John 1:16 in Hindi

Hindi Hindi Bible John John 1 John 1:16

John 1:16
क्योंकि उस की परिपूर्णता से हम सब ने प्राप्त किया अर्थात अनुग्रह पर अनुग्रह।

John 1:15John 1John 1:17

John 1:16 in Other Translations

King James Version (KJV)
And of his fulness have all we received, and grace for grace.

American Standard Version (ASV)
For of his fulness we all received, and grace for grace.

Bible in Basic English (BBE)
From his full measure we have all been given grace on grace.

Darby English Bible (DBY)
for of his fulness we all have received, and grace upon grace.

World English Bible (WEB)
From his fullness we all received grace upon grace.

Young's Literal Translation (YLT)
and out of his fulness did we all receive, and grace over-against grace;

And
καὶkaikay
of
ἐκekake
his
τοῦtoutoo

πληρώματοςplērōmatosplay-ROH-ma-tose
fulness
αὐτοῦautouaf-TOO
all
have
ἡμεῖςhēmeisay-MEES
we
πάντεςpantesPAHN-tase
received,
ἐλάβομενelabomenay-LA-voh-mane
and
καὶkaikay
grace
χάρινcharinHA-reen
for
ἀντὶantian-TEE
grace.
χάριτος·charitosHA-ree-tose

Cross Reference

Colossians 1:19
क्योंकि पिता की प्रसन्नता इसी में है कि उस में सारी परिपूर्णता वास करे।

Romans 5:2
जिस के द्वारा विश्वास के कारण उस अनुग्रह तक, जिस में हम बने हैं, हमारी पहुंच भी हुई, और परमेश्वर की महिमा की आशा पर घमण्ड करें।

Ephesians 4:7
पर हम में से हर एक को मसीह के दान के परिमाण से अनुग्रह मिला है।

1 Corinthians 1:4
मैं तुम्हारे विषय में अपने परमेश्वर का धन्यवाद सदा करता हूं, इसलिये कि परमेश्वर का यह अनुग्रह तुम पर मसीह यीशु में हुआ।

Ephesians 1:6
कि उसके उस अनुग्रह की महिमा की स्तुति हो, जिसे उस ने हमें उस प्यारे में सेंत मेंत दिया।

Ephesians 1:23
यह उसकी देह है, और उसी की परिपूर्णता है, जो सब में सब कुछ पूर्ण करता है॥

Ephesians 2:5
जब हम अपराधों के कारण मरे हुए थे, तो हमें मसीह के साथ जिलाया; (अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है।)

Ephesians 3:19
और मसीह के उस प्रेम को जान सको जो ज्ञान से परे है, कि तुम परमेश्वर की सारी भरपूरी तक परिपूर्ण हो जाओ॥

1 Peter 1:2
और परमेश्वर पिता के भविष्य ज्ञान के अनुसार, आत्मा के पवित्र करने के द्वारा आज्ञा मानने, और यीशु मसीह के लोहू के छिड़के जाने के लिये चुने गए हैं। तुम्हें अत्यन्त अनुग्रह और शान्ति मिलती रहे॥

Colossians 2:9
क्योंकि उस में ईश्वरत्व की सारी परिपूर्णता सदेह वास करती है।

Romans 5:17
क्योंकि जब एक मनुष्य के अपराध के कराण मृत्यु ने उस एक ही के द्वारा राज्य किया, तो जो लोग अनुग्रह और धर्म रूपी वरदान बहुतायत से पाते हैं वे एक मनुष्य के, अर्थात यीशु मसीह के द्वारा अवश्य ही अनन्त जीवन में राज्य करेंगे।

John 3:34
क्योंकि जिसे परमेश्वर ने भेजा है, वह परमेश्वर की बातें कहता है: क्योंकि वह आत्मा नाप नापकर नहीं देता।

Luke 21:15
क्योंकि मैं तुम्हें ऐसा बोल और बुद्धि दूंगा, कि तुम्हारे सब विरोधी साम्हना या खण्डन न कर सकेंगे।

Matthew 3:11
मैं तो पानी से तुम्हें मन फिराव का बपतिस्मा देता हूं, परन्तु जो मेरे बाद आनेवाला है, वह मुझ से शक्तिशाली है; मैं उस की जूती उठाने के योग्य नहीं, वह तुम्हें पवित्र आत्मा और आग से बपतिस्मा देगा।

Matthew 3:14
परन्तु यूहन्ना यह कहकर उसे रोकने लगा, कि मुझे तेरे हाथ से बपतिस्मा लेने की आवश्यक्ता है, और तू मेरे पास आया है?

Matthew 13:12
क्योंकि जिस के पास है, उसे दिया जाएगा; और उसके पास बहुत हो जाएगा; पर जिस के पास कुछ नहीं है, उस से जो कुछ उसके पास है, वह भी ले लिया जाएगा।

John 15:1
सच्ची दाखलता मैं हूं; और मेरा पिता किसान है।

Acts 3:12
यह देखकर पतरस ने लोगों से कहा; हे इस्त्राएलियों, तुम इस मनुष्य पर क्यों अचम्भा करते हो, और हमारी ओर क्यों इस प्रकार देख रहे हो, कि मानो हम ही ने अपनी सामर्थ या भक्ति से इसे चलना-फिरता कर दिया।

Romans 5:20
और व्यवस्था बीच में आ गई, कि अपराध बहुत हो, परन्तु जहां पाप बहुत हुआ, वहां अनुग्रह उस से भी कहीं अधिक हुआ।

Romans 8:9
परन्तु जब कि परमेश्वर का आत्मा तुम में बसता है, तो तुम शारीरिक दशा में नहीं, परन्तु आत्मिक दशा में हो। यदि किसी में मसीह का आत्मा नहीं तो वह उसका जन नहीं।

Colossians 2:3
जिस में बुद्धि और ज्ञान से सारे भण्डार छिपे हुए हैं।

1 Peter 1:11
उन्होंने इस बात की खोज की कि मसीह का आत्मा जो उन में था, और पहिले ही से मसीह के दुखों की और उन के बाद होने वाली महिमा की गवाही देता था, वह कौन से और कैसे समय की ओर संकेत करता था।

Zechariah 4:7
हे बड़े पहाड़, तू क्या है? जरूब्बाबेल के साम्हने तू मैदान हो जाएगा; और वह चोटी का पत्थर यह पुकारते हुए आएगा, उस पर अनुग्रह हो, अनुग्रह!