यशायाह 34:13 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल यशायाह यशायाह 34 यशायाह 34:13

Isaiah 34:13
उसके महलों में कटीले पेड़, गढ़ों में बिच्छू पौधे और झाड़ उगेंगे। वह गीदड़ों का वासस्थान और शुतुर्मुगों का आंगन हो जाएगा।

Isaiah 34:12Isaiah 34Isaiah 34:14

Isaiah 34:13 in Other Translations

King James Version (KJV)
And thorns shall come up in her palaces, nettles and brambles in the fortresses thereof: and it shall be an habitation of dragons, and a court for owls.

American Standard Version (ASV)
And thorns shall come up in its palaces, nettles and thistles in the fortresses thereof; and it shall be a habitation of jackals, a court for ostriches.

Bible in Basic English (BBE)
And thorns will come up in her fair houses, and waste plants in her strong towers: and foxes will make their holes there, and it will be a meeting-place for ostriches.

Darby English Bible (DBY)
And thorns shall come up in her palaces, nettles and brambles in her fortresses; and it shall be a dwelling-place of wild dogs, a court for ostriches.

World English Bible (WEB)
Thorns shall come up in its palaces, nettles and thistles in the fortresses of it; and it shall be a habitation of jackals, a court for ostriches.

Young's Literal Translation (YLT)
And gone up her palaces have thorns, Nettle and bramble `are' in her fortresses, And it hath been a habitation of dragons, A court for daughters of an ostrich.

And
thorns
וְעָלְתָ֤הwĕʿoltâveh-ole-TA
shall
come
up
אַרְמְנֹתֶ֙יהָ֙ʾarmĕnōtêhāar-meh-noh-TAY-HA
in
her
palaces,
סִירִ֔יםsîrîmsee-REEM
nettles
קִמּ֥וֹשׂqimmôśKEE-mose
and
brambles
וָח֖וֹחַwāḥôaḥva-HOH-ak
in
the
fortresses
בְּמִבְצָרֶ֑יהָbĕmibṣārêhābeh-meev-tsa-RAY-ha
be
shall
it
and
thereof:
וְהָיְתָה֙wĕhāytāhveh-hai-TA
an
habitation
נְוֵ֣הnĕwēneh-VAY
of
dragons,
תַנִּ֔יםtannîmta-NEEM
court
a
and
חָצִ֖ירḥāṣîrha-TSEER
for
owls.
לִבְנ֥וֹתlibnôtleev-NOTE

יַעֲנָֽה׃yaʿănâya-uh-NA

Cross Reference

यिर्मयाह 10:22
सुन, एक शब्द सुनाई देता है! देख, वह आ रहा है! उत्तर दिशा से बड़ा हुल्लड़ मच रहा है ताकि यहूदा के नगरों को उजाड़ कर गीदड़ों का स्थान बना दे।

यिर्मयाह 9:11
मैं यरूशलेम को डीह ही डीह कर के गीदड़ों का स्थान बनाऊंगा; और यहूदा के नगरों को ऐसा उजाड़ दूंगा कि उन में कोई न बसेगा।

मलाकी 1:3
तौभी मैं ने याकूब से प्रेम किया परन्तु ऐसाव को अप्रिय जान कर उसके पहाड़ों को उजाड़ डाला, और उसकी बपौती को जंगल के गीदड़ों का कर दिया है।

भजन संहिता 44:19
तौभी तू ने हमें गीदड़ों के स्थान में पीस डाला, और हम को घोर अन्धकार में छिपा दिया है॥

प्रकाशित वाक्य 18:20
हे स्वर्ग, और हे पवित्र लोगों, और प्रेरितों, और भविष्यद्वक्ताओं, उस पर आनन्द करो, क्योंकि परमेश्वर ने न्याय करके उस से तुम्हारा पलटा लिया है॥

प्रकाशित वाक्य 18:2
उस ने ऊंचे शबद से पुकार कर कहा, कि गिर गया बड़ा बाबुल गिर गया है: और दुष्टात्माओं का निवास, और हर एक अशुद्ध आत्मा का अड्डा, और एक अशुद्ध और घृणित पक्षी का अड्डा हो गया।

सपन्याह 2:9
इस कारण इस्राएल के परमेश्वर, सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है, मेरे जीवन की शपथ, निश्चय मोआब सदोम के समान, और अम्मोनी अमोरा की नाईं बिच्छू पेड़ों के स्थान और नमक की खानियां हो जाएंगे, और सदैव उजड़े रहेंगे। मेरी प्रजा के बचे हुए उन को लूटेंगे, और मेरी जाति के शेष लोग उन को अपने भाग में पाएंगे।

होशे 9:6
देखो, वे सत्यानाश होने के डर के मारे चले गए; परन्तु वहां मर जाएंगे और मिस्री उनकी लोथें इकट्ठी करेंगे; और मोप के निवासी उन को मिट्टी देंगे। उनकी मनभावनी चान्दी की वस्तुएं बिच्छु पेड़ों के बीच में पड़ेंगी, और उनके तम्बुओं में झड़बेरी उगेगी।

यिर्मयाह 51:37
और बाबुल खण्डहर, और गीदड़ों का वासस्थान होगा; और लोग उसे देख कर चकित होंगे और ताली बजाएंगे, और उस में कोई न रहेगा।

यिर्मयाह 50:39
इसलिये निर्जल देश के जन्तु सियारों के संग मिल कर वहां बसेंगे, और शुतुर्मुर्ग उस में वास करेंगे, और वह फिर सदा तक बसाया न जाएगा, न युग युग उस में कोई वास कर सकेगा।

यिर्मयाह 49:33
हासोर गीदड़ों का वास स्थान होगा और सदा के लिये उजाड़ हो जाएगा, वहां न कोई मनुष्य रहेगा, और न कोई आदमी उस में टिकेगा।

यशायाह 35:7
मृगतृष्णा ताल बन जाएगी और सूखी भूमि में सोते फूटेंगे; और जिस स्थान में सियार बैठा करते हैं उस में घास और नरकट और सरकण्डे होंगे॥

यशायाह 32:13
मेरे लोगों के वरन प्रसन्न नगर के सब हर्ष भरे घरों में भी भांति भांति के कटीले पेड़ उपजेंगे।

यशायाह 13:21
वहां जंगली जन्तु बैठेंगे, और उल्लू उनके घरों में भरे रहेंगे; वहां शुतुर्मुर्ग बसेंगे, और छगलमानस वहां नाचेंगे। उस नगर के राज-भवनों में हुंडार,