1 Chronicles 21:13
दाऊद ने गाद से कहा, मैं बड़े संकट में पड़ा हूँ; मैं यहोवा के हाथ में पड़ूं, क्योंकि उसकी दया बहुत बड़ी है; परन्तु मनुष्य के हाथ में मुझे पड़ना न पड़े।
1 Chronicles 21:13 in Other Translations
King James Version (KJV)
And David said unto Gad, I am in a great strait: let me fall now into the hand of the LORD; for very great are his mercies: but let me not fall into the hand of man.
American Standard Version (ASV)
And David said unto Gad, I am in a great strait: let me fall, I pray, into the hand of Jehovah; for very great are his mercies: and let me not fall into the hand of man.
Bible in Basic English (BBE)
And David said to Gad, This is a hard decision for me to make: let me come into the hands of the Lord, for great are his mercies: let me not come into the hands of men.
Darby English Bible (DBY)
And David said to Gad, I am in a great strait: let me fall, I pray thee, into the hand of Jehovah, for his mercies are very great; but let me not fall into the hand of man.
Webster's Bible (WBT)
And David said to Gad, I am in a great strait: let me fall now into the hand of the LORD; for very great are his mercies: but let me not fall into the hand of man.
World English Bible (WEB)
David said to Gad, I am in a great strait: let me fall, I pray, into the hand of Yahweh; for very great are his mercies: and let me not fall into the hand of man.
Young's Literal Translation (YLT)
And David saith unto Gad, `I am greatly distressed, let me fall, I pray thee, into the hand of Jehovah, for very many `are' His mercies, and into the hand of man let me not fall.'
| And David | וַיֹּ֧אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
| said | דָּוִ֛יד | dāwîd | da-VEED |
| unto | אֶל | ʾel | el |
| Gad, | גָּ֖ד | gād | ɡahd |
| great a in am I | צַר | ṣar | tsahr |
| strait: | לִ֣י | lî | lee |
| fall me let | מְאֹ֑ד | mĕʾōd | meh-ODE |
| now | אֶפְּלָה | ʾeppĕlâ | eh-peh-LA |
| into the hand | נָּ֣א | nāʾ | na |
| Lord; the of | בְיַד | bĕyad | veh-YAHD |
| for | יְהוָ֗ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| very | כִּֽי | kî | kee |
| great | רַבִּ֤ים | rabbîm | ra-BEEM |
| are his mercies: | רַֽחֲמָיו֙ | raḥămāyw | RA-huh-mav |
| not me let but | מְאֹ֔ד | mĕʾōd | meh-ODE |
| fall | וּבְיַד | ûbĕyad | oo-veh-YAHD |
| into the hand | אָדָ֖ם | ʾādām | ah-DAHM |
| of man. | אַל | ʾal | al |
| אֶפֹּֽל׃ | ʾeppōl | eh-POLE |
Cross Reference
भजन संहिता 130:7
इस्राएल यहोवा पर आशा लगाए रहे! क्योंकि यहोवा करूणा करने वाला और पूरा छुटकारा देने वाला है।
भजन संहिता 86:15
परन्तु प्रभु तू दयालु और अनुग्रहकारी ईश्वर है, तू विलम्ब से कोप करने वाला और अति करूणामय है।
यशायाह 47:6
मैं ने अपनी प्रजा से क्रोधित हो कर अपने निज भाग को अपवित्र ठहराया और तेरे वश में कर दिया; तू ने उन पर कुछ दया न की; बूढ़ों पर तू ने अपना अत्यन्त भारी जूआ रख दिया।
यशायाह 55:7
दुष्ट अपनी चालचलन और अनर्थकारी अपने सोच विचार छोड़कर यहोवा ही की ओर फिरे, वह उस पर दया करेगा, वह हमारे परमेश्वर की ओर फिरे और वह पूरी रीति से उसको क्षमा करेगा।
यशायाह 63:7
जितना उपकार यहोवा ने हम लोगों का किया अर्थात इस्राएल के घराने पर दया और अत्यन्त करूणा कर के उसने हम से जितनी भलाई, कि उस सब के अनुसार मैं यहोवा के करूणामय कामों का वर्णन और उसका गुणानुवाद करूंगा।
यशायाह 63:15
स्वर्ग से, जो तेरा पवित्र और महिमापूर्ण वासस्थान है, दृष्टि कर। तेरी जलन और पराक्रम कहां रहे? तेरी दया और करूणा मुझ पर से हट गई हैं।
विलापगीत 3:32
चाहे वह दु:ख भी दे, तौभी अपनी करुणा की बहुतायत के कारण वह दया भी करता है;
योना 3:9
सम्भव है, परमेश्वर दया करे और अपनी इच्छा बदल दे, और उसका भड़का हुआ कोप शान्त हो जाए और हम नाश होने से बच जाएं॥
योना 4:2
और उसने यहोवा से यह कह कर प्रार्थना की, हे यहोवा जब मैं अपने देश में था, तब क्या मैं यही बात न कहता था? इसी कारण मैं ने तेरी आज्ञा सुनते ही तर्शीश को भाग जाने के लिये फुर्ती की; क्योंकि मैं जानता था कि तू अनुग्रहकारी और दयालु परमेश्वर है, विलम्ब से कोप करने वाला करूणानिधान है, और दु:ख देने से प्रसन्न नहीं होता।
मीका 7:18
तेरे समान ऐसा परमेश्वर कहां है जो अधर्म को क्षमा करे और अपने निज भाग के बचे हुओं के अपराध को ढांप दे? वह अपने क्रोध को सदा बनाए नहीं रहता, क्योंकि वह करूणा से प्रीति रखता है।
हबक्कूक 3:2
हे यहोवा, मैं तेरी कीर्ति सुन कर डर गया। हे यहोवा, वर्तमान युग में अपने काम को पूरा कर; इसी युग में तू उसको प्रकट कर; क्रोध करते हुए भी दया करना स्मरण कर॥
यूहन्ना 12:27
जब मेरा जी व्याकुल हो रहा है। इसलिये अब मैं क्या कहूं? हे पिता, मुझे इस घड़ी से बचा? परन्तु मैं इसी कारण इस घड़ी को पहुंचा हूं।
फिलिप्पियों 1:23
क्योंकि मैं दोनों के बीच अधर में लटका हूं; जी तो चाहता है कि कूच करके मसीह के पास जा रहूं, क्योंकि यह बहुत ही अच्छा है।
इब्रानियों 10:31
जीवते परमेश्वर के हाथों में पड़ना भयानक बात है॥
यशायाह 46:7
वे उसको कन्धे पर उठा कर लिए फिरते हैं, वे उसे उसके स्थान में रख देते और वह वहीं खड़ा रहता है; वह अपने स्थान से हट नहीं सकता; यदि कोई उसकी दोहाई भी दे, तौभी न वह सुन सकता है और न विपत्ति से उसका उद्धार कर सकता है॥
नीतिवचन 12:10
धर्मी अपने पशु के भी प्राण की सुधि रखता है, परन्तु दुष्टों की दया भी निर्दयता है।
2 राजा 6:15
भोर को परमेश्वर के भक्त का टहलुआ उठा और निकल कर क्या देखता है कि घोड़ों और रथों समेत एक दल नगर को घेरे हुए पड़ा है। और उसके सेवक ने उस से कहा, हाय! मेरे स्वामी, हम क्या करें?
2 राजा 7:4
यदि हम कहें, कि नगर में जाएं, तो वहां मर जाएंगे; क्योंकि वहां मंहगी पड़ी है, और जो हम यहीं बैठे रहें, तौभी मर ही जाएंगे। तो आओ हम अराम की सेना में पकड़े जाएं; यदि वे हम को जिलाए रखें तो हम जीवित रहेंगे, और यदि वे हम को मार डालें, तौभी हम को मरना ही है।
2 इतिहास 28:9
परन्तु वहां ओदेद नामक यहोवा का एक नबी था; वह शोमरोन को आने वाली सेना से मिल कर उन से कहने लगा, सुनो, तुम्हारे पितरों के परमेश्वर यहोवा ने यहूदियों पर झुंझला कर उन को तुम्हारे हाथ कर दिया है, और तुम ने उन को ऐसा क्रोध कर के घात किया जिसकी चिल्लाहट स्वर्ग को पहुंच गई है।
एस्तेर 4:11
कि राजा के सब कर्मचारियों, वरन राजा के प्रान्तों के सब लोगों को भी मालूम है, कि क्या पुरुष क्या स्त्री कोई क्यों न हो, जो आज्ञा बिना पाए भीतरी आंगन में राजा के पास जाएगा उसके मार डालने ही की आज्ञा है; केवल जिसकी ओर राजा सोने का राजदण्ड बढ़ाए वही बचता है। परन्तु मैं अब तीस दिन से राजा के पास नहीं बुलाई गई हूँ।
एस्तेर 4:16
कि तू जा कर शूशन के सब यहूदियों को इकट्ठा कर, और तुम सब मिलकर मेरे निमित्त उपवास करो, तीन दिन रात न तो कुछ खाओ, और न कुछ पीओ। और मैं भी अपनी सहेलियों सहित उसी रीति उपवास करूंगी। और ऐसी ही दशा में मैं नियम के विरुद्ध राजा के पास भीतर जाऊंगी; और यदि नाश हो गई तो हो गई।
भजन संहिता 5:7
परन्तु मैं तो तेरी अपार करूणा के कारण तेरे भवन में आऊंगा, मैं तेरा भय मानकर तेरे पवित्र मन्दिर की ओर दण्डवत् करूंगा।
भजन संहिता 51:1
हे परमेश्वर, अपनी करूणा के अनुसार मुझ पर अनुग्रह कर; अपनी बड़ी दया के अनुसार मेरे अपराधों को मिटा दे।
भजन संहिता 69:13
परन्तु हे यहोवा, मेरी प्रार्थना तो तेरी प्रसन्नता के समय में हो रही है; हे परमेश्वर अपनी करूणा की बहुतायात से, और बचाने की अपनी सच्ची प्रतिज्ञा के अनुसार मेरी सुन ले।
भजन संहिता 69:16
हे यहोवा, मेरी सुन ले, क्योंकि तेरी करूणा उत्तम है; अपनी दया की बहुतायत के अनुसार मेरी ओर ध्यान दे।
भजन संहिता 86:5
क्योंकि हे प्रभु, तू भला और क्षमा करने वाला है, और जितने तुझे पुकारते हैं उन सभों के लिये तू अति करूणामय है।
भजन संहिता 103:8
यहोवा दयालु और अनुग्रहकरी, विलम्ब से कोप करने वाला और अति करूणामय है।
भजन संहिता 106:7
मिस्त्र में हमारे पुरखाओं ने तेरे आश्चर्यकर्मों पर मन नहीं लगाया, न तेरी अपार करूणा को स्मरण रखा; उन्होंने समुद्र के तीर पर, अर्थात लाल समुद्र के तीर पर बलवा किया।
भजन संहिता 130:4
परन्तु तू क्षमा करने वाला है? जिस से तेरा भय माना जाए।
निर्गमन 34:6
और यहोवा उसके साम्हने हो कर यों प्रचार करता हुआ चला, कि यहोवा, यहोवा, ईश्वर दयालु और अनुग्रहकारी, कोप करने में धीरजवन्त, और अति करूणामय और सत्य,