हाग्गै 2:16
उन दिनों में जब कोई अन्न के बीस नपुओं की आशा से जाता, तब दास ही पाता था, और जब कोई दाखरस के कुण्ड के पास इस आशा से जाता कि पचास बर्तन भर निकालें, तब बीस ही निकलते थे।
Since those days were, | מִֽהְיוֹתָ֥ם | mihĕyôtām | mee-heh-yoh-TAHM |
when one came | בָּא֙ | bāʾ | ba |
to | אֶל | ʾel | el |
heap an | עֲרֵמַ֣ת | ʿărēmat | uh-ray-MAHT |
of twenty | עֶשְׂרִ֔ים | ʿeśrîm | es-REEM |
measures, there were | וְהָיְתָ֖ה | wĕhāytâ | veh-hai-TA |
but ten: | עֲשָׂרָ֑ה | ʿăśārâ | uh-sa-RA |
came one when | בָּ֣א | bāʾ | ba |
to | אֶל | ʾel | el |
the pressfat | הַיֶּ֗קֶב | hayyeqeb | ha-YEH-kev |
out draw to for | לַחְשֹׂף֙ | laḥśōp | lahk-SOFE |
fifty | חֲמִשִּׁ֣ים | ḥămiššîm | huh-mee-SHEEM |
press, the of out vessels | פּוּרָ֔ה | pûrâ | poo-RA |
there were | וְהָיְתָ֖ה | wĕhāytâ | veh-hai-TA |
but twenty. | עֶשְׂרִֽים׃ | ʿeśrîm | es-REEM |