Esther 4:5
तब एस्तेर ने राजा के खोजों में से हताक को जिसे राजा ने उसके पास रहने को ठहराया था, बुलवा कर आज्ञा दी, कि मोर्दकै के पास जा कर मालूम कर ले, कि क्या बात है और इसका क्या कारण है।
Then called | וַתִּקְרָא֩ | wattiqrāʾ | va-teek-RA |
Esther | אֶסְתֵּ֨ר | ʾestēr | es-TARE |
for Hatach, | לַֽהֲתָ֜ךְ | lahătāk | la-huh-TAHK |
king's the of one | מִסָּֽרִיסֵ֤י | missārîsê | mee-sa-ree-SAY |
chamberlains, | הַמֶּ֙לֶךְ֙ | hammelek | ha-MEH-lek |
whom | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
he had appointed | הֶֽעֱמִ֣יד | heʿĕmîd | heh-ay-MEED |
to attend upon | לְפָנֶ֔יהָ | lĕpānêhā | leh-fa-NAY-ha |
commandment a him gave and her, | וַתְּצַוֵּ֖הוּ | wattĕṣawwēhû | va-teh-tsa-WAY-hoo |
to | עַֽל | ʿal | al |
Mordecai, | מָרְדֳּכָ֑י | mordŏkāy | more-doh-HAI |
to know | לָדַ֥עַת | lādaʿat | la-DA-at |
what | מַה | ma | ma |
it | זֶּ֖ה | ze | zeh |
was, and why | וְעַל | wĕʿal | veh-AL |
מַה | ma | ma | |
it | זֶּֽה׃ | ze | zeh |