Habakkuk 1:7
वे भयानक और डरावने हैं, वे आप ही अपने न्याय की बड़ाई और प्रशंसा का कारण हैं।
Habakkuk 1:7 in Other Translations
King James Version (KJV)
They are terrible and dreadful: their judgment and their dignity shall proceed of themselves.
American Standard Version (ASV)
They are terrible and dreadful; their judgment and their dignity proceed from themselves.
Bible in Basic English (BBE)
They are greatly to be feared: their right comes from themselves.
Darby English Bible (DBY)
They are terrible and dreadful: their judgment and their dignity proceed from themselves.
World English Bible (WEB)
They are feared and dreaded. Their judgment and their dignity proceed from themselves.
Young's Literal Translation (YLT)
Terrible and fearful it `is', From itself its judgment and its excellency go forth.
| They | אָיֹ֥ם | ʾāyōm | ah-YOME |
| are terrible | וְנוֹרָ֖א | wĕnôrāʾ | veh-noh-RA |
| and dreadful: | ה֑וּא | hûʾ | hoo |
| their judgment | מִמֶּ֕נּוּ | mimmennû | mee-MEH-noo |
| dignity their and | מִשְׁפָּט֥וֹ | mišpāṭô | meesh-pa-TOH |
| shall proceed | וּשְׂאֵת֖וֹ | ûśĕʾētô | oo-seh-ay-TOH |
| of | יֵצֵֽא׃ | yēṣēʾ | yay-TSAY |
Cross Reference
यिर्मयाह 39:5
परन्तु कसदियों की सेना ने उन को खदेड़ कर सिदकिय्याह को यरीहो के अराबा में जा लिया और उन को बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर के पास हमात देश के रिबला में ले गए; और उसने वहां उसके दण्ड की आज्ञा दी।
व्यवस्थाविवरण 5:19
तू चोरी न करना॥
व्यवस्थाविवरण 5:27
इसलिये तू समीप जा, और जो कुछ हमारा परमेश्वर यहोवा कहे उसे सुन ले; फिर जो कुछ हमारा परमेश्वर यहोवा कहे उसे हम से कहना; और हम उसे सुनेंगे और उसे मानेंगे।
यशायाह 18:7
उस समय जिस जाति के लोग बलिष्ट और सुन्दर हैं, और जो आदि ही से डरावने होते आए हैं, और मापने और रौंदने वाले हैं, और जिनका देश नदियों से विभाजित किया हुआ है, उस जाति से सेनाओं के यहोवा के नाम के स्थान सिय्योन पर्वत पर सेनाओं के यहोवा के पास भेंट पहुंचाई जाएगी॥
यिर्मयाह 52:9
सो वे राजा को पकड़ कर हमात देश के रिबला में बाबुल के राजा के पास ले गए, और वहां उसने उसके दण्ड की आज्ञा दी।
यिर्मयाह 52:25
और नगर में से उसने एक खोजा पकड़ लिया, जो योद्धाओं के ऊपर ठहरा था; और जो पुरुष राजा के सम्मुख रहा करते थे, उन में से सात जन जो नगर में मिले; और सेनापति का मुन्शी जो साधारण लोगों को सेना में भरती करता था; और साधारण लोगों में से साठ पुरुष जो नगर में मिले,