Deuteronomy 1:17
न्याय करते समय किसी का पक्ष न करना; जैसे बड़े की वैसे ही छोटे मनुष्य की भी सुनना; किसी का मुँह देखकर न डरना, क्योंकि न्याय परमेश्वर का काम है; और जो मुकद्दमा तुम्हारे लिये कठिन हो, वह मेरे पास ले आना, और मैं उसे सुनूंगा।
Deuteronomy 1:17 in Other Translations
King James Version (KJV)
Ye shall not respect persons in judgment; but ye shall hear the small as well as the great; ye shall not be afraid of the face of man; for the judgment is God's: and the cause that is too hard for you, bring it unto me, and I will hear it.
American Standard Version (ASV)
Ye shall not respect persons in judgment; ye shall hear the small and the great alike; ye shall not be afraid of the face of man; for the judgment is God's: and the cause that is too hard for you ye shall bring unto me, and I will hear it.
Bible in Basic English (BBE)
In judging, do not let a man's position have any weight with you; give hearing equally to small and great; have no fear of any man, for it is God who is judge: and any cause in which you are not able to give a decision, you are to put before me and I will give it a hearing.
Darby English Bible (DBY)
Ye shall not respect persons in judgment: ye shall hear the small as well as the great; ye shall not be afraid of the face of man, for the judgment is God's; and the matter that is too hard for you shall ye bring to me, that I may hear it.
Webster's Bible (WBT)
Ye shall not respect persons in judgment; but ye shall hear the small as well as the great; ye shall not be afraid of the face of man; for the judgment is God's: and the cause that is too hard for you, bring to me, and I will hear it.
World English Bible (WEB)
You shall not show partiality in judgment; you shall hear the small and the great alike; you shall not be afraid of the face of man; for the judgment is God's: and the cause that is too hard for you, you shall bring to me, and I will hear it.
Young's Literal Translation (YLT)
ye do not discern faces in judgment; as the little so the great ye do hear; ye are not afraid of the face of any, for the judgment is God's, and the thing which is too hard for you, ye bring near unto me, and I have heard it;
| Ye shall not | לֹֽא | lōʾ | loh |
| respect | תַכִּ֨ירוּ | takkîrû | ta-KEE-roo |
| persons | פָנִ֜ים | pānîm | fa-NEEM |
| judgment; in | בַּמִּשְׁפָּ֗ט | bammišpāṭ | ba-meesh-PAHT |
| but ye shall hear | כַּקָּטֹ֤ן | kaqqāṭōn | ka-ka-TONE |
| small the | כַּגָּדֹל֙ | kaggādōl | ka-ɡa-DOLE |
| as well as the great; | תִּשְׁמָע֔וּן | tišmāʿûn | teesh-ma-OON |
| not shall ye | לֹ֤א | lōʾ | loh |
| be afraid | תָג֙וּרוּ֙ | tāgûrû | ta-ɡOO-ROO |
| face the of | מִפְּנֵי | mippĕnê | mee-peh-NAY |
| of man; | אִ֔ישׁ | ʾîš | eesh |
| for | כִּ֥י | kî | kee |
| the judgment | הַמִּשְׁפָּ֖ט | hammišpāṭ | ha-meesh-PAHT |
| God's: is | לֵֽאלֹהִ֣ים | lēʾlōhîm | lay-loh-HEEM |
| and the cause | ה֑וּא | hûʾ | hoo |
| that | וְהַדָּבָר֙ | wĕhaddābār | veh-ha-da-VAHR |
| hard too is | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
| for | יִקְשֶׁ֣ה | yiqše | yeek-SHEH |
| you, bring | מִכֶּ֔ם | mikkem | mee-KEM |
| it unto | תַּקְרִב֥וּן | taqribûn | tahk-ree-VOON |
| hear will I and me, | אֵלַ֖י | ʾēlay | ay-LAI |
| it. | וּשְׁמַעְתִּֽיו׃ | ûšĕmaʿtîw | oo-sheh-ma-TEEV |
Cross Reference
नीतिवचन 24:23
बुद्धिमानों के वचन यह भी हैं॥ न्याय में पक्षपात करना, किसी रीति भी अच्छा नहीं।
2 इतिहास 19:6
और उसने न्यायियों से कहा, सोचो कि क्या करते हो, क्योंकि तुम जो न्याय करोगे, वह मनुष्य के लिये नहीं, यहोवा के लिये करोगे; और वह न्याय करते समय तुम्हारे साथ रहेगा।
व्यवस्थाविवरण 16:19
तुम न्याय न बिगाड़ना; तू न तो पक्षपात करना; और न तो घूस लेना, क्योंकि घूस बुद्धिमान की आंखें अन्धी कर देती है, और धर्मियों की बातें पलट देती है।
लैव्यवस्था 19:15
न्याय में कुटिलता न करना; और न तो कंगाल का पक्ष करना और न बड़े मनुष्यों का मुंह देखा विचार करना; उस दूसरे का न्याय धर्म से करना।
निर्गमन 18:26
और वे सब लोगों का न्याय करने लगे; जो मुकद्दमा कठिन होता उसे तो वे मूसा के पास ले आते थे, और सब छोटे मुकद्दमों का न्याय वे आप ही किया करते थे।
याकूब 2:9
पर यदि तुम पक्षपात करते हो, तो पाप करते हो; और व्यवस्था तुम्हें अपराधी ठहराती है।
निर्गमन 18:22
और वे सब समय इन लोगों का न्याय किया करें; और सब बड़े बड़े मुकद्दमों को तो तेरे पास ले आया करें, और छोटे छोटे मुकद्दमों का न्याय आप ही किया करें; तब तेरा बोझ हलका होगा, क्योंकि इस बोझ को वे भी तेरे साथ उठाएंगे।
निर्गमन 23:6
तेरे लोगों में से जो दरिद्र हों उसके मुकद्दमे में न्याय न बिगाड़ना।
व्यवस्थाविवरण 10:17
क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा वही ईश्वरों का परमेश्वर और प्रभुओं का प्रभु है, वह महान् पराक्रमी और भय योग्य ईश्वर है, जो किसी का पक्ष नहीं करता और न घूस लेता है।
नीतिवचन 22:22
कंगाल पर इस कारण अन्धेर न करना कि वह कंगाल है, और न दीन जन को कचहरी में पीसना;
नीतिवचन 29:25
मनुष्य का भय खाना फन्दा हो जाता है, परन्तु जो यहोवा पर भरोसा रखता है वह ऊंचे स्थान पर चढ़ाया जाता है।
लूका 20:21
उन्होंने उस से यह पूछा, कि हे गुरू, हम जानते हैं कि तू ठीक कहता, और सिखाता भी है, और किसी का पक्षपात नहीं करता; वरन परमेश्वर का मार्ग सच्चाई से बताता है।
प्रेरितों के काम 10:34
तब पतरस ने मुंह खोलकर कहा;
रोमियो 2:11
क्योंकि परमेश्वर किसी का पक्ष नहीं करता।
इफिसियों 6:9
और हे स्वामियों, तुम भी धमकियां छोड़कर उन के साथ वैसा ही व्यवहार करो, क्योंकि जानते हो, कि उन का और तुम्हारा दोनों का स्वामी स्वर्ग में है, और वह किसी का पक्ष नहीं करता॥
कुलुस्सियों 3:25
क्योंकि जो बुरा करता है, वह अपनी बुराई का फल पाएगा; वहां किसी का पक्षपात नहीं।
1 थिस्सलुनीकियों 2:4
पर जैसा परमेश्वर ने हमें योग्य ठहराकर सुसमाचार सौंपा, हम वैसा ही वर्णन करते हैं; और इस में मनुष्यों को नहीं, परन्तु परमेश्वर को, जो हमारे मनों को जांचता है, प्रसन्न करते हैं।
याकूब 2:1
हे मेरे भाइयों, हमारे महिमायुक्त प्रभु यीशु मसीह का विश्वास तुम में पक्षपात के साथ न हो।
1 पतरस 1:17
और जब कि तुम, हे पिता, कह कर उस से प्रार्थना करते हो, जो बिना पक्षपात हर एक के काम के अनुसार न्याय करता है, तो अपने परदेशी होने का समय भय से बिताओ।
मरकुस 12:14
और उन्होंने आकर उस से कहा; हे गुरू, हम जानते हैं, कि तू सच्चा है, और किसी की परवाह नहीं करता; क्योंकि तू मनुष्यों का मुंह देख कर बातें नहीं करता, परन्तु परमेश्वर का मार्ग सच्चाई से बताता है।
मत्ती 22:16
सो उन्हों ने अपने चेलों को हेरोदियों के साथ उसके पास यह कहने को भेजा, कि हे गुरू; हम जानते हैं, कि तू सच्चा है; और परमेश्वर का मार्ग सच्चाई से सिखाता है; और किसी की परवा नहीं करता, क्योंकि तू मनुष्यों का मुंह देखकर बातें नही करता।
अय्यूब 22:6
तू ने तो अपने भाई का बन्धक अकारण रख लिया है, और नंगे के वस्त्र उतार लिये हैं।
1 राजा 21:8
तब उसने अहाब के नाम से चिट्ठी लिखकर उसकी अंगूठी की छाप लगाकर, उन पुरनियों और रईसों के पास भेज दी जो उसी नगर में नाबोत के पड़ोस में रहते थे।
2 शमूएल 14:14
हम को तो मरना ही है, और भूमि पर गिरे हुए जल के समान ठहरेंगे, जो फिर उठाया नहीं जाता; तौभी परमेश्वर प्राण नहीं लेता, वरन ऐसी युक्ति करता है कि निकाला हुआ उसके पास से निकाला हुआ न रहे।
1 शमूएल 16:7
परन्तु यहोवा ने शमूएल से कहा, न तो उसके रूप पर दृष्टि कर, और न उसके डील की ऊंचाई पर, क्योंकि मैं ने उसे अयोग्य जाना है; क्योंकि यहोवा का देखना मनुष्य का सा नहीं है; मनुष्य तो बाहर का रूप देखता है, परन्तु यहोवा की दृष्टि मन पर रहती है।
1 शमूएल 12:3
मैं उपस्थित हूं; इसलिये तुम यहोवा के साम्हने, और उसके अभिषिक्त के सामने मुझ पर साक्षी दो, कि मैं ने किस का बैल ले लिया? वा किस का गदहा ले लियो? वा किस पर अन्धेर किया? वा किस को पीसा? वा किस के हाथ से अपनी आंखें बन्द करने के लिये घूस लिया? बताओ, और मैं वह तुम को फेर दूंगा?
व्यवस्थाविवरण 24:17
किसी परदेशी मनुष्य वा अनाथ बालक का न्याय न बिगाड़ना, और न किसी विधवा के कपड़े को बन्धक रखना;
व्यवस्थाविवरण 17:8
यदि तेरी बस्तियों के भीतर कोई झगड़े की बात हो, अर्थात आपस के खून, वा विवाद, वा मारपीट का कोई मुकद्दमा उठे, और उसका न्याय करना तेरे लिये कठिन जान पड़े, तो उस स्थान को जा कर जो तेरा परमेश्वर यहोवा चुन लेगा;
निर्गमन 23:2
बुराई करने के लिये न तो बहुतों के पीछे हो लेना; और न उनके पीछे फिरके मुकद्दमें में न्याय बिगाड़ने को साक्षी देना;
अय्यूब 29:11
क्योंकि जब कोई मेरा समाचार सुनता, तब वह मुझे धन्य कहता था, और जब कोई मुझे देखता, तब मेरे विषय साक्षी देता था;
अय्यूब 31:13
जब मेरे दास वा दासी ने मुझ से झगड़ा किया, तब यदि मैं ने उनका हक मार दिया हो;
मीका 7:3
वे अपने दोनों हाथों से मन लगा कर बुराई करते हैं; हाकिम घूस मांगता, और न्यायी घूस लेने को तैयार रहता है, और रईस अपने मन की दुष्टता वर्णन करता है; इसी प्रकार से वे सब मिल कर जालसाजी करते हैं।
मीका 3:1
और मैं ने कहा, हे याकूब के प्रधानों, हे इस्राएल के घराने के न्याइयों, सुनो! क्या न्याय का भेद जानना तुम्हारा काम नहीं?
मीका 2:1
हाय उन पर, जो बिछौनों पर पड़े हुए बुराइयों की कल्पना करते और दुष्ट कर्म की इच्छा करते हैं, और बलवन्त होने के कारण भोर को दिन निकलते ही वे उसको पूरा करते हैं।
आमोस 5:11
तुम जो कंगालों को लताड़ा करते, और भेंट कहकर उस से अन्न हर लेते हो, इसलिये जो घर तुम ने गढ़े हुए पत्थरों के बनाए हैं, उन में रहने न पाओगे; और जो मनभावनी दाख की बारियां तुम ने लगाई हैं, उनका दाखमधु न पीने पाओगे।
यिर्मयाह 5:28
वे मोटे और चिकने हो गए हैं। बुरे कामों में वे सीमा को लांघ गए हैं; वे न्याय, विशेष कर के अनाथों का न्याय नहीं चुकाते; इस से उनका काम सफल नहीं होता: वे कंगालों का हक़ भी नहीं दिलाते।
यिर्मयाह 1:17
इसलिये तू अपनी कमर कस कर उठ; और जो कुछ कहने की मैं तुझे आज्ञा दूं वही उन से कह। तू उनके मुख को देख कर न घबराना, ऐसा न हो कि मैं तुझे उनके साम्हने घबरा दूं।
भजन संहिता 82:3
कंगाल और अनाथों का न्याय चुकाओ, दीन दरिद्र का विचार धर्म से करो।
अय्यूब 31:34
इस कारण कि मैं बड़ी भीड़ से भय खाता था, वा कुलीनों से तुच्छ किए जाने से डर गया यहां तक कि मैं द्वार से बाहर न निकला---
निर्गमन 18:18
और इस से तू क्या, वरन ये लोग भी जो तेरे संग हैं निश्चय हार जाएंगे, क्योंकि यह काम तेरे लिये बहुत भारी है; तू इसे अकेला नहीं कर सकता।