Ezekiel 17:6
और वह उगकर छोटी फैलने वाली अंगूर की लता हो गई जिसकी डालियां उसकी ओर झुकीं, और उसकी सोर उसके नीचे फैलीं; इस प्रकार से वह अंगूर की लता हो कर कनखा फोड़ने और पत्तों से भरने लगी।
And it grew, | וַיִּצְמַ֡ח | wayyiṣmaḥ | va-yeets-MAHK |
and became | וַיְהִי֩ | wayhiy | vai-HEE |
a spreading | לְגֶ֨פֶן | lĕgepen | leh-ɡEH-fen |
vine | סֹרַ֜חַת | sōraḥat | soh-RA-haht |
low of | שִׁפְלַ֣ת | šiplat | sheef-LAHT |
stature, | קוֹמָ֗ה | qômâ | koh-MA |
whose branches | לִפְנ֤וֹת | lipnôt | leef-NOTE |
turned | דָּלִיּוֹתָיו֙ | dāliyyôtāyw | da-lee-yoh-tav |
toward | אֵלָ֔יו | ʾēlāyw | ay-LAV |
roots the and him, | וְשָׁרָשָׁ֖יו | wĕšārāšāyw | veh-sha-ra-SHAV |
thereof were | תַּחְתָּ֣יו | taḥtāyw | tahk-TAV |
under | יִֽהְי֑וּ | yihĕyû | yee-heh-YOO |
became it so him: | וַתְּהִ֣י | wattĕhî | va-teh-HEE |
vine, a | לְגֶ֔פֶן | lĕgepen | leh-ɡEH-fen |
and brought forth | וַתַּ֣עַשׂ | wattaʿaś | va-TA-as |
branches, | בַּדִּ֔ים | baddîm | ba-DEEM |
and shot forth | וַתְּשַׁלַּ֖ח | wattĕšallaḥ | va-teh-sha-LAHK |
sprigs. | פֹּארֽוֹת׃ | pōʾrôt | poh-ROTE |