Hosea 7:16
वे फिरते तो हैं, परन्तु परमप्रधान की ओर नहीं; वे धोखा देने वाले धनुष के समान हैं; इसलिये उनके हाकिम अपनी क्रोधभरी बातों के कारण तलवार से मारे जाएंगे। मिस्र देश में उनके ठट्ठों में उड़ाए जाने का यही कारण होगा॥
Hosea 7:16 in Other Translations
King James Version (KJV)
They return, but not to the most High: they are like a deceitful bow: their princes shall fall by the sword for the rage of their tongue: this shall be their derision in the land of Egypt.
American Standard Version (ASV)
They return, but not to `him that is' on high; they are like a deceitful bow; their princes shall fall by the sword for the rage of their tongue: this shall be their derision in the land of Egypt.
Bible in Basic English (BBE)
They have gone to what is of no value; they are like a false bow; their captains will come to destruction by the sword, and their ruler by my wrath; for this, the land of Egypt will make sport of them.
Darby English Bible (DBY)
They return, [but] not to the [Most] High: they are like a deceitful bow. Their princes shall fall by the sword for the rage of their tongue: this shall be their derision in the land of Egypt.
World English Bible (WEB)
They return, but not to the Most High. They are like a faulty bow. Their princes will fall by the sword for the rage of their tongue. This will be their derision in the land of Egypt.
Young's Literal Translation (YLT)
They turn back -- not to the Most High, They have been as a deceitful bow, Fall by sword do their princes, From the insolence of their tongue, This `is' their derision in the land of Egypt!
| They return, | יָשׁ֣וּבוּ׀ | yāšûbû | ya-SHOO-voo |
| but not | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| to the most High: | עָ֗ל | ʿāl | al |
| are they | הָיוּ֙ | hāyû | ha-YOO |
| like a deceitful | כְּקֶ֣שֶׁת | kĕqešet | keh-KEH-shet |
| bow: | רְמִיָּ֔ה | rĕmiyyâ | reh-mee-YA |
| princes their | יִפְּל֥וּ | yippĕlû | yee-peh-LOO |
| shall fall | בַחֶ֛רֶב | baḥereb | va-HEH-rev |
| sword the by | שָׂרֵיהֶ֖ם | śārêhem | sa-ray-HEM |
| for the rage | מִזַּ֣עַם | mizzaʿam | mee-ZA-am |
| tongue: their of | לְשׁוֹנָ֑ם | lĕšônām | leh-shoh-NAHM |
| this | ז֥וֹ | zô | zoh |
| derision their be shall | לַעְגָּ֖ם | laʿgām | la-ɡAHM |
| in the land | בְּאֶ֥רֶץ | bĕʾereṣ | beh-EH-rets |
| of Egypt. | מִצְרָֽיִם׃ | miṣrāyim | meets-RA-yeem |
Cross Reference
भजन संहिता 78:57
और मुड़ कर अपने पुरखाओं की नाईं विश्वासघात किया; उन्होंने निकम्मे धनुष की नाईं धोखा दिया।
होशे 9:3
वे यहोवा के देश में रहने न पाएंगे; परन्तु एप्रैम मिस्र में लौट जाएगा, और वे अश्शूर में अशुद्ध वस्तुएं खाएंगे॥
यहेजकेल 23:32
प्रभु यहोवा यों कहता है, अपनी बहिन के कटोरे से तुझे पीना पड़ेगा जो गहिरा और चौड़ा है; तू हंसी और ठट्ठों में उड़ाई जाएगी, क्योंकि उस कटोरे में बहुत कुछ समाता है।
भजन संहिता 73:9
वे डींग मारते हैं। वे मानों स्वर्ग में बैठे हुए बोलते हैं, और वे पृथ्वी में बोलते फिरते हैं॥
भजन संहिता 12:4
वे कहते हैं कि हम अपनी जीभ ही से जीतेंगे, हमारे ओंठ हमारे ही वश में हैं; हमारा प्रभु कौन है?
होशे 9:6
देखो, वे सत्यानाश होने के डर के मारे चले गए; परन्तु वहां मर जाएंगे और मिस्री उनकी लोथें इकट्ठी करेंगे; और मोप के निवासी उन को मिट्टी देंगे। उनकी मनभावनी चान्दी की वस्तुएं बिच्छु पेड़ों के बीच में पड़ेंगी, और उनके तम्बुओं में झड़बेरी उगेगी।
प्रकाशित वाक्य 13:5
कौन उस से लड़ सकता है और बड़े बोल बोलने और निन्दा करने के लिये उसे एक मुंह दिया गया, और उसे बयालीस महीने तक काम करने का अधिकार दिया गया।
2 पतरस 2:8
( क्योंकि वह धर्मी उन के बीच में रहते हुए, और उन के अधर्म के कामों को देख देख कर, और सुन सुन कर, हर दिन अपने सच्चे मन को पीडित करता था)।
याकूब 3:5
वैसे ही जीभ भी एक छोटा सा अंग है और बड़ी बड़ी डींगे मारती है: देखो, थोड़ी सी आग से कितने बड़े वन में आग लग जाती है।
लूका 11:24
जब अशुद्ध आत्मा मनुष्य में से निकल जाती है तो सूखी जगहों में विश्राम ढूंढ़ती फिरती है; और जब नहीं पाती तो कहती है; कि मैं अपने उसी घर में जहां से निकली थी लौट जाऊंगी।
लूका 8:13
चट्टान पर के वे हैं, कि जब सुनते हैं, तो आनन्द से वचन को ग्रहण तो करते हैं, परन्तु जड़ न पकड़ने से वे थोड़ी देर तक विश्वास रखते हैं, और परीक्षा के समय बहक जाते हैं।
मत्ती 12:36
और मै तुम से कहता हूं, कि जो जो निकम्मी बातें मनुष्य कहेंगे, न्याय के दिन हर एक बात का लेखा देंगे।
होशे 11:7
मेरी प्रजा मुझ से फिर जाने में लगी रहती है; यद्यपि वे उन को परमप्रधान की ओर बुलाते हैं, तौभी उन में से कोई भी मेरी महिमा नहीं करता॥
भजन संहिता 57:4
मेरा प्राण सिंहों के बीच में है, मुझे जलते हुओं के बीच में लेटना पड़ता है, अर्थात ऐसे मनुष्यों के बीच में जिन के दांत बर्छी और तीर हैं, और जिनकी जीभ तेज तलवार है॥
भजन संहिता 78:37
क्योंकि उनका हृदय उसकी ओर दृढ़ न था; न वे उसकी वाचा के विषय सच्चे थे।
यशायाह 3:8
यरूशलेम तो डगमगाया और यहूदा गिर गया है; क्योंकि उनके वचन और उनके काम यहोवा के विरुद्ध हैं, जो उसकी तेजोमय आंखों के साम्हने बलवा करने वाले ठहरे हैं॥
यिर्मयाह 3:10
इतने पर भी उसकी विश्वासघाती बहिन यहूदा पूर्ण मन से मेरी ओर नहीं फिरी, परन्तु कपट से, यहोवा की यही वाणी है।
यिर्मयाह 18:18
तब वे कहने लगे, चलो, यिर्मयाह के विरुद्ध युक्ति करें, क्योंकि न याजक से व्यवस्था, न ज्ञानी से सम्मति, न भविष्यद्वक्ता से वचन दूर होंगे। आओ, हम उसकी कोई बात पकड़ कर उसको नाश कराएं और फिर उसकी किसी बात पर ध्यान न दें।
यहेजकेल 36:20
परन्तु जब वे उन जातियों में पहुंचे जिन में वे पहुंचाए गए, तब उन्होंने मेरे पवित्र नाम को अपवित्र ठहराया, क्योंकि लोग उनके विषय में यह कहने लगे, ये यहोवा की प्रजा हैं, परन्तु उसके देश से निकाले गए हैं।
होशे 6:4
हे एप्रैम, मैं तुझ से क्या करूं? हे यहूदा, मैं तुझ से क्या करूं? तुम्हारा स्नेह तो भोर के मेघ के समान, और सवेरे उड़ जाने वाली ओस के समान है।
होशे 7:13
उन पर हाय, क्योंकि वे मेरे पास से भटक गए! उनका सत्यानाश होए, क्योंकि उन्होंने मुझ से बलवा किया है! मैं तो उन्हें छुड़ाता रहा, परन्तु वे मुझ से झूठ बोलते आए हैं॥
होशे 8:13
वे मेरे लिये बलिदान तो करते हैं, और पशु बलि भी करते हैं, परन्तु उसका फल मांस ही है; वे आप ही उसे खाते हैं; परन्तु यहोवा उन से प्रसन्न नहीं होता। अब वह उनके अधर्म की सुधि ले कर उनके पाप का दण्ड देगा; वे मिस्र में लौट जाएंगे।
भजन संहिता 52:2
तेरी जीभ केवल दुष्टता गढ़ती है; सान धरे हुए अस्तुरे की नाईं वह छल का काम करती है।