Isaiah 28:15
तुम ने कहा है कि हम ने मृत्यु से वाचा बान्धी और अधोलोक से प्रतिज्ञा कराई है; इस कारण विपत्ति जब बाढ़ की नाईं बढ़ आए तब हमारे पास न आएगी; क्योंकि हम ने झूठ की शरण ली और मिथ्या की आड़ में छिपे हुए हैं।
Isaiah 28:15 in Other Translations
King James Version (KJV)
Because ye have said, We have made a covenant with death, and with hell are we at agreement; when the overflowing scourge shall pass through, it shall not come unto us: for we have made lies our refuge, and under falsehood have we hid ourselves:
American Standard Version (ASV)
Because ye have said, We have made a covenant with death, and with Sheol are we at agreement; when the overflowing scourge shall pass through, it shall not come unto us; for we have made lies our refuge, and under falsehood have we hid ourselves:
Bible in Basic English (BBE)
Because you have said, We have made death our friend, and with the underworld we have made an agreement; when the overflowing waters come through they will not come near us; for we are looking to false words for help, taking cover in what is untrue:
Darby English Bible (DBY)
For ye have said, We have made a covenant with death, and with Sheol have we made an agreement; when the overflowing scourge shall pass through, it shall not come unto us; for we have made lies our refuge, and under falsehood have we hid ourselves.
World English Bible (WEB)
Because you have said, We have made a covenant with death, and with Sheol are we at agreement; when the overflowing scourge shall pass through, it shall not come to us; for we have made lies our refuge, and under falsehood have we hid ourselves:
Young's Literal Translation (YLT)
Because ye have said: `We have made a covenant with death, And with Sheol we have made a provision, An overflowing scourge, when it passeth over, Doth not meet us, Though we have made a lie our refuge, And in falsehood have been hidden.'
| Because | כִּ֣י | kî | kee |
| ye have said, | אֲמַרְתֶּ֗ם | ʾămartem | uh-mahr-TEM |
| made have We | כָּרַ֤תְנֽוּ | kāratnû | ka-RAHT-noo |
| a covenant | בְרִית֙ | bĕrît | veh-REET |
| with | אֶת | ʾet | et |
| death, | מָ֔וֶת | māwet | MA-vet |
| with and | וְעִם | wĕʿim | veh-EEM |
| hell | שְׁא֖וֹל | šĕʾôl | sheh-OLE |
| are we | עָשִׂ֣ינוּ | ʿāśînû | ah-SEE-noo |
| agreement; at | חֹזֶ֑ה | ḥōze | hoh-ZEH |
| when | שׁ֣יֹט | šyōṭ | shote |
| the overflowing | שׁוֹטֵ֤ף | šôṭēp | shoh-TAFE |
| scourge | כִּֽי | kî | kee |
| through, pass shall | עֲבֹר֙ | ʿăbōr | uh-VORE |
| it shall not | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| come | יְבוֹאֵ֔נוּ | yĕbôʾēnû | yeh-voh-A-noo |
| unto us: for | כִּ֣י | kî | kee |
| made have we | שַׂ֧מְנוּ | śamnû | SAHM-noo |
| lies | כָזָ֛ב | kāzāb | ha-ZAHV |
| our refuge, | מַחְסֵ֖נוּ | maḥsēnû | mahk-SAY-noo |
| falsehood under and | וּבַשֶּׁ֥קֶר | ûbaššeqer | oo-va-SHEH-ker |
| have we hid ourselves: | נִסְתָּֽרְנוּ׃ | nistārĕnû | nees-TA-reh-noo |
Cross Reference
यशायाह 8:7
इस कारण सुन, प्रभु उन पर उस प्रबल और गहिरे महानद को, अर्थात अश्शूर के राजा को उसके सारे प्रताप के साथ चढ़ा लाएगा; और वह उनके सब नालों को भर देगा और सारे कड़ाड़ों से छलक कर बहेगा;
यशायाह 28:2
देखो, प्रभु के पास एक बलवन्त और सामर्थी है जो ओले की वर्षा वा उजाड़ने वाली आंधी या बाढ़ की प्रचण्ड धार की नाईं है वह उसको कठोरता से भूमि पर गिरा देगा।
यशायाह 28:18
तब जो वाचा तुम ने मृत्यु से बान्धी है वह टूट जाएगी, और जो प्रतिज्ञा तुम ने अधोलोक से कराई वह न ठहरेगी; जब विपत्ति बाढ़ की नाईं बढ़ आए, तब तुम उस में डूब ही जाओगे।
यहेजकेल 13:22
तुम ने जो झूठ कह कर धमीं के मन को उदास किया है, यद्यपि मैं ने उसको उदास करना नहीं चाहा, और तुम ने दुष्ट जन को हियाव बन्धाया है, ताकि वह अपने बुरे मार्ग से न फिरे और जीवित रहे।
दानिय्येल 11:22
तब उसकी भुजारूपी बाढ़ से लोग, वरन वाचा का प्रधान भी उसके साम्हने से बहकर नाश होंगे।
होशे 2:18
और उस समय मैं उनके लिये वन-पशुओं और आकाश के पक्षियों और भूमि पर के रेंगने वाले जन्तुओं के साथ वाचा बान्धूंगा, और धनुष और तलवार तोड़ कर युद्ध को उनके देश से दूर कर दूंगा; और ऐसा करूंगा कि वे लोग निडर सोया करेंगे।
आमोस 2:4
यहोवा यों कहता है, यहूदा के तीन क्या, वरन चार अपराधों के कारण, मैं उसका दण्ड न छोडूंगा; क्योंकि उनहोंने यहोवा की व्यवस्था को तुच्छ जाना और मेरी विधियों को नहीं माना; और अपने झूठे देवताओं के कारण जिनके पीछे उनके पुरखा चलते थे, वे भी भटक गए हैं।
2 थिस्सलुनीकियों 2:9
उस अधर्मी का आना शैतान के कार्य के अनुसार सब प्रकार की झूठी सामर्थ, और चिन्ह, और अद्भुत काम के साथ।
सपन्याह 1:12
उस समय मैं दीपक लिए हुए यरूशलेम में ढूंढ-ढांढ़ करूंगा, और जो लोग दाखमधु के तलछट तथा मैल के समान बैठे हुए मन में कहते हैं कि यहोवा न तो भला करेगा और न बुरा, उन को मैं दण्ड दूंगा।
योना 2:8
जो लोग धोखे की व्यर्थ वस्तुओं पर मन लगाते हैं, वे अपने करूणानिधान को छोड़ देते हैं।
यहेजकेल 13:16
अर्थात इस्राएल के वे भविष्यद्वक्ता जो यरूशलेम के विषय में भविष्यद्वाणी करते और उनकी शान्ति का दर्शन बताते थे, परन्तु प्रभु यहोवा की यह वाणी है, कि शान्ति है ही नहीं।
यहेजकेल 8:12
तब उसने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, क्या तू ने देखा है कि इस्राएल के घराने के पुरनिये अपनी अपनी नक्काशी वाली कोठरियों के भीतर अर्थात अन्धियारे में क्या कर रहे हैं? वे कहते हैं कि यहोवा हम को नहीं देखता; यहोवा ने देश को त्याग दिया है।
यिर्मयाह 44:17
जो जो मन्नतें हम मान चुके हैं उन्हें हम निश्चय पूरी करेंगी, हम स्वर्ग की रानी के लिये धूप जलाएंगे और तपावन देंगे, जैसे कि हमारे पुरखा लोग और हम भी अपने राजाओं और और हाकिमों समेत यहूदा के नगरों में और यरूशलेम की सड़कों में करते थे; क्योंकि उस समय हम पेट भर के खाते और भले चंगे रहते और किसी विपत्ति में नहीं पड़ते थे।
यिर्मयाह 28:15
और यिर्मयाह नबी ने हनन्याह नबी से यह भी कहा, हे हनन्याह, देख यहोवा ने तुझे नहीं भेजा, तू ने इन लोगों को झूठी आशा दिलाई है।
अय्यूब 15:25
उसने तो ईश्वर के विरुद्ध हाथ बढ़ाया है, और सर्वशक्तिमान के विरुद्ध वह ताल ठोंकता है,
सभोपदेशक 8:8
ऐसा कोई मनुष्य नहीं जिसका वश प्राण पर चले कि वह उसे निकलते समय रोक ले, और न कोई मृत्यु के दिन पर अधिकारी होता है; और न उसे लड़ाई से छृट्टी मिल सकती है, और न दुष्ट लोग अपनी दुष्टता के कारण बच सकते हैं।
यशायाह 5:18
हाय उन पर जो अधर्म को अनर्थ की रस्सियों और पाप को मानो गाड़ी के रस्से से खींच ले आते हैं,
यशायाह 9:15
पुरनिया और प्रतिष्ठित पुरूष तो सिर हैं, और झूठी बातें सिखाने वाला नबी पूंछ है;
यशायाह 29:15
हाय उन पर जो अपनी युक्ति को यहोवा से छिपाने का बड़ा यत्न करते, और अपने काम अन्धेरे में कर के कहते हैं, हम को कौन देखता है? हम को कौन जानता है?
यशायाह 30:10
वे दशिर्यों से कहते हैं, दर्शी मत बनो; और नबियों से कहते हैं, हमारे लिये ठीक नबूवत मत करो; हम से चिकनी चुपड़ी बातें बोलो, धोखा देने वाली नबूवत करो।
यशायाह 30:28
उसकी सांस ऐसी उमण्डनेवाली नदी के समान है जो गले तक पहुंचती है; वह सब जातियों को नाश के सूप से फटकेगा, और देश देश के लोगों को भटकाने के लिये उनके जभड़ों में लगाम लगाएगा॥
यिर्मयाह 5:31
भचिष्यद्वक्ता झूठमूठ भविष्यद्वाणी करते हैं; और याजक उनके सहारे से प्रभुता करते हैं; मेरी प्रजा को यह भाता भी है, परन्तु अन्त के समय तुम क्या करोगे?
यिर्मयाह 14:13
तब मैं ने कहा, हाय, प्रभु यहोवा, देख, भविष्यद्वक्ता इन से कहते हैं कि न तो तुम पर तलवार चलेगी और न महंगी होगी, यहोवा तुम को इस स्थान में सदा की शान्ति देगा।
यिर्मयाह 16:19
हे यहोवा, हे मेरे बल और दृढ़ गढ़, संकट के समय मेरे शरणस्थान, जातिजाति के लोग पृथ्वी की चहुं ओर से तेरे पास आकर कहेंगे, निश्चय हमारे पुरखा झूठी, व्यर्थ और निष्फल वस्तुओं को अपनाते आए हैं।
अय्यूब 5:23
वरन मैदान के पत्थर भी तुझ से वाचा बान्धे रहेंगे, और वनपशु तुझ से मेल रखेंगे।