यशायाह 27:1 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल यशायाह यशायाह 27 यशायाह 27:1

Isaiah 27:1
उस समय यहोवा अपनी कड़ी, बड़ी, और पोड़ तलवार से लिव्यातान नाम वेग और टेढ़े चलने वाले सर्प को दण्ड देगा, और जो अजगर समुद्र में रहता है उसको भी घात करेगा॥

Isaiah 27Isaiah 27:2

Isaiah 27:1 in Other Translations

King James Version (KJV)
In that day the LORD with his sore and great and strong sword shall punish leviathan the piercing serpent, even leviathan that crooked serpent; and he shall slay the dragon that is in the sea.

American Standard Version (ASV)
In that day Jehovah with his hard and great and strong sword will punish leviathan the swift serpent, and leviathan the crooked serpent; and he will slay the monster that is in the sea.

Bible in Basic English (BBE)
In that day the Lord, with his great and strong and cruel sword, will send punishment on Leviathan, the quick-moving snake, and on Leviathan, the twisted snake; and he will put to death the dragon which is in the sea.

Darby English Bible (DBY)
In that day Jehovah, with his sore and great and strong sword, will visit leviathan the fleeing serpent, and leviathan the crooked serpent; and he will slay the monster that is in the sea.

World English Bible (WEB)
In that day Yahweh with his hard and great and strong sword will punish leviathan the swift serpent, and leviathan the crooked serpent; and he will kill the monster that is in the sea.

Young's Literal Translation (YLT)
In that day lay a charge doth Jehovah, With his sword -- the sharp, and the great, and the strong, On leviathan -- a fleeing serpent, And on leviathan -- a crooked serpent, And He hath slain the dragon that `is' in the sea.

In
that
בַּיּ֣וֹםbayyômBA-yome
day
הַה֡וּאhahûʾha-HOO
the
Lord
יִפְקֹ֣דyipqōdyeef-KODE
with
his
sore
יְהוָה֩yĕhwāhyeh-VA
great
and
בְּחַרְב֨וֹbĕḥarbôbeh-hahr-VOH
and
strong
הַקָּשָׁ֜הhaqqāšâha-ka-SHA
sword
וְהַגְּדוֹלָ֣הwĕhaggĕdôlâveh-ha-ɡeh-doh-LA
shall
punish
וְהַֽחֲזָקָ֗הwĕhaḥăzāqâveh-ha-huh-za-KA

עַ֤לʿalal
leviathan
לִוְיָתָן֙liwyātānleev-ya-TAHN
piercing
the
נָחָ֣שׁnāḥāšna-HAHSH
serpent,
בָּרִ֔חַbāriaḥba-REE-ak
even
leviathan
וְעַל֙wĕʿalveh-AL
that
crooked
לִוְיָתָ֔ןliwyātānleev-ya-TAHN
serpent;
נָחָ֖שׁnāḥāšna-HAHSH
slay
shall
he
and
עֲקַלָּת֑וֹןʿăqallātônuh-ka-la-TONE

וְהָרַ֥גwĕhāragveh-ha-RAHɡ
the
dragon
אֶתʾetet
that
הַתַּנִּ֖יןhattannînha-ta-NEEN
is
in
the
sea.
אֲשֶׁ֥רʾăšeruh-SHER
בַּיָּֽם׃bayyāmba-YAHM

Cross Reference

यशायाह 66:16
क्योंकि यहोवा सब प्राणियों का न्याय आग से और अपनी तलवार से करेगा; और यहोवा के मारे हुए बहुत होंगे॥

यशायाह 51:9
हे यहोवा की भुजा, जाग! जाग और बल धारण कर; जैसे प्राचीनकाल में और बीते हुए पीढिय़ों में, वैसे ही अब भी जाग। क्या तू वही नहीं है जिसने रहब को टुकड़े टुकड़े किया और मगरमच्छ को छेदा?

भजन संहिता 104:26
उस में जहाज भी आते जाते हैं, और लिव्यातान भी जिसे तू ने वहां खेलने के लिये बनाया है॥

अय्यूब 26:13
उसकी आत्मा से आकाशमण्डल स्वच्छ हो जाता है, वह अपने हाथ से वेग भागने वाले नाग को मार देता है।

भजन संहिता 74:13
तू ने अपनी शक्ति से समुद्र को दो भाग कर दिया; तू ने जल में मगरमच्छों के सिरों को फोड़ दिया।

यहेजकेल 29:3
यह कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता हे, हे मिस्र के राजा फिरौन, मैं तेरे विरुद्ध हूँ, हे बड़े नगर, तू जो अपनी नदियों के बीच पड़ा रहता है, जिसने कहा है कि मेरी नदी मेरी निज की है, और मैं ही ने उसको अपने लिये बनाया है।

प्रकाशित वाक्य 12:3
और एक और चिन्ह स्वर्ग पर दिखाई दिया, और देखो; एक बड़ा लाल अजगर था जिस के सात सिर और दस सींग थे, और उसके सिरों पर सात राजमुकुट थे।

प्रकाशित वाक्य 19:21
और शेष लोग उस घोड़े के सवार की तलवार से जो उसके मुंह से निकलती थी, मार डाले गए; और सब पड़ी उन के मांस से तृप्त हो गए॥

प्रकाशित वाक्य 17:15
फिर उस ने मुझ से कहा, कि जो पानी तू ने देखे, जिन पर वेश्या बैठी है, वे लोग, और भीड़ और जातियां, और भाषा हैं।

प्रकाशित वाक्य 17:1
और जिन सात स्वर्गदूतों के पास वे सात कटोरे थे, उन में से एक ने आ कर मुझ से यह कहा कि इधर आ, मैं तुझे उस बड़ी वेश्या का दण्ड दिखाऊं, जो बहुत से पानियों पर बैठी है।

प्रकाशित वाक्य 16:13
और मैं ने उस अजगर के मुंह से, और उस पशु के मुंह से और उस झूठे भविष्यद्वक्ता के मुंह से तीन अशुद्ध आत्माओं को मेंढ़कों के रूप में निकलते देखा।

प्रकाशित वाक्य 13:11
फिर मैं ने एक और पशु को पृथ्वी में से निकलते हुए देखा, उसके मेम्ने के से दो सींग थे; और वह अजगर की नाईं बोलता था।

प्रकाशित वाक्य 13:4
और उन्होंने अजगर की पूजा की, क्योंकि उस ने पशु को अपना अधिकार दे दिया था और यह कह कर पशु की पूजा की, कि इस पशु के समान कौन है?

प्रकाशित वाक्य 2:16
सो मन फिरा, नहीं तो मैं तेरे पास शीघ्र ही आकर, अपने मुख की तलवार से उन के साथ लडूंगा।

यहेजकेल 32:2
हे मनुष्य के सन्तान, मिस्र के राजा फिरौन के विषय विलाप का गीत बनाकर उसको सुना: जाति जाति में तेरी उपमा जवान सिंह से दी गई थी, परन्तु तू समुद्र के मगर के समान है; तू अपनी नदियों में टूट पड़ा, और उनके जल को पांवों से मथकर गंदला कर दिया।

व्यवस्थाविवरण 32:41
सो यदि मैं बिजली की तलवार पर सान धरकर झलकाऊं, और न्याय को अपने हाथ में ले लूं, तो अपने द्रोहियों से बदला लूंगा, और अपने बैरियों को बदला दूंगा॥

अय्यूब 3:8
जो लोग किसी दिन को धिक्कारते हैं, और लिब्यातान को छेड़ने में निपुण हैं, उसे धिक्कारें।

अय्यूब 12:1
तब अय्यूब ने कहा;

अय्यूब 40:19
वह ईश्वर का मुख्य कार्य है; जो उसका सिरजनहार हो उसके निकट तलवार ले कर आए!

भजन संहिता 45:3
हे वीर, तू अपनी तलवार को जो तेरा वैभव और प्रताप है अपनी कटि पर बान्ध!

यशायाह 26:21
क्योंकि देखो, यहोवा पृथ्वी निवासियों अधर्म का दण्ड देने के लिये अपने स्थान से चला आता है, और पृथ्वी अपना खून प्रगट करेगी और घात किए हुओं को और अधिक न छिपा रखेगी॥

यशायाह 34:5
क्योंकि मेरी तलवार आकाश में पीकर तृप्त हुई है; देखो, वह न्याय करने को एदोम पर, और जिन पर मेरा शाप है उन पर पड़ेगी।

यशायाह 65:25
भेडिय़ा और मेम्ना एक संग चरा करेंगे, और सिंह बैल की नाईं भूसा खाएगा; और सर्प का आहार मिट्टी ही रहेगा। मेरे सारे पवित्र पर्वत पर न तो कोई किसी को दु:ख देगा और न कोई किसी की हानि करेगा, यहोवा का यही वचन है॥

यिर्मयाह 47:6
हे यहोवा की तलवार! तू कब तक शान्त न होगी? तू अपनी मियान में घुस जा, शान्त हो, और थमी रह!

यिर्मयाह 51:13
हे बहुत जलाशयों के बीच बसी हुई और बहुत भण्डार रखने वाली, तेरा अन्त आ गया, तेरे लोभ की सीमा पहुंच गई है।

यिर्मयाह 51:34
बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर ने मुझ को खा लिया, मुझ को पीस डाला; उसने मुझे छूछे बर्तन के समान कर दिया, उसने मगरमच्छ की नाईं मुझ को निगल लिया है; और मुझ को स्वादिष्ट भोजन जान कर अपना पेट मुझ से भर लिया है, उसने मुझ को बरबस निकाल दिया हे।

प्रकाशित वाक्य 20:2
और उस ने उस अजगर, अर्थात पुराने सांप को, जो इब्लीस और शैतान है; पकड़ के हजार वर्ष के लिये बान्ध दिया।