Isaiah 33:16
वह चट्टानों के गढ़ों में शरण लिए हुए रहेगा; उसको रोटी मिलेगी और पानी की घटी कभी न होगी॥
Isaiah 33:16 in Other Translations
King James Version (KJV)
He shall dwell on high: his place of defence shall be the munitions of rocks: bread shall be given him; his waters shall be sure.
American Standard Version (ASV)
He shall dwell on high; his place of defence shall be the munitions of rocks; his bread shall be given `him'; his waters shall be sure.
Bible in Basic English (BBE)
He will have a place on high: he will be safely shut in by the high rocks: his bread will be given to him; his waters will be certain.
Darby English Bible (DBY)
he shall dwell on high, the fortresses of the rocks shall be his high retreat; bread shall be given him, his water shall be sure.
World English Bible (WEB)
He shall dwell on high; his place of defense shall be the munitions of rocks; his bread shall be given [him]; his waters shall be sure.
Young's Literal Translation (YLT)
He high places doth inhabit, Strongholds of rock `are' his high tower, His bread hath been given, his waters stedfast.
| He | ה֚וּא | hûʾ | hoo |
| shall dwell | מְרוֹמִ֣ים | mĕrômîm | meh-roh-MEEM |
| on high: | יִשְׁכֹּ֔ן | yiškōn | yeesh-KONE |
| defence of place his | מְצָד֥וֹת | mĕṣādôt | meh-tsa-DOTE |
| munitions the be shall | סְלָעִ֖ים | sĕlāʿîm | seh-la-EEM |
| of rocks: | מִשְׂגַּבּ֑וֹ | miśgabbô | mees-ɡA-boh |
| bread | לַחְמ֣וֹ | laḥmô | lahk-MOH |
| given be shall | נִתָּ֔ן | nittān | nee-TAHN |
| him; his waters | מֵימָ֖יו | mêmāyw | may-MAV |
| shall be sure. | נֶאֱמָנִֽים׃ | neʾĕmānîm | neh-ay-ma-NEEM |
Cross Reference
लूका 12:29
और तुम इस बात की खोज में न रहो, कि क्या खाएंगे और क्या पीएंगे, और न सन्देह करो।
यशायाह 32:18
मेरे लोग शान्ति के स्थानों में निश्चिन्त रहेंगे, और विश्राम के स्थानों में सुख से रहेंगे।
हबक्कूक 3:19
यहोवा परमेश्वर मेरा बलमूल है, वह मेरे पांव हरिणों के समान बना देता है, वह मुझ को मेरे ऊंचे स्थानों पर चलाता है॥
यशायाह 49:10
वे भूखे और प्यासे होंगे, न लूह और न घाम उन्हें लगेगा, क्योंकि, वह जो उन पर दया करता है, वही उनका अगुवा होगा, और जल के सोतों के पास उन्हें ले चलेगा।
यशायाह 26:1
उस समय यहूदा देश में यह गीत गाया जाएगा, हमारा एक दृढ़ नगर है; उद्धार का काम देने के लिये वह उसकी शहरपनाह और गढ़ को नियुक्त करता है।
यशायाह 25:4
क्योंकि तू संकट में दीनों के लिये गढ़, और जब भयानक लोगों का झोंका भीत पर बौछार के समान होता था, तब तू दरिद्रोंके लिये उनकी शरण, और तपन में छाया का स्थान हुआ।
नीतिवचन 18:10
यहोवा का नाम दृढ़ गढ़ है; धर्मी उस में भाग कर सब दुर्घटनाओं से बचता है।
नीतिवचन 1:33
परन्तु जो मेरी सुनेगा, वह निडर बसा रहेगा, और बेखटके सुख से रहेगा॥
भजन संहिता 111:5
उसने अपने डरवैयों को आहार दिया है; वह अपनी वाचा को सदा तक स्मरण रखेगा।
भजन संहिता 107:41
वह दरिद्रों को दु:ख से छुड़ा कर ऊंचे पर रखता है, और उन को भेड़ों के झुंड सा परिवार देता है।
भजन संहिता 91:14
उसने जो मुझ से स्नेह किया है, इसलिये मैं उसको छुड़ाऊंगा; मैं उसको ऊंचे स्थान पर रखूंगा, क्योंकि उसने मेरे नाम को जान लिया है।
भजन संहिता 91:1
जो परमप्रधान के छाए हुए स्थान में बैठा रहे, वह सर्वशक्तिमान की छाया में ठिकाना पाएगा।
भजन संहिता 90:1
हे प्रभु, तू पीढ़ी से पीढ़ी तक हमारे लिये धाम बना है।
भजन संहिता 37:3
यहोवा पर भरोसा रख, और भला कर; देश में बसा रह, और सच्चाई में मन लगाए रह।
भजन संहिता 34:10
जवान सिंहों तो घटी होती और वे भूखे भी रह जाते हैं; परन्तु यहोवा के खोजियों को किसी भली वस्तु की घटी न होवेगी॥
भजन संहिता 33:18
देखो, यहोवा की दृष्टि उसके डरवैयों पर और उन पर जो उसकी करूणा की आशा रखते हैं बनी रहती है,
भजन संहिता 18:33
वही मेरे पैरों को हरिणियों के पैरों के समान बनाता है, और मुझे मेरे ऊंचे स्थानों पर खड़ा करता है।
भजन संहिता 15:1
हे परमेश्वर तेरे तम्बू में कौन रहेगा? तेरे पवित्र पर्वत पर कौन बसने पाएगा?