Deuteronomy 25:1
यदि मनुष्यों के बीच कोई झगड़ा हो, और वे न्याय करवाने के लिये न्यायियों के पास जाएं, और वे उनका न्याय करें, तो निर्दोष को निर्दोष और दोषी को दोषी ठहराएं।
If | כִּֽי | kî | kee |
there be | יִהְיֶ֥ה | yihye | yee-YEH |
a controversy | רִיב֙ | rîb | reev |
between | בֵּ֣ין | bên | bane |
men, | אֲנָשִׁ֔ים | ʾănāšîm | uh-na-SHEEM |
come they and | וְנִגְּשׁ֥וּ | wĕniggĕšû | veh-nee-ɡeh-SHOO |
unto | אֶל | ʾel | el |
judgment, | הַמִּשְׁפָּ֖ט | hammišpāṭ | ha-meesh-PAHT |
judge may judges the that | וּשְׁפָט֑וּם | ûšĕpāṭûm | oo-sheh-fa-TOOM |
them; then they shall justify | וְהִצְדִּ֙יקוּ֙ | wĕhiṣdîqû | veh-heets-DEE-KOO |
אֶת | ʾet | et | |
the righteous, | הַצַּדִּ֔יק | haṣṣaddîq | ha-tsa-DEEK |
and condemn | וְהִרְשִׁ֖יעוּ | wĕhiršîʿû | veh-heer-SHEE-oo |
אֶת | ʾet | et | |
the wicked. | הָֽרָשָֽׁע׃ | hārāšāʿ | HA-ra-SHA |