Deuteronomy 6:7
और तू इन्हें अपने बाल-बच्चों को समझाकर सिखाया करना, और घर में बैठे, मार्ग पर चलते, लेटते, उठते, इनकी चर्चा किया करना।
Deuteronomy 6:7 in Other Translations
King James Version (KJV)
And thou shalt teach them diligently unto thy children, and shalt talk of them when thou sittest in thine house, and when thou walkest by the way, and when thou liest down, and when thou risest up.
American Standard Version (ASV)
and thou shalt teach them diligently unto thy children, and shalt talk of them when thou sittest in thy house, and when thou walkest by the way, and when thou liest down, and when thou risest up.
Bible in Basic English (BBE)
Teaching them to your children with all care, talking of them when you are at rest in your house or walking by the way, when you go to sleep and when you get up.
Darby English Bible (DBY)
and thou shalt impress them on thy sons, and shalt talk of them when thou sittest in thy house, and when thou goest on the way, and when thou liest down, and when thou risest up.
Webster's Bible (WBT)
And thou shalt teach them diligently to thy children, and shalt talk of them when thou sittest in thy house, and when thou walkest by the way, and when thou liest down, and when thou risest up.
World English Bible (WEB)
and you shall teach them diligently to your children, and shall talk of them when you sit in your house, and when you walk by the way, and when you lie down, and when you rise up.
Young's Literal Translation (YLT)
and thou hast repeated them to thy sons, and spoken of them in thy sitting in thine house, and in thy walking in the way, and in thy lying down, and in thy rising up,
| And diligently them teach shalt thou | וְשִׁנַּנְתָּ֣ם | wĕšinnantām | veh-shee-nahn-TAHM |
| unto thy children, | לְבָנֶ֔יךָ | lĕbānêkā | leh-va-NAY-ha |
| talk shalt and | וְדִבַּרְתָּ֖ | wĕdibbartā | veh-dee-bahr-TA |
| of them when thou sittest | בָּ֑ם | bām | bahm |
| house, thine in | בְּשִׁבְתְּךָ֤ | bĕšibtĕkā | beh-sheev-teh-HA |
| and when thou walkest | בְּבֵיתֶ֙ךָ֙ | bĕbêtekā | beh-vay-TEH-HA |
| way, the by | וּבְלֶכְתְּךָ֣ | ûbĕlektĕkā | oo-veh-lek-teh-HA |
| down, liest thou when and | בַדֶּ֔רֶךְ | badderek | va-DEH-rek |
| and when thou risest up. | וּֽבְשָׁכְבְּךָ֖ | ûbĕšokbĕkā | oo-veh-shoke-beh-HA |
| וּבְקוּמֶֽךָ׃ | ûbĕqûmekā | oo-veh-koo-MEH-ha |
Cross Reference
इफिसियों 6:4
और हे बच्चे वालों अपने बच्चों को रिस न दिलाओ परन्तु प्रभु की शिक्षा, और चितावनी देते हुए, उन का पालन-पोषण करो॥
व्यवस्थाविवरण 11:19
और तुम घर में बैठे, मार्ग पर चलते, लेटते-उठते इनकी चर्चा करके अपने लड़केबालों को सिखाया करना।
व्यवस्थाविवरण 6:2
और तू और तेरा बेटा और तेरा पोता यहोवा का भय मानते हुए उसकी उन सब विधियों और आज्ञाओं पर, जो मैं तुझे सुनाता हूं, अपने जीवन भर चलते रहें, जिस से तू बहुत दिन तक बना रहे।
व्यवस्थाविवरण 4:9
यह अत्यन्त आवश्यक है कि तुम अपने विषय में सचेत रहो, और अपने मन की बड़ी चौकसी करो, कहीं ऐसा न हो कि जो जो बातें तुम ने अपनी आंखों से देखीं उन को भूल जाओ, और वह जीवन भर के लिये तुम्हारे मन से जाती रहे; किन्तु तुम उन्हें अपने बेटों पोतों को सिखाना।
निर्गमन 12:26
और जब तुम्हारे लड़केबाले तुम से पूछें, कि इस काम से तुम्हारा क्या मतलब है?
उत्पत्ति 18:19
क्योंकि मैं जानता हूं, कि वह अपने पुत्रों और परिवार को जो उसके पीछे रह जाएंगे आज्ञा देगा कि वे यहोवा के मार्ग में अटल बने रहें, और धर्म और न्याय करते रहें, इसलिये कि जो कुछ यहोवा ने इब्राहीम के विषय में कहा है उसे पूरा करें।
निर्गमन 13:14
और आगे के दिनों में जब तुम्हारे पुत्र तुम से पूछें, कि यह क्या है? तो उन से कहना, कि यहोवा हम लोगों को दासत्व के घर से, अर्थात मिस्र देश से अपने हाथों के बल से निकाल लाया है।
1 पतरस 3:15
पर मसीह को प्रभु जान कर अपने अपने मन में पवित्र समझो, और जो कोई तुम से तुम्हारी आशा के विषय में कुछ पूछे, तो उसे उत्तर देने के लिये सर्वदा तैयार रहो, पर नम्रता और भय के साथ।
कुलुस्सियों 4:6
तुम्हारा वचन सदा अनुग्रह सहित और सलोना हो, कि तुम्हें हर मनुष्य को उचित रीति से उत्तर देना आ जाए।
इफिसियों 4:29
कोई गन्दी बात तुम्हारे मुंह से न निकले, पर आवश्यकता के अनुसार वही जो उन्नति के लिये उत्तम हो, ताकि उस से सुनने वालों पर अनुग्रह हो।
लूका 6:45
भला मनुष्य अपने मन के भले भण्डार से भली बातें निकालता है; और बुरा मनुष्य अपने मन के बुरे भण्डार से बुरी बातें निकालता है; क्योंकि जो मन में भरा है वही उसके मुंह पर आता है॥
मत्ती 12:35
भला, मनुष्य मन के भले भण्डार से भली बातें निकालता है; और बुरा मनुष्य बुरे भण्डार से बुरी बातें निकालता है।
मलाकी 3:16
तब यहोवा का भय मानने वालों ने आपस में बातें की, और यहोवा ध्यान धर कर उनकी सुनता था; और जो यहोवा का भय मानते और उसके नाम का सम्मान करते थे, उनके स्मरण के निमित्त उसके साम्हने एक पुस्तक लिखी जाती थी।
भजन संहिता 40:9
मैं ने बड़ी सभा में धर्म के शुभ समाचार का प्रचार किया है; देख, मैं ने अपना मुंह बन्द नहीं किया हे यहोवा, तू इसे जानता है।
भजन संहिता 78:4
उन्हे हम उनकी सन्तान से गुप्त न रखेंगें, परन्तु होनहार पीढ़ी के लोगों से, यहोवा का गुणानुवाद और उसकी सामर्थ और आश्चर्यकर्मों का वर्णन करेंगें॥
भजन संहिता 119:46
और मैं तेरी चितौनियों की चर्चा राजाओं के साम्हने भी करूंगा, और संकोच न करूंगा;
भजन संहिता 129:8
और न आने जाने वाले यह कहते हैं, कि यहोवा की आशीष तुम पर होवे! हम तुम को यहोवा के नाम से आशीर्वाद देते हैं!
नीतिवचन 6:22
वह तेरे चलने में तेरी अगुवाई, और सोते समय तेरी रक्षा, और जागते समय तुझ से बातें करेगी।
नीतिवचन 10:21
धर्मी के वचनों से बहुतों का पालन पोषण होता है, परन्तु मूढ़ लोग निर्बुद्धि होने के कारण मर जाते हैं।
नीतिवचन 15:2
बुद्धिमान ज्ञान का ठीक बखान करते हैं, परन्तु मूर्खों के मुंह से मूढ़ता उबल आती है।
नीतिवचन 15:7
बुद्धिमान लोग बातें करने से ज्ञान को फैलाते हैं, परन्तु मूर्खों का मन ठीक नहीं रहता।
भजन संहिता 37:30
धर्मी अपने मुंह से बुद्धि की बातें करता, और न्याय का वचन कहता है।
रूत 4:11
तब फाटक के पास जितने लोग थे उन्होंने और वृद्ध लोगों ने कहा, हम साक्षी हैं। यह जो स्त्री तेरे घर में आती है उसको यहोवा इस्राएल के घराने की दो उपजानेवाली राहेल और लिआ: के समान करे। और तू एप्राता में वीरता करे, और बेतलेहेम में तेरा बड़ा नाम हो;