Ezekiel 40:1
हमारी बंधुआई के पच्चीसवें वर्ष अर्थात यरूशलेम नगर के ले लिए जाने के बाद चौदहवें वर्ष के पहिले महीने के दसवें दिन को, यहोवा की शक्ति मुझ पर हुई, और उसने मुझे वहां पहुंचाया।
In the five | בְּעֶשְׂרִ֣ים | bĕʿeśrîm | beh-es-REEM |
and twentieth | וְחָמֵ֣שׁ | wĕḥāmēš | veh-ha-MAYSH |
year | שָׁנָ֣ה | šānâ | sha-NA |
captivity, our of | לְ֠גָלוּתֵנוּ | lĕgālûtēnû | LEH-ɡa-loo-tay-noo |
in the beginning | בְּרֹ֨אשׁ | bĕrōš | beh-ROHSH |
year, the of | הַשָּׁנָ֜ה | haššānâ | ha-sha-NA |
in the tenth | בֶּעָשׂ֣וֹר | beʿāśôr | beh-ah-SORE |
month, the of day | לַחֹ֗דֶשׁ | laḥōdeš | la-HOH-desh |
in the fourteenth | בְּאַרְבַּ֤ע | bĕʾarbaʿ | beh-ar-BA |
עֶשְׂרֵה֙ | ʿeśrēh | es-RAY | |
year | שָׁנָ֔ה | šānâ | sha-NA |
after | אַחַ֕ר | ʾaḥar | ah-HAHR |
that | אֲשֶׁ֥ר | ʾăšer | uh-SHER |
the city | הֻכְּתָ֖ה | hukkĕtâ | hoo-keh-TA |
smitten, was | הָעִ֑יר | hāʿîr | ha-EER |
in the selfsame | בְּעֶ֣צֶם׀ | bĕʿeṣem | beh-EH-tsem |
הַיּ֣וֹם | hayyôm | HA-yome | |
day | הַזֶּ֗ה | hazze | ha-ZEH |
hand the | הָיְתָ֤ה | hāytâ | hai-TA |
of the Lord | עָלַי֙ | ʿālay | ah-LA |
was | יַד | yad | yahd |
upon | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
me, and brought | וַיָּבֵ֥א | wayyābēʾ | va-ya-VAY |
me thither. | אֹתִ֖י | ʾōtî | oh-TEE |
שָֽׁמָּה׃ | šāmmâ | SHA-ma |