Deuteronomy 26:10
अब हे यहोवा, देख, जो भूमि तू ने मुझे दी है उसकी पहली उपज मैं तेरे पास ले आया हूं।
Deuteronomy 26:10 in Other Translations
King James Version (KJV)
And now, behold, I have brought the firstfruits of the land, which thou, O LORD, hast given me. And thou shalt set it before the LORD thy God, and worship before the LORD thy God:
American Standard Version (ASV)
And now, behold, I have brought the first of the fruit of the ground, which thou, O Jehovah, hast given me. And thou shalt set it down before Jehovah thy God, and worship before Jehovah thy God:
Bible in Basic English (BBE)
So now, I have come here with the first of the fruits of the earth which you, O Lord, have given me. Then you will put it down before the Lord your God and give him worship:
Darby English Bible (DBY)
And now, behold, I have brought the first of the fruits of the land, which thou, Jehovah, hast given me. And thou shalt set it down before Jehovah thy God, and worship before Jehovah thy God.
Webster's Bible (WBT)
And now, behold, I have brought the first-fruits of the land, which thou, O LORD, hast given me: and thou shalt set it before the LORD thy God, and worship before the LORD thy God:
World English Bible (WEB)
Now, behold, I have brought the first of the fruit of the ground, which you, Yahweh, have given me. You shall set it down before Yahweh your God, and worship before Yahweh your God:
Young's Literal Translation (YLT)
`And now, lo, I have brought in the first of the fruits of the ground which thou hast given to me, O Jehovah; -- and thou hast placed it before Jehovah thy God, and bowed thyself before Jehovah thy God,
| And now, | וְעַתָּ֗ה | wĕʿattâ | veh-ah-TA |
| behold, | הִנֵּ֤ה | hinnē | hee-NAY |
| I have brought | הֵבֵ֙אתִי֙ | hēbēʾtiy | hay-VAY-TEE |
| אֶת | ʾet | et | |
| the firstfruits | רֵאשִׁית֙ | rēʾšît | ray-SHEET |
| פְּרִ֣י | pĕrî | peh-REE | |
| of the land, | הָֽאֲדָמָ֔ה | hāʾădāmâ | ha-uh-da-MA |
| which | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
| thou, O Lord, | נָתַ֥תָּה | nātattâ | na-TA-ta |
| given hast | לִּ֖י | lî | lee |
| me. And thou shalt set | יְהוָ֑ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| it before | וְהִנַּחְתּ֗וֹ | wĕhinnaḥtô | veh-hee-nahk-TOH |
| Lord the | לִפְנֵי֙ | lipnēy | leef-NAY |
| thy God, | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| and worship | אֱלֹהֶ֔יךָ | ʾĕlōhêkā | ay-loh-HAY-ha |
| before | וְהִֽשְׁתַּחֲוִ֔יתָ | wĕhišĕttaḥăwîtā | veh-hee-sheh-ta-huh-VEE-ta |
| the Lord | לִפְנֵ֖י | lipnê | leef-NAY |
| thy God: | יְהוָ֥ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| אֱלֹהֶֽיךָ׃ | ʾĕlōhêkā | ay-loh-HAY-ha |
Cross Reference
निर्गमन 22:29
अपने खेतों की उपज और फलों के रस में से कुछ मुझे देने में विलम्ब न करना। अपने बेटों में से पहिलौठे को मुझे देना।
1 पतरस 4:10
जिस को जो वरदान मिला है, वह उसे परमेश्वर के नाना प्रकार के अनुग्रह के भले भण्डारियों की नाईं एक दूसरे की सेवा में लगाए।
1 कुरिन्थियों 10:31
सो तुम चाहे खाओ, चाहे पीओ, चाहे जो कुछ करो, सब कुछ परमेश्वर की महीमा के लिये करो।
रोमियो 2:1
सो हे दोष लगाने वाले, तू कोई क्यों न हो; तू निरुत्तर है! क्योंकि जिस बात में तू दूसरे पर दोष लगाता है, उसी बात में अपने आप को भी दोषी ठहराता है, इसलिये कि तू जो दोष लगाता है, आप ही वही काम करता है।
यशायाह 66:23
फिर ऐसा होगा कि एक नये चांद से दूसरे नये चांद के दिन तक और एक विश्राम दिन से दूसरे विश्राम दिन तक समस्त प्राणी मेरे साम्हने दण्डवत करने को आया करेंगे; यहोवा का यही वचन है॥
नीतिवचन 3:9
अपनी संपत्ति के द्वारा और अपनी भूमि की पहिली उपज दे देकर यहोवा की प्रतिष्ठा करना;
भजन संहिता 95:6
आओ हम झुक कर दण्डवत करें, और अपने कर्ता यहोवा के साम्हने घुटने टेकें!
भजन संहिता 86:9
हे प्रभु जितनी जातियों को तू ने बनाया है, सब आकर तेरे साम्हने दणडवत करेंगी, और तेरे नाम की महिमा करेंगी।
भजन संहिता 22:29
पृथ्वी के सब हृष्टपुष्ट लोग भोजन करके दण्डवत करेंगे; वह सब जितने मिट्टी में मिल जाते हैं और अपना अपना प्राण नहीं बचा सकते, वे सब उसी के साम्हने घुटने टेकेंगे।
भजन संहिता 22:27
पृथ्वी के सब दूर दूर देशों के लोग उसको स्मरण करेंगे और उसकी ओर फिरेंगे; और जाति जाति के सब कुल तेरे साम्हने दण्डवत करेंगे।
1 इतिहास 29:14
मैं क्या हूँ? और मेरी प्रजा क्या है? कि हम को इस रीति से अपनी इच्छा से तुझे भेंट देने की शक्ति मिले? तुझी से तो सब कुछ मिलता है, और हम ने तेरे हाथ से पाकर तुझे दिया है।
व्यवस्थाविवरण 26:17
तू ने तो आज यहोवा को अपना परमेश्वर मानकर यह वचन दिया है, कि मैं तेरे बनाए हुए मार्गों पर चलूंगा, और तेरी विधियों, आज्ञाओं, और नियमों को माना करूंगा, और तेरी सुना करूंगा।
व्यवस्थाविवरण 26:4
तब याजक तेरे हाथ से वह टोकरी ले कर तेरे परमेश्वर यहोवा की वेदी के साम्हने धर दे।
व्यवस्थाविवरण 26:2
तब जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है, उसकी भूमि की भांति भांति की जो पहिली उपज तू अपने घर लाएगा, उस में से कुछ टोकरी में ले कर उस स्थान पर जाना, जिसे तेरा परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास करने को चुन ले।
व्यवस्थाविवरण 18:4
तू उसका अपनी पहिली उपज का अन्न, नया दाखमधु, और टटका तेल, और अपनी भेंड़ों का वह ऊन देना जो पहिली बार कतरा गया हो।
व्यवस्थाविवरण 6:10
और जब तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे उस देश में पहुंचाए जिसके विषय में उसने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब नाम, तेरे पूर्वजों से तुझे देने की शपथ खाई, और जब वह तुझ को बड़े बड़े और अच्छे नगर, जो तू ने नहीं बनाए,
गिनती 18:11
फिर ये वस्तुएं भी तेरी ठहरें, अर्थात जितनी भेंट इस्त्राएली हिलाने के लिये दें, उन को मैं तुझे और तेरे बेटे-बेटियों को सदा का हक करके दे देता हूं; तेरे घराने में जितने शुद्ध हों वह उन्हें खा सकेंगे।
प्रकाशित वाक्य 22:9
और उस ने मुझ से कहा, देख, ऐसा मत कर; क्योंकि मैं तेरा और तेरे भाई भविष्यद्वक्ताओं और इस पुस्तक की बातों के मानने वालों का संगी दास हूं; परमेश्वर ही को दण्डवत कर॥