1 Corinthians 4:4
क्योंकि मेरा मन मुझे किसी बात में दोषी नहीं ठहराता, परन्तु इस से मैं निर्दोष नहीं ठहरता, क्योंकि मेरा परखने वाला प्रभु है।
1 Corinthians 4:4 in Other Translations
King James Version (KJV)
For I know nothing by myself; yet am I not hereby justified: but he that judgeth me is the Lord.
American Standard Version (ASV)
For I know nothing against myself; yet am I not hereby justified: but he that judgeth me is the Lord.
Bible in Basic English (BBE)
For I am not conscious of any wrong in myself; but this does not make me clear, for it is the Lord who is my judge.
Darby English Bible (DBY)
For I am conscious of nothing in myself; but I am not justified by this: but he that examines me is the Lord.
World English Bible (WEB)
For I know nothing against myself. Yet I am not justified by this, but he who judges me is the Lord.
Young's Literal Translation (YLT)
for of nothing to myself have I been conscious, but not in this have I been declared right -- and he who is discerning me is the Lord:
| For | οὐδὲν | ouden | oo-THANE |
| I know | γὰρ | gar | gahr |
| nothing | ἐμαυτῷ | emautō | ay-maf-TOH |
| myself; by | σύνοιδα | synoida | SYOON-oo-tha |
| yet | ἀλλ' | all | al |
| am I not | οὐκ | ouk | ook |
| hereby | ἐν | en | ane |
| τούτῳ | toutō | TOO-toh | |
| justified: | δεδικαίωμαι | dedikaiōmai | thay-thee-KAY-oh-may |
| but | ὁ | ho | oh |
| he | δὲ | de | thay |
| judgeth that | ἀνακρίνων | anakrinōn | ah-na-KREE-none |
| me | με | me | may |
| is | κύριός | kyrios | KYOO-ree-OSE |
| the Lord. | ἐστιν | estin | ay-steen |
Cross Reference
भजन संहिता 143:2
और अपने दास से मुकद्दमा न चला! क्योंकि कोई प्राणी तेरी दृष्टि में निर्दोष नहीं ठहर सकता॥
1 यूहन्ना 3:20
क्योंकि परमेश्वर हमारे मन से बड़ा है; और सब कुछ जानता है।
भजन संहिता 130:3
हे याह, यदि तू अधर्म के कामों का लेखा ले, तो हे प्रभु कौन खड़ा रह सकेगा?
2 कुरिन्थियों 1:12
क्योंकि हम अपने विवेक की इस गवाही पर घमण्ड करते हैं, कि जगत में और विशेष करके तुम्हारे बीच हमारा चरित्र परमेश्वर के योग्य ऐसी पवित्रता और सच्चाई सहित था, जो शारीरिक ज्ञान से नहीं, परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह के साथ था।
भजन संहिता 19:12
अपनी भूलचूक को कौन समझ सकता है? मेरे गुप्त पापों से तू मुझे पवित्र कर।
रोमियो 2:13
क्योंकि परमेश्वर के यहां व्यवस्था के सुनने वाले धर्मी नहीं, पर व्यवस्था पर चलने वाले धर्मी ठहराए जाएंगे।
रोमियो 3:19
हम जानते हैं, कि व्यवस्था जो कुछ कहती है उन्हीं से कहती है, जो व्यवस्था के आधीन हैं: इसलिये कि हर एक मुंह बन्द किया जाए, और सारा संसार परमेश्वर के दण्ड के योग्य ठहरे।
रोमियो 4:2
क्योंकि यदि इब्राहीम कर्मों से धर्मी ठहराया जाता, तो उसे घमण्ड करने की जगह होती, परन्तु परमेश्वर के निकट नहीं।
1 कुरिन्थियों 4:5
सो जब तक प्रभु न आए, समय से पहिले किसी बात का न्याय न करो: वही तो अन्धकार की छिपी बातें ज्योति में दिखाएगा, और मनों की मतियों को प्रगट करेगा, तब परमेश्वर की ओर से हर एक की प्रशंसा होगी॥
2 कुरिन्थियों 5:10
क्योंकि अवश्य है, कि हम सब का हाल मसीह के न्याय आसन के साम्हने खुल जाए, कि हर एक व्यक्ति अपने अपने भले बुरे कामों का बदला जो उस ने देह के द्वारा किए हों पाए॥
प्रेरितों के काम 23:1
पौलुस ने महासभा की ओर टकटकी लगाकर देखा, और कहा, हे भाइयों, मैं ने आज तक परमेश्वर के लिये बिलकुल सच्चे विवेक से जीवन बिताया।
यूहन्ना 21:17
उस ने तीसरी बार उस से कहा, हे शमौन, यूहन्ना के पुत्र, क्या तू मुझ से प्रीति रखता है? पतरस उदास हुआ, कि उस ने उसे तीसरी बार ऐसा कहा; कि क्या तू मुझ से प्रीति रखता है? और उस से कहा, हे प्रभु, तू तो सब कुछ जानता है: तू यह जानता है कि मैं तुझ से प्रीति रखता हूं: यीशु ने उस से कहा, मेरी भेड़ों को चरा।
नीतिवचन 21:2
मनुष्य का सारा चाल चलन अपनी दृष्टि में तो ठीक होता है, परन्तु यहोवा मन को जांचता है,
अय्यूब 40:4
देख, मैं तो तुच्छ हूँ, मैं तुझे क्या उत्तर दूं? मैं अपनी अंगुली दांत तले दबाता हूँ।
अय्यूब 25:4
फिर मनुष्य ईश्वर की दृष्टि में धमीं क्योंकर ठहर सकता है? और जो स्त्री से उत्पन्न हुआ है वह क्योंकर निर्मल हो सकता है?
अय्यूब 9:20
चाहे मैं निर्दोष ही क्यों न हूँ, परन्तु अपने ही मुंह से दोषी ठहरूंगा; खरा होने पर भी वह मुझे कुटिल ठहराएगा।
अय्यूब 15:14
मनुष्य है क्या कि वह निष्कलंक हो? और जो स्त्री से उत्पन्न हुआ वह है क्या कि निर्दोष हो सके?
अय्यूब 27:6
मैं अपना धर्म पकड़े हुए हूँ और उसको हाथ से जाने न दूंगा; क्योंकि मेरा मन जीवन भर मुझे दोषी नहीं ठहराएगा।
भजन संहिता 7:3
हे मेरे परमेश्वर यहोवा, यदि मैं ने यह किया हो, यदि मेरे हाथों से कुटिल काम हुआ हो,
भजन संहिता 26:12
मेरे पांव चौरस स्थान में स्थिर है; सभाओं में मैं यहोवा को धन्य कहा करूंगा॥
भजन संहिता 50:6
और स्वर्ग उसके धर्मी होने का प्रचार करेगा क्योंकि परमेश्वर तो आप ही न्यायी है॥
अय्यूब 9:2
मैं निश्चय जानता हूं, कि बात ऐसी ही है; परन्तु मनुष्य ईश्वर की दृष्टि में क्योंकर धमीं ठहर सकता है?