Ezekiel 20:32
जो बात तुम्हारे मन में आती है कि हम काठ और पत्थर के उपासक हो कर अन्यजातियों और देश देश के कुलों के समान हो जाएंगे, वह किसी भांति पूरी नहीं होने की।
Ezekiel 20:32 in Other Translations
King James Version (KJV)
And that which cometh into your mind shall not be at all, that ye say, We will be as the heathen, as the families of the countries, to serve wood and stone.
American Standard Version (ASV)
and that which cometh into your mind shall not be at all, in that ye say, We will be as the nations, as the families of the countries, to serve wood and stone.
Bible in Basic English (BBE)
And that which comes into your minds will never take place; when you say, We will be like the nations, like the families of the countries, servants of wood and stone;
Darby English Bible (DBY)
And that which cometh into your mind shall not be at all, that ye say, We will be as the nations, as the families of the countries, in serving wood and stone.
World English Bible (WEB)
and that which comes into your mind shall not be at all, in that you say, We will be as the nations, as the families of the countries, to serve wood and stone.
Young's Literal Translation (YLT)
And that which is going up on your mind, It is not at all -- in that ye are saying: We will be as the nations, as the families of the lands, To serve wood and stone.
| And that which cometh | וְהָֽעֹלָה֙ | wĕhāʿōlāh | veh-ha-oh-LA |
| into | עַל | ʿal | al |
| your mind | ר֣וּחֲכֶ֔ם | rûḥăkem | ROO-huh-HEM |
| not shall | הָי֖וֹ | hāyô | ha-YOH |
| be at all, | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| תִֽהְיֶ֑ה | tihĕye | tee-heh-YEH | |
| that | אֲשֶׁ֣ר׀ | ʾăšer | uh-SHER |
| ye | אַתֶּ֣ם | ʾattem | ah-TEM |
| say, | אֹמְרִ֗ים | ʾōmĕrîm | oh-meh-REEM |
| be will We | נִֽהְיֶ֤ה | nihĕye | nee-heh-YEH |
| as the heathen, | כַגּוֹיִם֙ | kaggôyim | ha-ɡoh-YEEM |
| as the families | כְּמִשְׁפְּח֣וֹת | kĕmišpĕḥôt | keh-meesh-peh-HOTE |
| countries, the of | הָאֲרָצ֔וֹת | hāʾărāṣôt | ha-uh-ra-TSOTE |
| to serve | לְשָׁרֵ֖ת | lĕšārēt | leh-sha-RATE |
| wood | עֵ֥ץ | ʿēṣ | ayts |
| and stone. | וָאָֽבֶן׃ | wāʾāben | va-AH-ven |
Cross Reference
यहेजकेल 11:5
तब यहोवा का आत्मा मुझ पर उतरा, और मुझ से कहा, ऐसा कह, यहोवा यों कहता है, कि हे इस्राएल के घराने तुम ने ऐसा ही कहा हे; जो कुछ तुम्हारे मन में आता है, उसे मैं जानता हूँ।
यिर्मयाह 44:17
जो जो मन्नतें हम मान चुके हैं उन्हें हम निश्चय पूरी करेंगी, हम स्वर्ग की रानी के लिये धूप जलाएंगे और तपावन देंगे, जैसे कि हमारे पुरखा लोग और हम भी अपने राजाओं और और हाकिमों समेत यहूदा के नगरों में और यरूशलेम की सड़कों में करते थे; क्योंकि उस समय हम पेट भर के खाते और भले चंगे रहते और किसी विपत्ति में नहीं पड़ते थे।
प्रकाशित वाक्य 9:20
और बाकी मनुष्यों ने जो उन मरियों से न मरे थे, अपने हाथों के कामों से मन न फिराया, कि दुष्टात्माओं की, और सोने और चान्दी, और पीतल, और पत्थर, और काठ की मूरतों की पूजा न करें, जो न देख, न सुन, न चल सकती हैं।
दानिय्येल 5:4
वे दाखमधु पी पीकर सोने, चान्दी, पीतल, लोहे, काठ और पत्थर के देवताओं की स्तुति कर ही रहे थे,
व्यवस्थाविवरण 4:28
और वहां तुम मनुष्य के बनाए हुए लकड़ी और पत्थर के देवताओं की सेवा करोगे, जो न देखते, और न सुनते, और न खाते, और न सूंघते हैं।
रोमियो 12:2
और इस संसार के सदृश न बनो; परन्तु तुम्हारी बुद्धि के नये हो जाने से तुम्हारा चाल-चलन भी बदलता जाए, जिस से तुम परमेश्वर की भली, और भावती, और सिद्ध इच्छा अनुभव से मालूम करते रहो॥
यहेजकेल 38:10
परमेश्वर यहोवा यों कहता है, उस दिन तेरे मन में ऐसी ऐसी बातें आएंगी कि तू एक बुरी युक्ति भी निकालेगा;
विलापगीत 3:37
यदि यहोवा ने आज्ञा न दी हो, तब कौन है कि वचन कहे और वह पूरा हो जाए?
यिर्मयाह 44:29
इस बात का मैं यह चिन्ह देता हूं, यहोवा की यह वाणी है, कि मैं तुम्हें इसी स्थान में दण्ड दूंगा, जिस से तुम जान लोगे कि तुम्हारी हानि करने में मेरे वचन निश्चय पूरे होंगे।
यशायाह 37:19
और उनके देवताओं को आग में झोंका है; क्योंकि वे ईश्वर न थे, वे केवल मनुष्यों की कारीगरी, काठ और पत्थर ही थे; इस कारण वे उन को नाश कर सके।
नीतिवचन 19:21
मनुष्य के मन में बहुत सी कल्पनाएं होती हैं, परन्तु जो युक्ति यहोवा करता है, वही स्थिर रहती है।
भजन संहिता 139:2
तू मेरा उठना बैठना जानता है; और मेरे विचारों को दूर ही से समझ लेता है।
1 शमूएल 8:5
उस से कहने लगे, सुन, तू तो अब बूढ़ा हो गया, और तेरे पुत्र तेरी राह पर नहीं चलते; अब हम पर न्याय करने के लिये सब जातियों की रीति के अनुसार हमारे लिये एक राजा नियुक्त कर दे।
व्यवस्थाविवरण 29:17
तब तुम ने उनकी कैसी कैसी घिनौनी वस्तुएं, और काठ, पत्थर, चांदी, सोने की कैसी मूरतें देखीं।
व्यवस्थाविवरण 28:64
और यहोवा तुझ को पृथ्वी के इस छोर से ले कर उस छोर तक के सब देशों के लोगों में तित्तर बित्तर करेगा; और वहां रहकर तू अपने और अपने पुरखाओं के अनजाने काठ और पत्थर के दूसरे देवताओं की उपासना करेगा।
व्यवस्थाविवरण 28:36
यहोवा तुझ को उस राजा समेत, जिस को तू अपने ऊपर ठहराएगा, तेरी और तेरे पूर्वजों से अनजानी एक जाति के बीच पहुंचाएगा; और उसके मध्य में रहकर तू काठ और पत्थर के दूसरे देवताओं की उपासना और पूजा करेगा।