Isaiah 27:11
जब उसकी शाखाएं सूख जाएं तब तोड़ी जाएंगी; और स्त्रियां आकर उन को तोड़ कर जला देंगी। क्योंकि ये लोग निर्बुद्धि हैं; इसलिये उनका कर्ता उन पर दया न करेगा, और उनका रचने वाला उन पर अनुग्रह न करेगा॥
Isaiah 27:11 in Other Translations
King James Version (KJV)
When the boughs thereof are withered, they shall be broken off: the women come, and set them on fire: for it is a people of no understanding: therefore he that made them will not have mercy on them, and he that formed them will shew them no favour.
American Standard Version (ASV)
When the boughs thereof are withered, they shall be broken off; the women shall come, and set them on fire; for it is a people of no understanding: therefore he that made them will not have compassion upon them, and he that formed them will show them no favor.
Bible in Basic English (BBE)
When its branches are dry they will be broken off; the women will come and put fire to them: for it is a foolish people; for this cause he who made them will have no mercy on them, and he whose work they are will not have pity on them.
Darby English Bible (DBY)
When its branches are withered they shall be broken off; women shall come [and] set them on fire. For it is a people of no intelligence; therefore he that made them will not have mercy on them, and he who formed them will shew them no favour.
World English Bible (WEB)
When the boughs of it are withered, they shall be broken off; the women shall come, and set them on fire; for it is a people of no understanding: therefore he who made them will not have compassion on them, and he who formed them will show them no favor.
Young's Literal Translation (YLT)
In the withering of its branch it is broken off, Women are coming in setting it on fire, For it `is' not a people of understanding, Therefore pity it not doth its Maker, And its Former doth not favour it.
| When the boughs | בִּיבֹ֤שׁ | bîbōš | bee-VOHSH |
| thereof are withered, | קְצִירָהּ֙ | qĕṣîrāh | keh-tsee-RA |
| off: broken be shall they | תִּשָּׁבַ֔רְנָה | tiššābarnâ | tee-sha-VAHR-na |
| the women | נָשִׁ֕ים | nāšîm | na-SHEEM |
| come, | בָּא֖וֹת | bāʾôt | ba-OTE |
| and set them on fire: | מְאִיר֣וֹת | mĕʾîrôt | meh-ee-ROTE |
| אוֹתָ֑הּ | ʾôtāh | oh-TA | |
| for | כִּ֣י | kî | kee |
| it is a people | לֹ֤א | lōʾ | loh |
| no of | עַם | ʿam | am |
| understanding: | בִּינוֹת֙ | bînôt | bee-NOTE |
| therefore | ה֔וּא | hûʾ | hoo |
| עַל | ʿal | al | |
| he | כֵּן֙ | kēn | kane |
| that made | לֹֽא | lōʾ | loh |
| not will them | יְרַחֲמֶ֣נּוּ | yĕraḥămennû | yeh-ra-huh-MEH-noo |
| have mercy | עֹשֵׂ֔הוּ | ʿōśēhû | oh-SAY-hoo |
| formed that he and them, on | וְיֹצְר֖וֹ | wĕyōṣĕrô | veh-yoh-tseh-ROH |
| them will shew them no favour. | לֹ֥א | lōʾ | loh |
| יְחֻנֶּֽנּוּ׃ | yĕḥunnennû | yeh-hoo-NEH-noo |
Cross Reference
यिर्मयाह 8:7
आकाश में लगलग भी अपने नियत समयों को जानता है, और पणडुकी, सूपाबेनी, और सारस भी अपने आने का समय रखते हैं; परन्तु मेरी प्रजा यहोवा का नियम नहीं जानती।
यशायाह 44:24
यहोवा, तेरा उद्धारकर्त्ता, जो तुझे गर्भ ही से बनाता आया है, यों कहता है, मैं यहोवा ही सब का बनाने वाला हूं जिसने अकेले ही आकाश को ताना और पृथ्वी को अपनी ही शक्ति से फैलाया है।
यशायाह 43:7
हर एक को जो मेरा कहलाता है, जिस को मैं ने अपनी महिमा के लिये सृजा, जिस को मैं ने रचा और बनाया है॥
यशायाह 43:1
हे इस्राएल तेरा रचने वाला और हे याकूब तेरा सृजनहार यहोवा अब यों कहता है, मत डर, क्योंकि मैं ने तुझे छुड़ा लिया है; मैं ने तुझे नाम ले कर बुलाया है, तू मेरा ही है।
यशायाह 1:3
बैल तो अपने मालिक को और गदहा अपने स्वामी की चरनी को पहिचानता है, परन्तु इस्राएल मुझें नहीं जानता, मेरी प्रजा विचार नहीं करती॥
मत्ती 3:10
और अब कुल्हाड़ा पेड़ों की जड़ पर रखा हुआ है, इसलिये जो जो पेड़ अच्छा फल नहीं लाता, वह काटा और आग में झोंका जाता है।
मत्ती 13:15
क्योंकि इन लोगों का मन मोटा हो गया है, और वे कानों से ऊंचा सुनते हैं और उन्होंने अपनी आंखें मूंद लीं हैं; कहीं ऐसा न हो कि वे आंखों से देखें, और कानों से सुनें और मन से समझें, और फिर जाएं, और मैं उन्हें चंगा करूं।
मत्ती 13:19
जो कोई राज्य का वचन सुनकर नहीं समझता, उसके मन में जो कुछ बोया गया था, उसे वह दुष्ट आकर छीन ले जाता है; यह वही है, जो मार्ग के किनारे बोया गया था।
यूहन्ना 15:6
यदि कोई मुझ में बना न रहे, तो वह डाली की नाईं फेंक दिया जाता, और सूख जाता है; और लोग उन्हें बटोरकर आग में झोंक देते हैं, और वे जल जाती हैं।
रोमियो 1:28
और जब उन्होंने परमेश्वर को पहिचानना न चाहा, इसलिये परमेश्वर ने भी उन्हें उन के निकम्मे मन पर छोड़ दिया; कि वे अनुचित काम करें।
रोमियो 1:31
निर्बुद्धि, विश्वासघाती, मायारिहत और निर्दय हो गए।
1 थिस्सलुनीकियों 2:16
और वे अन्यजातियों से उन के उद्धार के लिये बातें करने से हमें रोकते हैं, कि सदा अपने पापों का नपुआ भरते रहें; पर उन पर भयानक प्रकोप आ पहुंचा है॥
2 थिस्सलुनीकियों 1:8
और जो परमेश्वर को नहीं पहचानते, और हमारे प्रभु यीशु के सुसमाचार को नहीं मानते उन से पलटा लेगा।
याकूब 2:13
क्योंकि जिस ने दया नहीं की, उसका न्याय बिना दया के होगा: दया न्याय पर जयवन्त होती है॥
होशे 4:6
मेरे ज्ञान के न होने से मेरी प्रजा नाश हो गई; तू ने मेरे ज्ञान को तुच्छ जाना है, इसलिये मैं तुझे अपना याजक रहने के अयोग्य ठहराऊंगा। और इसलिये कि तू ने अपने परमेश्वर की व्यवस्था को तज दिया है, मैं भी तेरे लड़के-बालों को छोड़ दूंगा।
यहेजकेल 20:47
और दक्खिन देश के वन से कह, यहोवा का यह वचन सुन, प्रभु यहोवा यों कहता है, मैं तुझ में आग लगाऊंगा, और तुझ में क्या हरे, क्या सूखे, जितने पेड़ हैं, सब को वह भस्म करेगी; उसकी धधकती ज्वाला न बुझेगी, और उसके कारण दक्खिन से उत्तर तक सब के मुख झुलस जाएंगे।
यहेजकेल 15:2
हे मनुष्य के सन्तान, सब वृक्षों में अंगूर की लता की क्या श्रेष्टता है? अंगूर की शाखा जो जंगल के पेड़ों के बीच उत्पन्न होती है, उस में क्या गुण है?
व्यवस्थाविवरण 4:6
सो तुम उन को धारण करना और मानना; क्योंकि और देशों के लोगों के साम्हने तुम्हारी बुद्धि और समझ इसी से प्रगट होगी, अर्थात वे इन सब विधियों को सुनकर कहेंगे, कि निश्चय यह बड़ी जाति बुद्धिमान और समझदार है।
व्यवस्थाविवरण 32:18
जिस चट्टान से तू उत्पन्न हुआ उसको तू भूल गया, और ईश्वर जिस से तेरी उत्पत्ति हुई उसको भी तू भूल गया है॥
व्यवस्थाविवरण 32:28
यह जाति युक्तहीन तो है, और इन में समझ है ही नहीं॥
2 इतिहास 36:16
परन्तु वे परमेश्वर के दूतों को ठट्ठों में उड़ाते, उस के वचनों को तुच्छ जानते, और उसके नबियों की हंसी करते थे। निदान यहोवा अपनी प्रजा पर ऐसा झुंझला उठा, कि बचने का कोई उपाय न रहा।
भजन संहिता 80:15
ये पौधा तू ने अपने दाहिने हाथ से लगाया, और जो लता की शाखा तू ने अपने लिये दृढ़ की है।
भजन संहिता 106:40
तब यहोवा का क्रोध अपनी प्रजा पर भड़का, और उसको अपने निज भाग से घृणा आई;
यशायाह 9:17
इस कारण प्रभु न तो इनके जवानों से प्रसन्न होगा, और न इनके अनाथ बालकों और विधवाओं पर दया करेगा; क्योंकि हर एक भक्तिहीन और कुकर्मी है, और हर एक के मुख से मूर्खता की बातें निकलती हैं। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥
यशायाह 44:2
तेरा कर्त्ता यहोवा, जो तुझे गर्भ ही से बनाता आया और तेरी सहायता करेगा, यों कहता है, हे मेरे दास याकूब, हे मेरे चुने हुए यशूरून, मत डर!
यशायाह 44:18
क्योंकि उनकी आंखें ऐसी मून्दी गई हैं कि वे देख नहीं सकते; और उनकी बुद्धि ऐसी कि वे बूझ नहीं सकते।
यिर्मयाह 4:22
क्योंकि मेरी प्रजा मूढ़ है, वे मुझे नहीं जानते; वे ऐसे मूर्ख लड़के हैं जिन में कुछ भी समझ नहीं। बुराई करने को तो वे बुद्धिमान हैं, परन्तु भलाई करना वे नहीं जानते।
यिर्मयाह 5:4
फिर मैं ने सोचा, ये लोग तो कंगाल और अबोध ही हैं; क्योंकि ये यहोवा का मार्ग और अपने परमेश्वर का नियम नहीं जानते।
यिर्मयाह 5:21
हे मूर्ख और निर्बुद्धि लोगो, तुम जो आंखें रहते हुए नहीं देखते, जो कान रहते हुए नहीं सुनते, यह सुनो।
यहेजकेल 9:10
इसलिये उन पर दया न होगी, न मैं कोमलता करूंगा, वरन उनकी चाल उन्हीं के सिर लौटा दूंगा।
उत्पत्ति 6:6
और यहोवा पृथ्वी पर मनुष्य को बनाने से पछताया, और वह मन में अति खेदित हुआ।