2 इतिहास 30:1
फिर हिजकिय्याह ने सारे इस्राएल और यहूदा में कहला भेजा, और एप्रैम और मनश्शे के पास इस आशय के पत्र लिख भेजे, कि तुम यरूशलेम को यहोवा के भवन में इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के लिये फसह मनाने को आओ।
And Hezekiah | וַיִּשְׁלַ֨ח | wayyišlaḥ | va-yeesh-LAHK |
sent | יְחִזְקִיָּ֜הוּ | yĕḥizqiyyāhû | yeh-heez-kee-YA-hoo |
to | עַל | ʿal | al |
all | כָּל | kāl | kahl |
Israel | יִשְׂרָאֵ֣ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
and Judah, | וִֽיהוּדָ֗ה | wîhûdâ | vee-hoo-DA |
wrote and | וְגַֽם | wĕgam | veh-ɡAHM |
letters | אִגְּרוֹת֙ | ʾiggĕrôt | ee-ɡeh-ROTE |
also | כָּתַב֙ | kātab | ka-TAHV |
to | עַל | ʿal | al |
Ephraim | אֶפְרַ֣יִם | ʾeprayim | ef-RA-yeem |
and Manasseh, | וּמְנַשֶּׁ֔ה | ûmĕnašše | oo-meh-na-SHEH |
come should they that | לָב֥וֹא | lābôʾ | la-VOH |
to the house | לְבֵית | lĕbêt | leh-VATE |
Lord the of | יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA |
at Jerusalem, | בִּירֽוּשָׁלִָ֑ם | bîrûšālāim | bee-roo-sha-la-EEM |
keep to | לַֽעֲשׂ֣וֹת | laʿăśôt | la-uh-SOTE |
the passover | פֶּ֔סַח | pesaḥ | PEH-sahk |
unto the Lord | לַֽיהוָ֖ה | layhwâ | lai-VA |
God | אֱלֹהֵ֥י | ʾĕlōhê | ay-loh-HAY |
of Israel. | יִשְׂרָאֵֽל׃ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |