Genesis 8:21
इस पर यहोवा ने सुखदायक सुगन्ध पाकर सोचा, कि मनुष्य के कारण मैं फिर कभी भूमि को शाप न दूंगा, यद्यपि मनुष्य के मन में बचपन से जो कुछ उत्पन्न होता है सो बुरा ही होता है; तौभी जैसा मैं ने सब जीवों को अब मारा है, वैसा उन को फिर कभी न मारूंगा।
Genesis 8:21 in Other Translations
King James Version (KJV)
And the LORD smelled a sweet savor; and the LORD said in his heart, I will not again curse the ground any more for man's sake; for the imagination of man's heart is evil from his youth; neither will I again smite any more every thing living, as I have done.
American Standard Version (ASV)
And Jehovah smelled the sweet savor; and Jehovah said in his heart, I will not again curse the ground any more for man's sake, for that the imagination of man's heart is evil from his youth; neither will I again smite any more everything living, as I have done.
Bible in Basic English (BBE)
And when the sweet smell came up to the Lord, he said in his heart, I will not again put a curse on the earth because of man, for the thoughts of man's heart are evil from his earliest days; never again will I send destruction on all living things as I have done.
Darby English Bible (DBY)
And Jehovah smelled the sweet odour. And Jehovah said in his heart, I will no more henceforth curse the ground on account of Man, for the thought of Man's heart is evil from his youth; and I will no more smite every living thing, as I have done.
Webster's Bible (WBT)
And the LORD smelled a sweet savor; and the LORD said in his heart, I will not again curse the ground any more for man's sake; for the imagination of man's heart is evil from his youth: neither will I again smite any more every living animal as I have done.
World English Bible (WEB)
Yahweh smelled the sweet savor. Yahweh said in his heart, "I will not again curse the ground any more for man's sake, because the imagination of man's heart is evil from his youth; neither will I ever again strike everything living, as I have done.
Young's Literal Translation (YLT)
and Jehovah smelleth the sweet fragrance, and Jehovah saith unto His heart, `I continue not to disesteem any more the ground because of man, though the imagination of the heart of man `is' evil from his youth; and I continue not to smite any more all living, as I have done;
| And the Lord | וַיָּ֣רַח | wayyāraḥ | va-YA-rahk |
| smelled | יְהוָה֮ | yĕhwāh | yeh-VA |
| a sweet | אֶת | ʾet | et |
| רֵ֣יחַ | rêaḥ | RAY-ak | |
| savour; | הַנִּיחֹחַ֒ | hannîḥōḥa | ha-nee-hoh-HA |
| and the Lord | וַיֹּ֨אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
| said | יְהוָ֜ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| in | אֶל | ʾel | el |
| heart, his | לִבּ֗וֹ | libbô | LEE-boh |
| I will not | לֹֽא | lōʾ | loh |
| again | אֹ֠סִף | ʾōsip | OH-seef |
| curse | לְקַלֵּ֨ל | lĕqallēl | leh-ka-LALE |
| ע֤וֹד | ʿôd | ode | |
| the ground | אֶת | ʾet | et |
| any more | הָֽאֲדָמָה֙ | hāʾădāmāh | ha-uh-da-MA |
| for man's | בַּֽעֲב֣וּר | baʿăbûr | ba-uh-VOOR |
| sake; | הָֽאָדָ֔ם | hāʾādām | ha-ah-DAHM |
| for | כִּ֠י | kî | kee |
| the imagination | יֵ֣צֶר | yēṣer | YAY-tser |
| of man's | לֵ֧ב | lēb | lave |
| heart | הָֽאָדָ֛ם | hāʾādām | ha-ah-DAHM |
| evil is | רַ֖ע | raʿ | ra |
| from his youth; | מִנְּעֻרָ֑יו | minnĕʿurāyw | mee-neh-oo-RAV |
| neither | וְלֹֽא | wĕlōʾ | veh-LOH |
| again I will | אֹסִ֥ף | ʾōsip | oh-SEEF |
| smite | ע֛וֹד | ʿôd | ode |
| any more | לְהַכּ֥וֹת | lĕhakkôt | leh-HA-kote |
| אֶת | ʾet | et | |
| thing every | כָּל | kāl | kahl |
| living, | חַ֖י | ḥay | hai |
| as | כַּֽאֲשֶׁ֥ר | kaʾăšer | ka-uh-SHER |
| I have done. | עָשִֽׂיתִי׃ | ʿāśîtî | ah-SEE-tee |
Cross Reference
यिर्मयाह 17:9
मन तो सब वस्तुओं से अधिक धोखा देने वाला होता है, उस में असाध्य रोग लगा है; उसका भेद कौन समझ सकता है?
उत्पत्ति 6:5
और यहोवा ने देखा, कि मनुष्यों की बुराई पृथ्वी पर बढ़ गई है, और उनके मन के विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है सो निरन्तर बुरा ही होता है।
उत्पत्ति 3:17
और आदम से उसने कहा, तू ने जो अपनी पत्नी की बात सुनी, और जिस वृक्ष के फल के विषय मैं ने तुझे आज्ञा दी थी कि तू उसे न खाना उसको तू ने खाया है, इसलिये भूमि तेरे कारण शापित है: तू उसकी उपज जीवन भर दु:ख के साथ खाया करेगा:
उत्पत्ति 6:17
और सुन, मैं आप पृथ्वी पर जलप्रलय करके सब प्राणियों को, जिन में जीवन की आत्मा है, आकाश के नीचे से नाश करने पर हूं: और सब जो पृथ्वी पर हैं मर जाएंगे।
लैव्यवस्था 1:9
और वह उसकी अंतडिय़ों और पैरों को जल से धोए। तब याजक सब को वेदी पर जलाए, कि वह होमबलि यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे॥
लैव्यवस्था 1:13
और वह उसकी अंतडिय़ों और पैरों को जल से धोए। और याजक सब को समीप ले जा कर वेदी पर जलाए, कि वह होमबलि और यहोवा के लिये सुगन्धदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे॥
भजन संहिता 51:5
देख, मैं अधर्म के साथ उत्पन्न हुआ, और पाप के साथ अपनी माता के गर्भ में पड़ा॥
रोमियो 1:21
इस कारण कि परमेश्वर को जानने पर भी उन्होंने परमेश्वर के योग्य बड़ाई और धन्यवाद न किया, परन्तु व्यर्थ विचार करने लगे, यहां तक कि उन का निर्बुद्धि मन अन्धेरा हो गया।
2 कुरिन्थियों 2:15
क्योंकि हम परमेश्वर के निकट उद्धार पाने वालों, और नाश होने वालों, दोनो के लिये मसीह के सुगन्ध हैं।
अय्यूब 14:4
अशुद्ध वस्तु से शुद्ध वस्तु को कौन निकाल सकता है? कोई नहीं।
भजन संहिता 58:3
दुष्ट लोग जन्मते ही पराए हो जाते हैं, वे पेट से निकलते ही झूठ बोलते हुए भटक जाते हैं।
यहेजकेल 20:41
जब मैं तुम्हें देश देश के लोगों में से अलग करूं और उन देशों से जिन में तुम तितर-बितर हुए हो, इकट्ठा करूं, तब तुम को सुखदायक सुगन्ध जान कर ग्रहण करूंगा, और अन्य जातियों के साम्हने तुम्हारे द्वारा पवित्र ठहराया जाऊंगा।
सभोपदेशक 7:20
नि:सन्देह पृथ्वी पर कोई ऐसा धर्मी मनुष्य नहीं जो भलाई ही करे और जिस से पाप न हुआ हो॥
मत्ती 15:19
क्योंकि कुचिन्ता, हत्या, पर स्त्रीगमन, व्यभिचार, चोरी, झूठी गवाही और निन्दा मन ही से निकलतीं है।
यूहन्ना 3:6
क्योंकि जो शरीर से जन्मा है, वह शरीर है; और जो आत्मा से जन्मा है, वह आत्मा है।
रोमियो 3:23
इसलिये कि सब ने पाप किया है और परमेश्वर की महिमा से रहित हैं।
इफिसियों 2:1
और उस ने तुम्हें भी जिलाया, जो अपने अपराधों और पापों के कारण मरे हुए थे।
इफिसियों 5:2
और प्रेम में चलो; जैसे मसीह ने भी तुम से प्रेम किया; और हमारे लिये अपने आप को सुखदायक सुगन्ध के लिये परमेश्वर के आगे भेंट करके बलिदान कर दिया।
फिलिप्पियों 4:18
मेरे पास सब कुछ है, वरन बहुतायत से भी है: जो वस्तुएं तुम ने इपफ्रुदीतुस के हाथ से भेजी थीं उन्हें पाकर मैं तृप्त हो गया हूं, वह तो सुगन्ध और ग्रहण करने के योग्य बलिदान है, जो परमेश्वर को भाता है।
लैव्यवस्था 1:17
और वह उसको पंखों के बीच से फाड़े, पर अलग अलग न करे। तब याजक उसको वेदी पर उस लकड़ी के ऊपर रखकर जो आग पर होगी जलाए, कि वह होमबलि और यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे॥
यिर्मयाह 18:12
परन्तु वे कहते हैं, ऐसा नहीं होने का, हम तो अपनी ही कल्पनाओं के अनुसार चलेंगे और अपने बुरे मन के हठ पर बने रहेंगे।
लैव्यवस्था 26:31
और मैं तुम्हारे नगरों को उजाड़ दूंगा, और तुम्हारे पवित्र स्थानों को उजाड़ दूंगा, और तुम्हारा सुखदायक सुगन्ध ग्रहण न करूंगा।
1 यूहन्ना 5:19
हम जानते हैं, कि हम परमेश्वर से हैं, और सारा संसार उस दुष्ट के वश में पड़ा है।
2 पतरस 3:6
इन्हीं के द्वारा उस युग का जगत जल में डूब कर नाश हो गया।
यशायाह 47:12
अपने तन्त्र मन्त्र और बहुत से टोनहों को, जिनका तू ने बाल्यावस्था ही से अभ्यास किया है उपयोग में ला, सम्भव है तू उन से लाभ उठा सके या उनके बल से स्थिर रह सके।
श्रेष्ठगीत 4:10
हे मेरी बहिन, हे मेरी दुल्हिन, तेरा प्रेम क्या ही मनोहर है! तेरा प्रेम दाखमधु से क्या ही उत्तम है, और तेरे इत्रोंका सुगन्ध इस प्रकार के मसालों के सुगन्ध से!
नीतिवचन 20:9
कौन कह सकता है कि मैं ने अपने हृदय को पवित्र किया; अथवा मैं पाप से शुद्ध हुआ हूं?
अय्यूब 15:14
मनुष्य है क्या कि वह निष्कलंक हो? और जो स्त्री से उत्पन्न हुआ वह है क्या कि निर्दोष हो सके?
निर्गमन 29:25
तब उन वस्तुओं को उनके हाथों से ले कर होमबलि की वेदी पर जला देना, जिस से वह यहोवा के साम्हने सुखदायक सुगन्ध ठहरे; वह तो यहोवा के लिये हवन होगा।
निर्गमन 29:18
तब उस पूरे मेढ़े को वेदी पर जलाना; वह तो यहोवा के लिये होमबलि होगा; वह सुखदायक सुगन्ध और यहोवा के लिये हवन होगा।
उत्पत्ति 9:11
और मैं तुम्हारे साथ अपनी इस वाचा को पूरा करूंगा; कि सब प्राणी फिर जलप्रलय से नाश न होंगे: और पृथ्वी के नाश करने के लिये फिर जलप्रलय न होगा।
उत्पत्ति 5:29
और यह कहकर उसका नाम नूह रखा, कि यहोवा ने जो पृथ्वी को शाप दिया है, उसके विषय यह लड़का हमारे काम में, और उस कठिन परिश्रम में जो हम करते हैं, हम को शान्ति देगा।
यशायाह 47:15
जिनके लिये तू परिश्रम करती आई है वे सब तेरे लिये वैसे ही होंगे, और जो तेरी युवावस्था से तेरे संग व्यापार करते आए हैं, उन में से प्रत्येक अपनी अपनी दिशा की ओर चले जाएंगे; तेरा बचाने वाला कोई न रहेगा॥
यशायाह 48:8
हां निश्चय तू ने उन्हें न तो सुना, न जाना, न इस से पहिले तेरे कान ही खुले थे। क्योंकि मैं जानता था कि तू निश्चय विश्वासघात करेगा, और गर्भ ही से तेरा नाम अपराधी पड़ा है॥
याकूब 4:1
तुम में लड़ाइयां और झगड़े कहां से आ गए? क्या उन सुख-विलासों से नहीं जो तुम्हारे अंगों में लड़ते-भिड़ते हैं?
याकूब 1:14
परन्तु प्रत्येक व्यक्ति अपनी ही अभिलाषा में खिंच कर, और फंस कर परीक्षा में पड़ता है।
रोमियो 8:7
क्योंकि शरीर पर मन लगाना तो परमेश्वर से बैर रखना है, क्योंकि न तो परमेश्वर की व्यवस्था के आधीन है, और न हो सकता है।
आमोस 5:21
मैं तुम्हारे पर्वों से बैर रखता, और उन्हें निकम्मा जानता हूं, और तुम्हारी महासभाओं से मैं प्रसन्न नहीं।
यिर्मयाह 8:6
मैं ने ध्यान देकर सुना, परन्तु ये ठीक नहीं बोलते; इन में से किसी ने अपनी बुराई से पछताकर नहीं कहा, हाय! मैं ने यह क्या किया है? जैसा घोड़ा लड़ाई में वेग से दौड़ता है, वैसे ही इन में से हर एक जन अपनी ही दौड़ में दौड़ता है।
यशायाह 65:6
देखो, यह बात मेरे साम्हने लिखी हुई है: मैं चुप न रहूंगा, मैं निश्चय बदला दूंगा वरन तुम्हारे और तुम्हारे पुरखाओं के भी अधर्म के कामों का बदला तुम्हारी गोद में भर दूंगा।
यशायाह 54:9
यह मेरी दृष्टि में नूह के समय के जलप्रलय के समान है; क्योंकि जैसे मैं ने शपथ खाई थी कि नूह के समय के जलप्रलय से पृथ्वी फिर न डूबेगी, वैसे ही मैं ने यह भी शपथ खाई है कि फिर कभी तुझ पर क्रोध न करूंगा और न तुझ को धमकी दूंगा।
यशायाह 53:6
हम तो सब के सब भेड़ों की नाईं भटक गए थे; हम में से हर एक ने अपना अपना मार्ग लिया; और यहोवा ने हम सभों के अधर्म का बोझ उसी पर लाद दिया॥
उत्पत्ति 4:12
चाहे तू भूमि पर खेती करे, तौभी उसकी पूरी उपज फिर तुझे न मिलेगी, और तू पृथ्वी पर बहेतू और भगोड़ा होगा।