1 शमूएल 1:3
वह पुरूष प्रति वर्ष अपने नगर से सेनाओं के यहोवा को दण्डवत करने और मेलबलि चढ़ाने के लिये शीलो में जाता था; और वहां होप्नी और पीनहास नाम एली के दोनों पुत्र रहते थे, जो यहोवा के याजक थे।
And this | וְעָלָה֩ | wĕʿālāh | veh-ah-LA |
man | הָאִ֨ישׁ | hāʾîš | ha-EESH |
went up | הַה֤וּא | hahûʾ | ha-HOO |
city his of out | מֵֽעִירוֹ֙ | mēʿîrô | may-ee-ROH |
yearly | מִיָּמִ֣ים׀ | miyyāmîm | mee-ya-MEEM |
יָמִ֔ימָה | yāmîmâ | ya-MEE-ma | |
to worship | לְהִֽשְׁתַּחֲוֹ֧ת | lĕhišĕttaḥăwōt | leh-hee-sheh-ta-huh-OTE |
and to sacrifice | וְלִזְבֹּ֛חַ | wĕlizbōaḥ | veh-leez-BOH-ak |
unto the Lord | לַֽיהוָ֥ה | layhwâ | lai-VA |
hosts of | צְבָא֖וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
in Shiloh. | בְּשִׁלֹ֑ה | bĕšilō | beh-shee-LOH |
And the two | וְשָׁ֞ם | wĕšām | veh-SHAHM |
sons | שְׁנֵ֣י | šĕnê | sheh-NAY |
of Eli, | בְנֵֽי | bĕnê | veh-NAY |
Hophni | עֵלִ֗י | ʿēlî | ay-LEE |
and Phinehas, | חָפְנִי֙ | ḥopniy | hofe-NEE |
the priests | וּפִ֣נְחָ֔ס | ûpinḥās | oo-FEEN-HAHS |
of the Lord, | כֹּֽהֲנִ֖ים | kōhănîm | koh-huh-NEEM |
were there. | לַֽיהוָֽה׃ | layhwâ | LAI-VA |