटका देता, और हमारे मन ऐसे कठोर करता है कि हम तेरा भय नहीं मानते? अपने दास, अपने निज भाग के गोत्रों के निमित्त लौट आ।
James 1:13
जब किसी की परीक्षा हो, तो वह यह न कहे, कि मेरी परीक्षा परमेश्वर की ओर से होती है; क्योंकि न तो बुरी बातों से परमेश्वर की परीक्षा हो सकती है, और न वह किसी की परीक्षा आप करता है।
2 Corinthians 3:15
और आज तक जब कभी मूसा की पुस्तक पढ़ी जाती है, तो उन के हृदय पर परदा पड़ा रहता है।
Romans 11:7
सो परिणाम क्या हुआ यह? कि इस्त्राएली जिस की खोज में हैं, वह उन को नहीं मिला; परन्तु चुने हुओं को मिला और शेष लोग कठोर किए गए हैं।
John 12:38
ताकि यशायाह भविष्यद्वक्ता का वचन पूरा हो जो उस ने कहा कि हे प्रभु हमारे समाचार की किस ने प्रतीति की है? और प्रभु का भुजबल किस पर प्रगट हुआ?
Matthew 13:11
उस ने उत्तर दिया, कि तुम को स्वर्ग के राज्य के भेदों की समझ दी गई है, पर उन को नहीं।
Ezekiel 36:26
मैं तुम को नया मन दूंगा, और तुम्हारे भीतर नई आत्मा उत्पन्न करूंगा; और तुम्हारी देह में से पत्थर का हृदय निकाल कर तुम को मांस का हृदय दूंगा।
Deuteronomy 2:30
परन्तु हेशबोन के राजा सीहोन ने हम को अपने देश में से हो कर चलने न दिया; क्योंकि तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने उसका चित्त कठोर और उसका मन हठीला कर दिया था, इसलिये कि उसको तुम्हारे हाथ में कर दे, जैसा कि आज प्रकट है।
2 Timothy 2:25
और विरोधियों को नम्रता से समझाए, क्या जाने परमेश्वर उन्हें मन फिराव का मन दे, कि वे भी सत्य को पहिचानें।