1 Kings 18:1
बहुत दिनों के बाद, तीसरे वर्ष में यहोवा का यह वचन एलिय्याह के पास पहुंचा, कि जा कर अपने अपप को अहाब को दिखा, और मैं भूमि पर मेंह बरसा दूंगा।
1 Kings 18:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
And it came to pass after many days, that the word of the LORD came to Elijah in the third year, saying, Go, show thyself unto Ahab; and I will send rain upon the earth.
American Standard Version (ASV)
And it came to pass after many days, that the word of Jehovah came to Elijah, in the third year, saying, Go, show thyself unto Ahab; and I will send rain upon the earth.
Bible in Basic English (BBE)
Now after a long time, the word of the Lord came to Elijah, in the third year, saying, Go and let Ahab see you, so that I may send rain on the earth.
Darby English Bible (DBY)
And it came to pass after many days, that the word of Jehovah came to Elijah in the third year, saying, Go, shew thyself to Ahab; and I will send rain upon the face of the earth.
Webster's Bible (WBT)
And it came to pass after many days, that the word of the LORD came to Elijah in the third year, saying, Go, show thyself to Ahab; and I will send rain upon the earth.
World English Bible (WEB)
It happened after many days, that the word of Yahweh came to Elijah, in the third year, saying, Go, show yourself to Ahab; and I will send rain on the earth.
Young's Literal Translation (YLT)
And the days are many, and the word of Jehovah hath been unto Elijah in the third year, saying, `Go, appear unto Ahab, and I give rain on the face of the ground;'
| And it came to pass | וַֽיְהִי֙ | wayhiy | va-HEE |
| after many | יָמִ֣ים | yāmîm | ya-MEEM |
| days, | רַבִּ֔ים | rabbîm | ra-BEEM |
| word the that | וּדְבַר | ûdĕbar | oo-deh-VAHR |
| of the Lord | יְהוָ֗ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| came | הָיָה֙ | hāyāh | ha-YA |
| to | אֶל | ʾel | el |
| Elijah | אֵ֣לִיָּ֔הוּ | ʾēliyyāhû | A-lee-YA-hoo |
| third the in | בַּשָּׁנָ֥ה | baššānâ | ba-sha-NA |
| year, | הַשְּׁלִישִׁ֖ית | haššĕlîšît | ha-sheh-lee-SHEET |
| saying, | לֵאמֹ֑ר | lēʾmōr | lay-MORE |
| Go, | לֵ֚ךְ | lēk | lake |
| thyself shew | הֵֽרָאֵ֣ה | hērāʾē | hay-ra-A |
| unto | אֶל | ʾel | el |
| Ahab; | אַחְאָ֔ב | ʾaḥʾāb | ak-AV |
| send will I and | וְאֶתְּנָ֥ה | wĕʾettĕnâ | veh-eh-teh-NA |
| rain | מָטָ֖ר | māṭār | ma-TAHR |
| upon | עַל | ʿal | al |
| פְּנֵ֥י | pĕnê | peh-NAY | |
| the earth. | הָֽאֲדָמָֽה׃ | hāʾădāmâ | HA-uh-da-MA |
Cross Reference
याकूब 5:17
एलिय्याह भी तो हमारे समान दुख-सुख भोगी मनुष्य था; और उस ने गिड़िगड़ा कर प्रार्थना की; कि मेंह न बरसे; और साढ़े तीन वर्ष तक भूमि पर मेंह नहीं बरसा।
लूका 4:25
और मैं तुम से सच कहता हूं, कि एलिय्याह के दिनों में जब साढ़े तीन वर्ष तक आकाश बन्द रहा, यहां तक कि सारे देश में बड़ा आकाल पड़ा, तो इस्राएल में बहुत सी विधवाएं थीं।
1 राजा 17:1
और तिशबी एलिय्याह जो गिलाद के परदेसियों में से था उसने अहाब से कहा, इस्राएल का परमेश्वर यहोवा जिसके सम्मुख मैं उपस्थित रहता हूँ, उसके जीवन की शपथ इन वर्षों में मेरे बिना कहे, न तो मेंह बरसेगा, और न ओस पड़ेगी।
व्यवस्थाविवरण 28:12
यहोवा तेरे लिये अपने आकाशरूपी उत्तम भण्डार को खोल कर तेरी भूमि पर समय पर मेंह बरसाया करेगा, और तेरे सारे कामों पर आशीष देगा; और तू बहुतेरी जातियों को उधार देगा, परन्तु किसी से तुझे उधार लेना न पड़ेगा।
लैव्यवस्था 26:4
तो मैं तुम्हारे लिये समय समय पर मेंह बरसाऊंगा, तथा भूमि अपनी उपज उपजाएगी, और मैदान के वृक्ष अपने अपने फल दिया करेंगे;
प्रकाशित वाक्य 11:6
इन्हें अधिकार है, कि आकाश को बन्द करें, कि उन की भविष्यद्ववाणी के दिनों में मेंह न बरसे, और उन्हें सब पानी पर अधिकार है, कि उसे लोहू बनाएं, और जब जब चाहें तब तब पृथ्वी पर हर प्रकार की विपत्ति लाएं।
आमोस 4:7
और जब कटनी के तीन महीने रह गए, तब मैं ने तुम्हारे लिये वर्षा न की; मैं ने एक नगर में जल बरसा कर दूसरे में न बरसाया; एक खेत में जल बरसा, और दूसरा खेत जिस में न बरसा; वह सूख गया।
योएल 2:23
हे सिय्योनियों, तुम अपने परमेश्वर यहोवा के कारण मगन हो, और आनन्द करो; क्योंकि तुम्हारे लिये वह वर्षा, अर्थात बरसात की पहिली वर्षा बहुतायत से देगा; और पहिले के समान अगली और पिछली वर्षा को भी बरसाएगा॥
यिर्मयाह 14:22
क्या अन्यजातियों की मूरतों में से कोई वर्षा कर सकता है? क्या आकाश झडिय़ां लगा सकता है? हे हमारे परमेश्वर यहोवा, क्या तू ही इन सब बातों का करने वाला नहीं है? हम तेरा ही आसरा देखते रहेंगे, क्योंकि इन सारी वस्तुओं का सृजनहार तू ही है।
यिर्मयाह 10:13
जब वह बोलता है तब आकाश में जल का बड़ा शब्द होता है, और पृथ्वी की छोर से वह कुहरे को उठाता है। वह वर्षा के लिये बिजली चमकाता, और अपने भणडार में से पवन चलाता है।
यशायाह 5:6
मैं उसे उजाड़ दूंगा; वह न तो फिर छांटी और न खोदी जाएगी और उस में भांति भांति के कटीले पेड़ उगेंगे; मैं मेघों को भी आज्ञा दूंगा कि उस पर जल न बरसाएं॥
भजन संहिता 65:9
तू भूमि की सुधि लेकर उसको सींचता हैं, तू उसको बहुत फलदायक करता है; परमेश्वर की नहर जल से भरी रहती है; तू पृथ्वी को तैयार करके मनुष्यों के लिये अन्न को तैयार करता है।
1 राजा 18:15
एलिय्याह ने कहा, सेनाओं का यहोवा जिसके साम्हने मैं रहता हूँ, उसके जीवन की शपथ आज मैं अपने आप को उसे दिखाऊंगा।
1 राजा 18:2
तब एलिय्याह अपने आप को अहाब को दिखाने गया। उस समय शोमरोन में अकाल भारी था।
1 राजा 17:15
तब वह चली गई, और एलिय्याह के वचन के अनुसार किया, तब से वह और स्त्री और उसका घराना बहुत दिन तक खाते रहे।
1 राजा 17:7
कुछ दिनों के बाद उस देश में वर्षा न होने के कारण नाला सूख गया।
प्रकाशित वाक्य 11:2
और मन्दिर के बाहर का आंगन छोड़ दे; उस मत नाप, क्योंकि वह अन्यजातियों को दिया गया है, और वे पवित्र नगर को बयालीस महीने तक रौंदेंगी।