Galatians 2:16
तौभी यह जानकर कि मनुष्य व्यवस्था के कामों से नहीं, पर केवल यीशु मसीह पर विश्वास करने के द्वारा धर्मी ठहरता है, हम ने आप भी मसीह यीशु पर विश्वास किया, कि हम व्यवस्था के कामों से नहीं पर मसीह पर विश्वास करने से धर्मी ठहरें; इसलिये कि व्यवस्था के कामों से कोई प्राणी धर्मी न ठहरेगा।
Galatians 2:16 in Other Translations
King James Version (KJV)
Knowing that a man is not justified by the works of the law, but by the faith of Jesus Christ, even we have believed in Jesus Christ, that we might be justified by the faith of Christ, and not by the works of the law: for by the works of the law shall no flesh be justified.
American Standard Version (ASV)
yet knowing that a man is not justified by the works of the law but through faith in Jesus Christ, even we believed on Christ Jesus, that we might be justified by faith in Christ, and not by the works of the law: because by the works of the law shall no flesh be justified.
Bible in Basic English (BBE)
Being conscious that a man does not get righteousness by the works of the law, but through faith in Jesus Christ, we had faith in Christ Jesus, so that we might get righteousness by faith in Christ, and not by the works of the law: because by the works of the law will no flesh get righteousness.
Darby English Bible (DBY)
but knowing that a man is not justified on the principle of works of law [nor] but by the faith of Jesus Christ, *we* also have believed on Christ Jesus, that we might be justified on the principle of [the] faith of Christ; and not of works of law; because on the principle of works of law no flesh shall be justified.
World English Bible (WEB)
yet knowing that a man is not justified by the works of the law but through the faith of Jesus Christ, even we believed in Christ Jesus, that we might be justified by faith in Christ, and not by the works of the law, because no flesh will be justified by the works of the law.
Young's Literal Translation (YLT)
having known also that a man is not declared righteous by works of law, if not through the faith of Jesus Christ, also we in Christ Jesus did believe, that we might be declared righteous by the faith of Christ, and not by works of law, wherefore declared righteous by works of law shall be no flesh.'
| Knowing | εἰδότες | eidotes | ee-THOH-tase |
| that | ὅτι | hoti | OH-tee |
| a man | οὐ | ou | oo |
| is not | δικαιοῦται | dikaioutai | thee-kay-OO-tay |
| justified | ἄνθρωπος | anthrōpos | AN-throh-pose |
| by | ἐξ | ex | ayks |
| the works | ἔργων | ergōn | ARE-gone |
| of the law, | νόμου | nomou | NOH-moo |
| but | ἐὰν | ean | ay-AN |
| μὴ | mē | may | |
| by | διὰ | dia | thee-AH |
| the faith | πίστεως | pisteōs | PEE-stay-ose |
| of Jesus | Ἰησοῦ | iēsou | ee-ay-SOO |
| Christ, | Χριστοῦ | christou | hree-STOO |
| even | καὶ | kai | kay |
| we | ἡμεῖς | hēmeis | ay-MEES |
| believed have | εἰς | eis | ees |
| in | Χριστὸν | christon | hree-STONE |
| Jesus | Ἰησοῦν | iēsoun | ee-ay-SOON |
| Christ, | ἐπιστεύσαμεν | episteusamen | ay-pee-STAYF-sa-mane |
| that | ἵνα | hina | EE-na |
| justified be might we | δικαιωθῶμεν | dikaiōthōmen | thee-kay-oh-THOH-mane |
| by | ἐκ | ek | ake |
| the faith | πίστεως | pisteōs | PEE-stay-ose |
| Christ, of | Χριστοῦ | christou | hree-STOO |
| and | καὶ | kai | kay |
| not | οὐκ | ouk | ook |
| by | ἐξ | ex | ayks |
| the works | ἔργων | ergōn | ARE-gone |
| law: the of | νόμου | nomou | NOH-moo |
| for by | διότι | dioti | thee-OH-tee |
| the works | οὐ | ou | oo |
| of | δικαιωθήσεται | dikaiōthēsetai | thee-kay-oh-THAY-say-tay |
| law the | ἐξ | ex | ayks |
| shall no be | ἔργων | ergōn | ARE-gone |
| νόμου | nomou | NOH-moo | |
| flesh | πᾶσα | pasa | PA-sa |
| justified. | σάρξ | sarx | SAHR-ks |
Cross Reference
फिलिप्पियों 3:9
और उस में पाया जाऊं; न कि अपनी उस धामिर्कता के साथ, जो व्यवस्था से है, वरन उस धामिर्कता के साथ जो मसीह पर विश्वास करने के कारण है, और परमेश्वर की ओर से विश्वास करने पर मिलती है।
भजन संहिता 143:2
और अपने दास से मुकद्दमा न चला! क्योंकि कोई प्राणी तेरी दृष्टि में निर्दोष नहीं ठहर सकता॥
रोमियो 9:30
सो हम क्या कहें? यह कि अन्यजातियों ने जो धामिर्कता की खोज नहीं करते थे, धामिर्कता प्राप्त की अर्थात उस धामिर्कता को जो विश्वास से है।
रोमियो 3:19
हम जानते हैं, कि व्यवस्था जो कुछ कहती है उन्हीं से कहती है, जो व्यवस्था के आधीन हैं: इसलिये कि हर एक मुंह बन्द किया जाए, और सारा संसार परमेश्वर के दण्ड के योग्य ठहरे।
1 पतरस 1:2
और परमेश्वर पिता के भविष्य ज्ञान के अनुसार, आत्मा के पवित्र करने के द्वारा आज्ञा मानने, और यीशु मसीह के लोहू के छिड़के जाने के लिये चुने गए हैं। तुम्हें अत्यन्त अनुग्रह और शान्ति मिलती रहे॥
इब्रानियों 7:18
निदान, पहिली आज्ञा निर्बल; और निष्फल होने के कारण लोप हो गई।
गलातियों 5:4
तुम जो व्यवस्था के द्वारा धर्मी ठहरना चाहते हो, मसीह से अलग और अनुग्रह से गिर गए हो।
गलातियों 4:5
ताकि व्यवस्था के आधीनों को मोल लेकर छुड़ा ले, और हम को लेपालक होने का पद मिले।
गलातियों 3:22
परन्तु पवित्र शास्त्र ने सब को पाप के आधीन कर दिया, ताकि वह प्रतिज्ञा जिस का आधार यीशु मसीह पर विश्वास करना है, विश्वास करने वालों के लिये पूरी हो जाए॥
गलातियों 3:10
सो जितने लोग व्यवस्था के कामों पर भरोसा रखते हैं, वे सब श्राप के आधीन हैं, क्योंकि लिखा है, कि जो कोई व्यवस्था की पुस्तक में लिखी हुई सब बातों के करने में स्थिर नहीं रहता, वह श्रापित है।
1 पतरस 1:8
उस से तुम बिन देखे प्रेम रखते हो, और अब तो उस पर बिन देखे भी विश्वास करके ऐसे आनन्दित और मगन होते हो, जो वर्णन से बाहर और महिमा से भरा हुआ है।
1 पतरस 1:18
क्योंकि तुम जानते हो, कि तुम्हारा निकम्मा चाल-चलन जो बाप दादों से चला आता है उस से तुम्हारा छुटकारा चान्दी सोने अर्थात नाशमान वस्तुओं के द्वारा नहीं हुआ।
1 पतरस 2:24
वह आप ही हमारे पापों को अपनी देह पर लिए हुए क्रूस पर चढ़ गया जिस से हम पापों के लिये मर कर के धामिर्कता के लिये जीवन बिताएं: उसी के मार खाने से तुम चंगे हुए।
1 पतरस 3:18
इसलिये कि मसीह ने भी, अर्थात अधमिर्यों के लिये धर्मी ने पापों के कारण एक बार दुख उठाया, ताकि हमें परमेश्वर के पास पहुंचाए: वह शरीर के भाव से तो घात किया गया, पर आत्मा के भाव से जिलाया गया।
2 पतरस 1:1
शमौन पतरस की और से जो यीशु मसीह का दास और प्रेरित है, उन लोगों के नाम जिन्होंने हमारे परमेश्वर और उद्धारकर्ता यीशु मसीह की धामिर्कता से हमारा सा बहुमूल्य विश्वास प्राप्त किया है।
1 यूहन्ना 1:7
पर यदि जैसा वह ज्योति में है, वैसे ही हम भी ज्योति में चलें, तो एक दूसरे से सहभागिता रखते हैं; और उसके पुत्र यीशु का लोहू हमें सब पापों से शुद्ध करता है।
1 यूहन्ना 2:1
हे मेरे बालकों, मैं ये बातें तुम्हें इसलिये लिखता हूं, कि तुम पाप न करो; और यदि कोई पाप करे, तो पिता के पास हमारा एक सहायक है, अर्थात धार्मिक यीशु मसीह।
प्रकाशित वाक्य 7:9
इस के बाद मैं ने दृष्टि की, और देखो, हर एक जाति, और कुल, और लोग और भाषा में से एक ऐसी बड़ी भीड़, जिसे कोई गिन नहीं सकता था श्वेत वस्त्र पहिने, और अपने हाथों में खजूर की डालियां लिये हुए सिंहासन के साम्हने और मेम्ने के साम्हने खड़ी है।
प्रकाशित वाक्य 7:14
मैं ने उस से कहा; हे स्वामी, तू ही जानता है: उस ने मुझ से कहा; ये वे हैं, जो उस बड़े क्लेश में से निकल कर आए हैं; इन्होंने अपने अपने वस्त्र मेम्ने के लोहू में धो कर श्वेत किए हैं।
गलातियों 2:19
मैं तो व्यवस्था के द्वारा व्यवस्था के लिये मर गया, कि परमेश्वर के लिये जीऊं।
2 कुरिन्थियों 5:19
अर्थात परमेश्वर ने मसीह में होकर अपने साथ संसार का मेल मिलाप कर लिया, और उन के अपराधों का दोष उन पर नहीं लगाया और उस ने मेल मिलाप का वचन हमें सौंप दिया है॥
प्रेरितों के काम 13:38
इसलिये, हे भाइयो; तुम जान लो कि इसी के द्वारा पापों की क्षमा का समाचार तुम्हें दिया जाता है।
प्रेरितों के काम 4:12
और किसी दूसरे के द्वारा उद्धार नहीं; क्योंकि स्वर्ग के नीचे मनुष्यों में और कोई दूसरा नाम नहीं दिया गया, जिस के द्वारा हम उद्धार पा सकें॥
यूहन्ना 20:31
परन्तु ये इसलिये लिखे गए हैं, कि तुम विश्वास करो, कि यीशु ही परमेश्वर का पुत्र मसीह है: और विश्वास करके उसके नाम से जीवन पाओ॥
यूहन्ना 6:68
शमौन पतरस ने उस को उत्तर दिया, कि हे प्रभु हम किस के पास जाएं? अनन्त जीवन की बातें तो तेरे ही पास हैं।
लूका 10:25
और देखो, एक व्यवस्थापक उठा; और यह कहकर, उस की परीक्षा करने लगा; कि हे गुरू, अनन्त जीवन का वारिस होने के लिये मैं क्या करूं?
भजन संहिता 130:3
हे याह, यदि तू अधर्म के कामों का लेखा ले, तो हे प्रभु कौन खड़ा रह सकेगा?
अय्यूब 25:4
फिर मनुष्य ईश्वर की दृष्टि में धमीं क्योंकर ठहर सकता है? और जो स्त्री से उत्पन्न हुआ है वह क्योंकर निर्मल हो सकता है?
अय्यूब 9:29
मैं तो दोषी ठहरूंगा; फिर व्यर्थ क्यों परिश्रम करूं?
रोमियो 1:17
क्योंकि उस में परमेश्वर की धामिर्कता विश्वास से और विश्वास के लिये प्रगट होती है; जैसा लिखा है, कि विश्वास से धर्मी जन जीवित रहेगा॥
रोमियो 3:30
क्योंकि एक ही परमेश्वर है, जो खतना वालों को विश्वास से और खतना रहितों को भी विश्वास के द्वारा धर्मी ठहराएगा।
1 कुरिन्थियों 6:11
और तुम में से कितने ऐसे ही थे, परन्तु तुम प्रभु यीशु मसीह के नाम से और हमारे परमेश्वर के आत्मा से धोए गए, और पवित्र हुए और धर्मी ठहरे॥
रोमियो 8:30
फिर जिन्हें उस ने पहिले से ठहराया, उन्हें बुलाया भी, और जिन्हें बुलाया, उन्हें धर्मी भी ठहराया है, और जिन्हें धर्मी ठहराया, उन्हें महिमा भी दी है॥
रोमियो 8:3
क्योंकि जो काम व्यवस्था शरीर के कारण दुर्बल होकर न कर सकी, उस को परमेश्वर ने किया, अर्थात अपने ही पुत्र को पापमय शरीर की समानता में, और पाप के बलिदान होने के लिये भेजकर, शरीर में पाप पर दण्ड की आज्ञा दी।
रोमियो 5:8
परन्तु परमेश्वर हम पर अपने प्रेम की भलाई इस रीति से प्रगट करता है, कि जब हम पापी ही थे तभी मसीह हमारे लिये मरा।
रोमियो 4:24
वरन हमारे लिये भी जिन के लिये विश्वास धामिर्कता गिना जाएगा, अर्थात हमारे लिये जो उस पर विश्वास करते हैं, जिस ने हमारे प्रभु यीशु को मरे हुओं में से जिलाया।
रोमियो 4:13
क्योंकि यह प्रतिज्ञा कि वह जगत का वारिस होगा, न इब्राहीम को, न उसके वंश को व्यवस्था के द्वारा दी गई थी, परन्तु विश्वास की धामिर्कता के द्वारा मिली।
रोमियो 4:5
परन्तु जो काम नहीं करता वरन भक्तिहीन के धर्मी ठहराने वाले पर विश्वास करता है, उसका विश्वास उसके लिये धामिर्कता गिना जाता है।
रोमियो 4:2
क्योंकि यदि इब्राहीम कर्मों से धर्मी ठहराया जाता, तो उसे घमण्ड करने की जगह होती, परन्तु परमेश्वर के निकट नहीं।
अय्यूब 9:2
मैं निश्चय जानता हूं, कि बात ऐसी ही है; परन्तु मनुष्य ईश्वर की दृष्टि में क्योंकर धमीं ठहर सकता है?