Isaiah 29:2
तौभी मैं तो अरीएल को सकेती में डालूंगा, वहां रोना पीटना रहेगा, और वह मेरी दृष्टि में सचमुच अरीएल सा ठहरेगा।
Isaiah 29:2 in Other Translations
King James Version (KJV)
Yet I will distress Ariel, and there shall be heaviness and sorrow: and it shall be unto me as Ariel.
American Standard Version (ASV)
then will I distress Ariel, and there shall be mourning and lamentation; and she shall be unto me as Ariel.
Bible in Basic English (BBE)
And I will send trouble on Ariel, and there will be weeping and cries of grief; and she will be to me as Ariel.
Darby English Bible (DBY)
But I will distress Ariel, and there shall be sorrow and sadness; and it shall be unto me as an Ariel.
World English Bible (WEB)
then will I distress Ariel, and there shall be mourning and lamentation; and she shall be to me as Ariel.
Young's Literal Translation (YLT)
And I have sent distress to Ariel, And it hath been lamentation and mourning, And it hath been to me as Ariel.
| Yet I will distress | וַהֲצִיק֖וֹתִי | wahăṣîqôtî | va-huh-tsee-KOH-tee |
| Ariel, | לַֽאֲרִיאֵ֑ל | laʾărîʾēl | la-uh-ree-ALE |
| be shall there and | וְהָיְתָ֤ה | wĕhāytâ | veh-hai-TA |
| heaviness | תַֽאֲנִיָּה֙ | taʾăniyyāh | ta-uh-nee-YA |
| sorrow: and | וַֽאֲנִיָּ֔ה | waʾăniyyâ | va-uh-nee-YA |
| and it shall be | וְהָ֥יְתָה | wĕhāyĕtâ | veh-HA-yeh-ta |
| unto me as Ariel. | לִּ֖י | lî | lee |
| כַּאֲרִיאֵֽל׃ | kaʾărîʾēl | ka-uh-ree-ALE |
Cross Reference
यशायाह 5:25
इस कारण यहोवा का क्रोध अपनी प्रजा पर भड़का है, और उसने उनके विरुद्ध हाथ बढ़ा कर उन को मारा है, और पहाड़ कांप उठे; और लोगों की लोथें सड़कों के बीच कूड़ा सी पड़ी हैं। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥
प्रकाशित वाक्य 19:17
फिर मैं ने एक स्वर्गदूत को सूर्य पर खड़े हुए देखा, और उस ने बड़े शब्द से पुकार कर आकाश के बीच में से उड़ने वाले सब पक्षियों से कहा, आओ परमेश्वर की बड़ी बियारी के लिये इकट्ठे हो जाओ।
सपन्याह 1:7
परमेश्वर यहोवा के साम्हने शान्त रहो! क्योंकि यहोवा का दिन निकट है; यहोवा ने यज्ञ सिद्ध किया है, और अपने पाहुनों को पवित्र किया है।
यहेजकेल 39:17
फिर हे मनुष्य के सन्तान, परमेश्वर यहोवा यों कहता हे, भांति भांति के सब पक्षियों और सब वनपशुओं को आज्ञा दे, इकट्ठे हो कर आओ, मेरे इस बड़े यज्ञ में जो मैं तुम्हारे लिये इस्राएल के पहाड़ों पर करता हूँ, हर एक दिशा से इकट्ठे हो कि तुम मांस खाओ और लोहू पीओ।
यहेजकेल 24:3
और इस बलवई घराने से यह दृष्टान्त कह, प्रभु यहोवा कहता है, हण्डे को आग पर धर दो; उसे धरकर उस में पानी डाल दो;
यहेजकेल 22:31
इस कारण मैं ने उन पर अपना रोष भड़काया और अपनी जलजलाहट की आग से उन्हें भस्म कर दिया है; मैं ने उनकी चाल उन्ही के सिर पर लौटा दी है, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है॥
विलापगीत 2:5
यहोवा शत्रु बन गया, उसने इस्राएल को निगल लिया; उसके सारे भवनों को उसने मिटा दिया, और उसके दृढ़ गढ़ों को नष्ट कर डाला है; और यहूदा की पुत्री का रोना-पीटना बहुत बढ़ाया है।
यिर्मयाह 39:4
जब यहूदा के राजा सिदकिय्याह और सब योद्धाओं ने उन्हें देखा तब रात ही रात राजा की बारी के मार्ग से दोनों भीतों के बीच के फाटक से हो कर नगर से निकल कर भाग चले और अराबा का मार्ग लिया।
यिर्मयाह 32:28
सो यहोवा यों कहता है, देख, मैं यह नगर कसदियों और बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर के वश में कर देने पर हूँ, और वह इस को ले लेगा।
यशायाह 37:3
उन्होंने उस से कहा, हिजकिय्याह यों कहता है कि आज का दिन संकट और उलहने और निन्दा का दिन है, बच्चे जन्मने पर हुए पर जच्चा को जनने का बल न रहा।
यशायाह 36:22
तब हिल्किय्याह का पुत्र एल्याकीम जो राजघराने के काम पर नियुक्त था और शेब्ना जो मन्त्री था और आसाप का पुत्र योआह जो इतिहास का लेखक था, इन्होंने हिजकिय्याह के पास वस्त्र फाड़े हुए जा कर रबशाके की बातें कह सुनाईं॥
यशायाह 34:6
यहोवा की तलवार लोहू से भर गई है, वह चर्बी से और भेड़ों के बच्चों और बकरों के लोहू से, और मेढ़ों के गुर्दों की चर्बी से तृप्त हुई है। क्योंकि बोस्रा नगर में यहोवा का एक यज्ञ और एदोम देश में बड़ा संहार हुआ है।
यशायाह 33:7
देख, उनके शूरवीर बाहर चिल्ला रहे हैं; संधि के दूत बिलक बिलककर रो रहे हैं।
यशायाह 24:1
सुनो, यहोवा पृथ्वी को निर्जन और सुनसान करने पर है, वह उसको उलटकर उसके रहने वालों को तितर बितर करेग।
यशायाह 17:14
सांझ को, देखो, घबराहट है! और भोर से पहिले, वे लोप हो गए हैं! हमारे नाश करने वालों का भाग और हमारे लूटने वाले की यही दशा होगी॥
यशायाह 10:32
आज ही के दिन वह नोब में टिकेगा; तब वह सिय्योन पहाड़ पर, और यरूशलेम की पहाड़ी पर हाथ उठा कर घमाकएगा।
यशायाह 10:5
अश्शूर पर हाय, जो मेरे क्रोध का लठ और मेरे हाथ में का सोंटा है! वह मेरा क्रोध है।
यशायाह 3:26
और उसके फाटकों में सांस भरना और विलाप करना होगा; और भूमि पर अकेली बैठी रहेगी।