Ezekiel 21:7
और जब वे तुझ से पूछें कि तू क्यों आह मारता है, तब कहना, समाचार के कारण। क्योंकि ऐसी बात आने वाली है कि सब के मन टूट जाएंगे और सब के हाथ ढीले पड़ेंगे, सब की आत्मा बेबस और सब के घुटने निर्बल हो जाएंगे। देखो, ऐसी ही बात आने वाली है, और वह अवश्य पूरी होगी, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।
Ezekiel 21:7 in Other Translations
King James Version (KJV)
And it shall be, when they say unto thee, Wherefore sighest thou? that thou shalt answer, For the tidings; because it cometh: and every heart shall melt, and all hands shall be feeble, and every spirit shall faint, and all knees shall be weak as water: behold, it cometh, and shall be brought to pass, saith the Lord GOD.
American Standard Version (ASV)
And it shall be, when they say unto thee, Wherefore sighest thou? that thou shalt say, Because of the tidings, for it cometh; and every heart shall melt, and all hands shall be feeble, and every spirit shall faint, and all knees shall be weak as water: behold, it cometh, and it shall be done, saith the Lord Jehovah.
Bible in Basic English (BBE)
And when they say to you, Why are you making sounds of grief? then say, Because of the news, for it is coming: and every heart will become soft, and all hands will be feeble, and every spirit will be burning low, and all knees will be turned to water: see, it is coming and it will be done, says the Lord.
Darby English Bible (DBY)
And it shall be, when they say unto thee, Wherefore dost thou sigh? that thou shalt say, Because of the tidings, for it cometh; and every heart shall melt, and all hands shall be feeble, and every spirit shall languish, and all knees shall melt into water: behold, it cometh; it is here, saith the Lord Jehovah.
World English Bible (WEB)
It shall be, when they tell you, Why do you sigh? that you shall say, Because of the news, for it comes; and every heart shall melt, and all hands shall be feeble, and every spirit shall faint, and all knees shall be weak as water: behold, it comes, and it shall be done, says the Lord Yahweh.
Young's Literal Translation (YLT)
and it hath come to pass, when they say unto thee, For what art thou sighing? that thou hast said: Because of the report, for it is coming, And melted hath every heart, And feeble hath been all hands, And weak is every spirit, And all knees go -- waters, Lo, it is coming, yea, it hath been, An affirmation of the Lord Jehovah.'
| And it shall be, | וְהָיָה֙ | wĕhāyāh | veh-ha-YA |
| when | כִּֽי | kî | kee |
| they say | יֹאמְר֣וּ | yōʾmĕrû | yoh-meh-ROO |
| unto | אֵלֶ֔יךָ | ʾēlêkā | ay-LAY-ha |
| thee, Wherefore | עַל | ʿal | al |
| מָ֖ה | mâ | ma | |
| sighest | אַתָּ֣ה | ʾattâ | ah-TA |
| thou? | נֶאֱנָ֑ח | neʾĕnāḥ | neh-ay-NAHK |
| answer, shalt thou that | וְאָמַרְתָּ֡ | wĕʾāmartā | veh-ah-mahr-TA |
| For | אֶל | ʾel | el |
| the tidings; | שְׁמוּעָ֣ה | šĕmûʿâ | sheh-moo-AH |
| because | כִֽי | kî | hee |
| cometh: it | בָאָ֡ה | bāʾâ | va-AH |
| and every | וְנָמֵ֣ס | wĕnāmēs | veh-na-MASE |
| heart | כָּל | kāl | kahl |
| shall melt, | לֵב֩ | lēb | lave |
| and all | וְרָפ֨וּ | wĕrāpû | veh-ra-FOO |
| hands | כָל | kāl | hahl |
| shall be feeble, | יָדַ֜יִם | yādayim | ya-DA-yeem |
| and every | וְכִהֲתָ֣ה | wĕkihătâ | veh-hee-huh-TA |
| spirit | כָל | kāl | hahl |
| faint, shall | ר֗וּחַ | rûaḥ | ROO-ak |
| and all | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
| knees | בִּרְכַּ֙יִם֙ | birkayim | beer-KA-YEEM |
| shall be weak | תֵּלַ֣כְנָה | tēlaknâ | tay-LAHK-na |
| water: as | מַּ֔יִם | mayim | MA-yeem |
| behold, | הִנֵּ֤ה | hinnē | hee-NAY |
| it cometh, | בָאָה֙ | bāʾāh | va-AH |
| pass, to brought be shall and | וְנִֽהְיָ֔תָה | wĕnihĕyātâ | veh-nee-heh-YA-ta |
| saith | נְאֻ֖ם | nĕʾum | neh-OOM |
| the Lord | אֲדֹנָ֥י | ʾădōnāy | uh-doh-NAI |
| God. | יְהוִֽה׃ | yĕhwi | yeh-VEE |
Cross Reference
यहेजकेल 7:17
सब के हाथ ढीले और सब के घुटने अति निर्बल हो जाएंगे।
नहूम 2:10
वह खाली, छूछीं और सूनी हो गई है! मन कच्चा हो गया, और पांव कांपते हैं; और उन सभों कि कटियों में बड़ी पीड़ा उठी, और सभों के मुख का रंग उड़ गया है!
यहेजकेल 7:26
विपत्ति पर विपत्ति आएगी और उड़ती हुई चर्चा पर चर्चा सुनाई पड़ेगी; और लोग भविष्यद्वक्ता से दर्शन की बात पूछेंगे, परन्तु याजक के पास से व्यवस्था, और पुरनिये के पास से सम्मति देने की शक्ति जाती रहेगी।
यिर्मयाह 50:43
उनका समाचार सुनते ही बाबुल के राजा के हाथ पांव ढीले पड़ गए, और उसको ज़च्चा की सी पीड़ें उठीं।
यशायाह 13:7
इस कारण सब के हाथ ढ़ीले पड़ेंगे, और हर एक मनुष्य का हृदय पिघल जाएगा,
यहेजकेल 7:2
हे मनुष्य के सन्तान, प्रभु यहोवा इस्राएल की भूमि के विषय में यों कहता है, कि अन्त हुआ; चारों कोनों समेत देश का अन्त आ गया है।
यहेजकेल 12:9
हे मनुष्य के सन्तान, क्या इस्राएल के घराने ने अर्थात उस बलवा करने वाले घराने ने तुझ से यह नहीं पूछा, कि यह तू क्या करता है?
यहेजकेल 12:22
हे मनुष्य के सन्तान यह क्या कहावत है जो तुम लोग इस्राएल के देश में कहा करते हो, कि दिन अधिक हो गए हैं, और दर्शन की कोई बात पूरी नहीं हुई?
यहेजकेल 20:49
तब मैं ने कहा, हाय परमेश्वर यहोवा! लोग तो मेरे विषय में कहा करते हैं कि क्या वह दृष्टान्त ही का कहने वाला नहीं है?
यहेजकेल 24:19
तब लोग मुझ से कहने लगे, क्या तू हमें न बताएगा कि यह जो तू करता है, इसका हम लोगों के लिये क्या अर्थ है?
लूका 21:26
और भय के कारण और संसार पर आनेवाली घटनाओं की बाट देखते देखते लोगों के जी में जी न रहेगा क्योंकि आकाश की शक्तियां हिलाई जाएंगी।
इब्रानियों 12:12
इसलिये ढीले हाथों और निर्बल घुटनों को सीधे करो।
1 पतरस 4:7
सब बातों का अन्त तुरन्त होने वाला है; इसलिये संयमी होकर प्रार्थना के लिये सचेत रहो।
विलापगीत 5:17
इस कारण हमारा हृदय निर्बल हो गया है, इन्हीं बातों से हमारी आंखें धुंधली पड़ गई हैं,
यिर्मयाह 49:23
दमिश्क के विषय, हमात और अर्पद की आश टूटी है, क्योंकि उन्होंने बुरा समाचार सुना है, वे गल गए हैं; समुद्र पर चिन्ता है, वह शान्त नहीं हो सकता।
लैव्यवस्था 26:36
और तुम में से जो बच रहेंगे और अपने शत्रुओं के देश में होंगे उनके हृदय में मैं कायरता उपजाऊंगा; और वे पत्ते के खड़कने से भी भाग जाएंगे, और वे ऐसे भागेंगे जैसे कोई तलवार से भागे, और किसी के बिना पीछा किए भी वे गिर गिर पड़ेंगे।
व्यवस्थाविवरण 20:8
इसके अलावा सरदार सिपाहियों से यह भी कहें, कि कौन कौन मनुष्य है जो डरपोक और कच्चे मन का है, वह भी अपने घर को लौट जाए, ऐसा न हो कि उसकी देखा देखी उसके भाइयोंका भी हियाव टूट जाए।
यहोशू 2:9
इन पुरूषों से कहने लगी, मुझे तो निश्चय है कि यहोवा ने तुम लोगों को यह देश दिया है, और तुम्हारा भय हम लोगों के मन में समाया है, और इस देश के सब निवासी तुम्हारे कारण घबरा रहे हैं।
यहोशू 5:1
जब यरदन के पच्छिम की ओर रहने वाले एमोरियों के सब राजाओं ने, और समुद्र के पास रहने वाले कनानियों के सब राजाओं ने यह सुना, कि यहोवा ने इस्राएलियों के पार होने तक उनके साम्हने से यरदन का जल हटाकर सुखा रखा है, तब इस्राएलियों के डर के मारे उनका मन घबरा गया, और उनके जी में जी न रहा॥
2 शमूएल 17:10
तब वीर का हृदय, जो सिंह का सा होता है, उसका भी हियाव छूट जाएगा, समस्त इस्राएल तो जानता है कि तेरा पिता वीर है, और उसके संगी बड़े योद्धा हैं।
2 राजा 21:12
इस कारण इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यों कहता है कि सुनो, मैं यरूशलेम और यहूदा पर ऐसी विपत्ति डालना चाहता हूँ कि जो कोई उसका समाचार सुनेगा वह बड़े सन्नाटे में आ जाएगा।
अय्यूब 4:3
सुन, तू ने बहुतों को शिक्षा दी है, और निर्बल लोगों को बलवन्त किया है।
यशायाह 7:2
जब दाऊद के घराने को यह समाचार मिला कि अरामियों ने एप्रैमियों से सन्धि की है, तब उसका और प्रजा का भी मन ऐसा कांप उठा जैसे वन के वृक्ष वायु चलने से कांप जाते हैं।
यशायाह 28:19
जब जब वह बढ़ आए, तब तब वह तुम को ले जाएगी; वह प्रति दिन वरन रात दिन बढ़ा करेंगी; और इस समाचार का सुनना ही व्याकुल होने का कारण होगा।
यशायाह 35:3
ढीले हाथों को दृढ़ करो और थरथराते हुए घुटनों को स्थिर करो।
यिर्मयाह 6:22
यहोवा यों कहता है, देखो, उत्तर से वरन पृथ्वी की छोर से एक बड़ी जाति के लोग इस देश के विरोध में उभारे जाएंगे।
यिर्मयाह 8:18
हाय! हाय! इस शोक की दशा में मुझे शान्ति कहां से मिलेगी? मेरा हृदय भीतर ही भीतर तड़पता है!
निर्गमन 15:15
एदोम के अधिपति व्याकुल होंगे; मोआब के पहलवान थरथरा उठेंगे; सब कनान निवासियों के मन पिघल जाएंगें॥