1 इतिहास 28:1
और दाऊद ने इस्राएल के सब हाकिमों को अर्थात गोत्रों के हाकिमों और राजा की सेवा टहल करने वाले दलों के हाकिमों को और सहस्रपतियों और शतपतियों और राजा और उसके पुत्रों के पशु आदि सब धन सम्पत्ति के अधिकारियों, सरदारों और वीरों और सब शूरवीरों को यरूशलेम में बुलवाया।
And David | וַיַּקְהֵ֣ל | wayyaqhēl | va-yahk-HALE |
assembled | דָּוִ֣יד | dāwîd | da-VEED |
אֶת | ʾet | et | |
all | כָּל | kāl | kahl |
princes the | שָׂרֵ֣י | śārê | sa-RAY |
of Israel, | יִשְׂרָאֵ֡ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
princes the | שָׂרֵ֣י | śārê | sa-RAY |
of the tribes, | הַשְּׁבָטִ֣ים | haššĕbāṭîm | ha-sheh-va-TEEM |
and the captains | וְשָׂרֵ֣י | wĕśārê | veh-sa-RAY |
companies the of | הַמַּחְלְק֣וֹת | hammaḥlĕqôt | ha-mahk-leh-KOTE |
that ministered | הַמְשָֽׁרְתִ֪ים | hamšārĕtîm | hahm-sha-reh-TEEM |
אֶת | ʾet | et | |
to the king | הַמֶּ֟לֶךְ | hammelek | ha-MEH-lek |
captains the and course, by | וְשָׂרֵ֣י | wĕśārê | veh-sa-RAY |
over the thousands, | הָֽאֲלָפִ֣ים | hāʾălāpîm | ha-uh-la-FEEM |
and captains | וְשָׂרֵ֣י | wĕśārê | veh-sa-RAY |
hundreds, the over | הַמֵּא֡וֹת | hammēʾôt | ha-may-OTE |
and the stewards | וְשָׂרֵ֣י | wĕśārê | veh-sa-RAY |
over all | כָל | kāl | hahl |
the substance | רְכוּשׁ | rĕkûš | reh-HOOSH |
possession and | וּמִקְנֶה֩׀ | ûmiqneh | oo-meek-NEH |
of the king, | לַמֶּ֨לֶךְ | lammelek | la-MEH-lek |
and of his sons, | וּלְבָנָ֜יו | ûlĕbānāyw | oo-leh-va-NAV |
with | עִם | ʿim | eem |
the officers, | הַסָּֽרִיסִ֧ים | hassārîsîm | ha-sa-ree-SEEM |
and with the mighty men, | וְהַגִּבּוֹרִ֛ים | wĕhaggibbôrîm | veh-ha-ɡee-boh-REEM |
all with and | וּֽלְכָל | ûlĕkol | OO-leh-hole |
the valiant men, | גִּבּ֥וֹר | gibbôr | ɡEE-bore |
חָ֖יִל | ḥāyil | HA-yeel | |
unto | אֶל | ʾel | el |
Jerusalem. | יְרֽוּשָׁלִָֽם׃ | yĕrûšāloim | yeh-ROO-sha-loh-EEM |