Ezekiel 34:29
और मैं उनके लिये महान बारियें उपजाऊंगा, और वे देश में फिर भूखों न मरेंगे, और न जाति-जाति के लोग फिर उनकी निन्दा करेंगे।
Ezekiel 34:29 in Other Translations
King James Version (KJV)
And I will raise up for them a plant of renown, and they shall be no more consumed with hunger in the land, neither bear the shame of the heathen any more.
American Standard Version (ASV)
And I will raise up unto them a plantation for renown, and they shall be no more consumed with famine in the land, neither bear the shame of the nations any more.
Bible in Basic English (BBE)
And I will give them planting-places of peace, and they will no longer be wasted from need of food or put to shame by the nations.
Darby English Bible (DBY)
And I will raise up for them a plant of renown, and they shall be no more consumed with hunger in the land, neither bear the ignominy of the nations any more.
World English Bible (WEB)
I will raise up to them a plantation for renown, and they shall be no more consumed with famine in the land, neither bear the shame of the nations any more.
Young's Literal Translation (YLT)
And I have raised for them a plant for renown, And they are no more consumed by hunger in the land, And they bear no more the shame of the nations.
| And I will raise up | וַהֲקִמֹתִ֥י | wahăqimōtî | va-huh-kee-moh-TEE |
| plant a them for | לָהֶ֛ם | lāhem | la-HEM |
| of renown, | מַטָּ֖ע | maṭṭāʿ | ma-TA |
| and they shall be | לְשֵׁ֑ם | lĕšēm | leh-SHAME |
| no | וְלֹֽא | wĕlōʾ | veh-LOH |
| more | יִהְי֨וּ | yihyû | yee-YOO |
| consumed | ע֜וֹד | ʿôd | ode |
| with hunger | אֲסֻפֵ֤י | ʾăsupê | uh-soo-FAY |
| in the land, | רָעָב֙ | rāʿāb | ra-AV |
| neither | בָּאָ֔רֶץ | bāʾāreṣ | ba-AH-rets |
| bear | וְלֹֽא | wĕlōʾ | veh-LOH |
| the shame | יִשְׂא֥וּ | yiśʾû | yees-OO |
| of the heathen | ע֖וֹד | ʿôd | ode |
| any more. | כְּלִמַּ֥ת | kĕlimmat | keh-lee-MAHT |
| הַגּוֹיִֽם׃ | haggôyim | ha-ɡoh-YEEM |
Cross Reference
यहेजकेल 36:29
और मैं तुम को तुम्हारी सारी अशुद्धता से छुड़ाऊंगा, और अन्न उपजने की आज्ञा देकर, उसे बढ़ाऊंगा और तुम्हारे बीच अकाल न डालूंगा।
यशायाह 4:2
उस समय इस्राएल के बचे हुओं के लिये यहोवा का पल्लव, भूषण और महिमा ठहरेगा, और भूमि की उपज, बड़ाई और शोभा ठहरेगी।
यहेजकेल 36:15
और मैं फिर जाति-जाति के लोगों से तेरी निन्दा न सुनवाऊंगा, और तुझे जाति-जाति की ओर से फिर नामधराई न सहनी पड़ेगी, और तुझ पर बसी हुई जाति को तू फिर ठोकर न खिलाएगा, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।
यहेजकेल 34:26
और मैं उन्हें और अपनी पहाड़ी के आस पास के स्थानों को आशीष का कारण बना दूंगा; और मेंह को मैं ठीक समय में बरसाया करूंगा; और वे आशीषों की वर्षा होंगी।
प्रकाशित वाक्य 7:16
वे फिर भूखे और प्यासे न होंगे: ओर न उन पर धूप, न कोई तपन पड़ेगी।
जकर्याह 6:12
और उस से यह कह, सेनाओं का यहोवा यों कहता है, उस पुरूष को देख जिस का नाम शाख है, वह अपने ही स्थान से उगकर यहोवा के मन्दिर को बनाएगा।
जकर्याह 3:8
हे यहोशू महायाजक, तू सुन ले, और तेरे भाईबन्धु जो तेरे साम्हने खड़े हैं वे भी सुनें, क्योंकि वे मनुष्य शुभ शकुन हैं: सुनो, मैं अपने दास शाख को प्रगट करूंगा।
यहेजकेल 36:3
इस कारण भविष्यद्वाणी कर के कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता हे, लोगों ने जो तुम्हें उजाड़ा और चारों ओर से तुम्हें ऐसा निगल लिया कि तुम बची हुई जातियों का अधिकार हो जाओ, और लुतरे तुम्हारी चर्चा करते और साधारण लोग तुम्हारी निन्दा करते हैं;
यिर्मयाह 33:15
उन दिनों में और उन समयों में मैं दाऊद के वंश में धर्म की एक डाल उगाऊंगा; और वह इस देश में न्याय और धर्म के काम करेगा।
यिर्मयाह 23:5
यहोवा की यह भी वाणी है, देख ऐसे दिन आते हैं जब मैं दाऊद के कुल में एक धमीं अंकुर उगाऊंगा, और वह राजा बनकर बुद्धि से राज्य करेगा, और अपने देश में न्याय और धर्म से प्रभुता करेगा।
यशायाह 61:3
और सिय्योन के विलाप करने वालों के सिर पर की राख दूर कर के सुन्दर पगड़ी बान्ध दूं, कि उनका विलाप दूर कर के हर्ष का तेल लगाऊं और उनकी उदासी हटाकर यश का ओढ़ना ओढ़ाऊं; जिस से वे धर्म के बांजवृक्ष और यहोवा के लगाए हुए कहलाएं और जिस से उसकी महिमा प्रगट हो।
यशायाह 60:21
और तेरे लोग सब के सब धर्मी होंगे; वे सर्वदा देश के अधिकारी रहेंगे, वे मेरे लगाए हुए पौधे और मेरे हाथों का काम ठहरेंगे, जिस से मेरी महिमा प्रगट हो।
यशायाह 53:2
क्योंकि वह उसके साम्हने अंकुर की नाईं, और ऐसी जड़ के समान उगा जो निर्जल भूमि में फूट निकले; उसकी न तो कुछ सुन्दरता थी कि हम उसको देखते, और न उसका रूप ही हमें ऐसा दिखाई पड़ा कि हम उसको चाहते।
यशायाह 49:9
और जो अन्धियारे में हैं उन से कहे, अपने आप को दिखलाओ! वे मार्गों के किनारे किनारे पेट भरने पाएंगे, सब मुण्डे टीलों पर भी उन को चराई मिलेगी।
यशायाह 11:1
तब यिशै के ठूंठ में से एक डाली फूट निकलेगी और उसकी जड़ में से एक शाखा निकल कर फलवन्त होगी।
यशायाह 9:6
क्योंकि हमारे लिये एक बालक उत्पन्न हुआ, हमें एक पुत्र दिया गया है; और प्रभुता उसके कांधे पर होगी, और उसका नाम अद्भुत, युक्ति करने वाला, पराक्रमी परमेश्वर, अनन्तकाल का पिता, और शान्ति का राजकुमार रखा जाएगा।
भजन संहिता 72:17
उसका नाम सदा सर्वदा बना रहेगा; जब तक सूर्य बना रहेगा, तब तक उसका नाम नित्य नया होता रहेगा, और लोग अपने को उसके कारण धन्य गिनेंगे, सारी जातियां उसको भाग्यवान कहेंगी॥