Genesis 31:55
बिहान को लाबान तड़के उठा, और अपने बेटे बेटियों को चूम कर और आशीर्वाद देकर चल दिया, और अपने स्थान को लौट गया।
Genesis 31:55 in Other Translations
King James Version (KJV)
And early in the morning Laban rose up, and kissed his sons and his daughters, and blessed them: and Laban departed, and returned unto his place.
American Standard Version (ASV)
And early in the morning Laban rose up, and kissed his sons and his daughters, and blessed them: and Laban departed and returned unto his place.
Bible in Basic English (BBE)
And early in the morning Laban, after kissing and blessing his daughters, went on his way back to his country.
Darby English Bible (DBY)
And Laban rose early in the morning, and kissed his sons and his daughters, and blessed them; and Laban went and returned to his place.
Webster's Bible (WBT)
And early in the morning Laban arose, and kissed his sons and his daughters, and blessed them: and Laban departed, and returned to his place.
World English Bible (WEB)
Early in the morning, Laban rose up, and kissed his sons and his daughters, and blessed them. Laban departed and returned to his place.
Young's Literal Translation (YLT)
and Laban riseth early in the morning, and kisseth his sons and his daughters, and blesseth them; and Laban goeth on, and turneth back to his place.
| And early up, | וַיַּשְׁכֵּ֨ם | wayyaškēm | va-yahsh-KAME |
| in the morning | לָבָ֜ן | lābān | la-VAHN |
| Laban | בַּבֹּ֗קֶר | babbōqer | ba-BOH-ker |
| kissed and rose | וַיְנַשֵּׁ֧ק | waynaššēq | vai-na-SHAKE |
| his sons | לְבָנָ֛יו | lĕbānāyw | leh-va-NAV |
| daughters, his and | וְלִבְנוֹתָ֖יו | wĕlibnôtāyw | veh-leev-noh-TAV |
| and blessed | וַיְבָ֣רֶךְ | waybārek | vai-VA-rek |
| them: and Laban | אֶתְהֶ֑ם | ʾethem | et-HEM |
| departed, | וַיֵּ֛לֶךְ | wayyēlek | va-YAY-lek |
| and returned | וַיָּ֥שָׁב | wayyāšob | va-YA-shove |
| unto his place. | לָבָ֖ן | lābān | la-VAHN |
| לִמְקֹמֽוֹ׃ | limqōmô | leem-koh-MOH |
Cross Reference
Genesis 31:28
तू ने तो मुझे अपने बेटे बेटियों को चूमने तक न दिया? तू ने मूर्खता की है।
Genesis 30:25
जब राहेल से यूसुफ उत्पन्न हुआ, तब याकूब ने लाबान से कहा, मुझे विदा कर, कि मैं अपने देश और स्थान को जाऊं।
Genesis 18:33
जब यहोवा इब्राहीम से बातें कर चुका, तब चला गया: और इब्राहीम अपने घर को लौट गया॥
Acts 28:4
जब उन जंगलियों ने सांप को उसके हाथ में लटके हुए देखा, तो आपस में कहा; सचमुच यह मनुष्य हत्यारा है, कि यद्यपि समुद्र से बच गया, तौभी न्याय ने जीवित रहने न दिया।
Proverbs 16:7
जब किसी का चाल चलन यहोवा को भावता है, तब वह उसके शत्रुओं का भी उस से मेल कराता है।
Psalm 76:10
निश्चय मनुष्य की जलजलाहट तेरी स्तुति का कारण हो जाएगी, और जो जलजलाहट रह जाए, उसको तू रोकेगा।
Ruth 1:14
तब वे फिर से उठीं; और ओर्पा ने तो अपनी सास को चूमा, परन्तु रूत उस से अलग न हुई।
Deuteronomy 32:36
क्योंकि जब यहोवा देखेगा कि मेरी प्रजा की शक्ति जाती रही, और क्या बन्धुआ और क्या स्वाधीन, उन में कोई बचा नहीं रहा, तब यहोवा अपने लोगों का न्याय करेगा, और अपने दासों के विषय में तरस खाएगा॥
Deuteronomy 23:5
परन्तु तेरे परमेश्वर यहोवा ने बिलाम की ना सुनी; किन्तु तेरे परमेश्वर यहोवा ने तेरे निमित्त उसके शाप को आशीष से पलट दिया, इसलिये कि तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ से प्रेम रखता था।
Numbers 24:25
तब बिलाम चल दिया, और अपने स्थान पर लौट गया; और बालाक ने भी अपना मार्ग लिया॥
Numbers 23:11
तब बालाक ने बिलाम से कहा, तू ने मुझ से क्या किया है? मैं ने तुझे अपने शत्रुओं को शाप देने बुलवाया था, परन्तु तू ने उन्हें आशीष ही आशीष दी है।
Numbers 23:8
परन्तु जिन्हें ईश्वर ने नहीं शाप दिया उन्हें मैं क्यों शाप दूं? और जिन्हें यहोवा ने धमकी नहीं दी उन्हें मैं कैसे धमकी दूं?
Numbers 23:5
यहोवा ने बिलाम के मुंह में एक बात डालीं, और कहा, बालाक के पास लौट जो, और यों कहना।
Genesis 33:4
तब ऐसाव उससे भेंट करने को दौड़ा, और उसको हृदय से लगा कर, गले से लिपट कर चूमा: फिर वे दोनों रो पड़े।
Genesis 31:43
लाबान ले याकूब से कहा, ये बेटियों तो मेरी ही हैं, और ये पुत्र भी मेरे ही हैं, और ये भेड़-बकरियां भी मेरी ही हैं, और जो कुछ तुझे देख पड़ता है सो सब मेरा ही है: और अब मैं अपनी इन बेटियों वा इनके सन्तान से क्या कर सकता हूं?
Genesis 28:1
तब इसहाक ने याकूब को बुलाकर आशीर्वाद दिया, और आज्ञा दी, कि तू किसी कनानी लड़की को न ब्याह लेना।
Genesis 24:60
और उन्होंने रिबका को आशीर्वाद दे के कहा, हे हमारी बहिन, तू हजारों लाखों की आदिमाता हो, और तेरा वंश अपने बैरियों के नगरों का अधिकारी हो।