Genesis 11:7 in Hindi

Hindi Hindi Bible Genesis Genesis 11 Genesis 11:7

Genesis 11:7
इसलिये आओ, हम उतर के उनकी भाषा में बड़ी गड़बड़ी डालें, कि वे एक दूसरे की बोली को न समझ सकें।

Genesis 11:6Genesis 11Genesis 11:8

Genesis 11:7 in Other Translations

King James Version (KJV)
Go to, let us go down, and there confound their language, that they may not understand one another's speech.

American Standard Version (ASV)
Come, let us go down, and there confound their language, that they may not understand one another's speech.

Bible in Basic English (BBE)
Come, let us go down and take away the sense of their language, so that they will not be able to make themselves clear to one another.

Darby English Bible (DBY)
Come, let us go down, and there confound their language, that they may not understand one another's speech.

Webster's Bible (WBT)
Come, let us go down, and there confound their language, that they may not understand one another's speech.

World English Bible (WEB)
Come, let's go down, and there confuse their language, that they may not understand one another's speech."

Young's Literal Translation (YLT)
Give help, let us go down, and mingle there their pronunciation, so that a man doth not understand the pronunciation of his companion.'

Go
to,
הָ֚בָהhābâHA-va
down,
go
us
let
נֵֽרְדָ֔הnērĕdânay-reh-DA
and
there
וְנָֽבְלָ֥הwĕnābĕlâveh-na-veh-LA
confound
שָׁ֖םšāmshahm
language,
their
שְׂפָתָ֑םśĕpātāmseh-fa-TAHM
that
אֲשֶׁר֙ʾăšeruh-SHER
they
may
not
לֹ֣אlōʾloh
understand
יִשְׁמְע֔וּyišmĕʿûyeesh-meh-OO
one
אִ֖ישׁʾîšeesh
another's
שְׂפַ֥תśĕpatseh-FAHT
speech.
רֵעֵֽהוּ׃rēʿēhûray-ay-HOO

Cross Reference

Genesis 1:26
फिर परमेश्वर ने कहा, हम मनुष्य को अपने स्वरूप के अनुसार अपनी समानता में बनाएं; और वे समुद्र की मछलियों, और आकाश के पक्षियों, और घरेलू पशुओं, और सारी पृथ्वी पर, और सब रेंगने वाले जन्तुओं पर जो पृथ्वी पर रेंगते हैं, अधिकार रखें।

Genesis 42:23
यूसुफ की और उनकी बातचीत जो एक दुभाषिया के द्वारा होती थी; इस से उन को मालूम न हुआ कि वह उनकी बोली समझता है।

1 Corinthians 14:23
सो यदि कलीसिया एक जगह इकट्ठी हो, और सब के सब अन्य अन्य भाषा बोलें, और अनपढ़े या अविश्वासी लोग भीतर आ जाएं तो क्या वे तुम्हें पागल न कहेंगे?

1 Corinthians 14:2
क्योंकि जो अन्य ‘भाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिये कि उस की कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।

Acts 2:4
और वे सब पवित्र आत्मा से भर गए, और जिस प्रकार आत्मा ने उन्हें बोलने की सामर्थ दी, वे अन्य अन्य भाषा बोलने लगे॥

Jeremiah 5:15
यहोवा की यह वाणी है, हे इस्राएल के घराने, देख, मैं तुम्हारे विरुद्ध दूर से ऐसी जाति को चढ़ा लाऊंगा जो सामथीं और प्राचीन है, उसकी भाषा तुम न समझोगे, और न यह जानोगे कि वे लोग क्या कह रहे हैं।

Psalm 2:4
वह जो स्वर्ग में विराजमान है, हंसेगा, प्रभु उन को ठट्ठों में उड़ाएगा।

Deuteronomy 28:49
यहोवा तेरे विरुद्ध दूर से, वरन पृथ्वी के छोर से वेग उड़ने वाले उकाब सी एक जाति को चढ़ा लाएगा जिसकी भाषा को तू न समझेगा;

Isaiah 6:8
तब मैं ने प्रभु का यह वचन सुना, मैं किस को भेंजूं, और हमारी ओर से कौन जाएगा? तब मैं ने कहा, मैं यहां हूं! मुझे भेज

Psalm 55:9
हे प्रभु, उन को सत्यानाश कर, और उनकी भाषा में गड़बड़ी डाल दे; क्योंकि मैं ने नगर में उपद्रव और झगड़ा देखा है।

Psalm 33:10
यहोवा अन्य अन्य जातियों की युक्ति को व्यर्थ कर देता है; वह देश देश के लोगों की कल्पनाओं को निष्फल करता है।

Job 12:20
वह विश्वासयोग्य पुरुषों से बोलने की शक्ति और पुरनियों से विवेक की शक्ति हर लेता है।

Job 5:12
वह तो धूर्त्त लोगों की कल्पनाएं व्यर्थ कर देता है, और उनके हाथों से कुछ भी बन नहीं पड़ता।

Genesis 11:5
जब लोग नगर और गुम्मट बनाने लगे; तब इन्हें देखने के लिये यहोवा उतर आया।

Genesis 10:32
नूह के पुत्रों के घराने ये ही हैं: और उनकी जातियों के अनुसार उनकी वंशावलियां ये ही हैं; और जलप्रलय के पश्चात पृथ्वी भर की जातियां इन्हीं में से हो कर बंट गई॥

Genesis 10:20
हाम के वंश में ये ही हुए; और ये भिन्न भिन्न कुलों, भाषाओं, देशों, और जातियों के अनुसार अलग अलग हो गए॥

Genesis 10:5
इनके वंश अन्यजातियों के द्वीपों के देशों में ऐसे बंट गए, कि वे भिन्न भिन्न भाषाओं, कुलों, और जातियों के अनुसार अलग अलग हो गए॥

Genesis 3:22
फिर यहोवा परमेश्वर ने कहा, मनुष्य भले बुरे का ज्ञान पाकर हम में से एक के समान हो गया है: इसलिये अब ऐसा न हो, कि वह हाथ बढ़ा कर जीवन के वृक्ष का फल भी तोड़ के खा ले और सदा जीवित रहे।