Isaiah 36:9
फिर तू रथों और सवारों के लिये मिस्र पर भरोसा रखकर मेरे स्वामी के छोटे से छोटे कर्मचारी को भी कैसे हटा सकेगा?
Isaiah 36:9 in Other Translations
King James Version (KJV)
How then wilt thou turn away the face of one captain of the least of my master's servants, and put thy trust on Egypt for chariots and for horsemen?
American Standard Version (ASV)
How then canst thou turn away the face of one captain of the least of my master's servants, and put thy trust on Egypt for chariots and for horsemen?
Bible in Basic English (BBE)
How then may you put to shame the least of my master's servants? and you have put your hope in Egypt for war-carriages and horsemen:
Darby English Bible (DBY)
How then wilt thou turn away the face of one captain of the least of my master's servants? And thou reliest upon Egypt for chariots and for horsemen!
World English Bible (WEB)
How then can you turn away the face of one captain of the least of my master's servants, and put your trust on Egypt for chariots and for horsemen?
Young's Literal Translation (YLT)
And how dost thou turn back the face of one captain of the least of the servants of my lord, and dost trust for thee on Egypt, for chariot and for horsemen?
| How | וְאֵ֣יךְ | wĕʾêk | veh-AKE |
| then wilt thou turn away | תָּשִׁ֗יב | tāšîb | ta-SHEEV |
| אֵ֠ת | ʾēt | ate | |
| face the | פְּנֵ֨י | pĕnê | peh-NAY |
| of one | פַחַ֥ת | paḥat | fa-HAHT |
| captain | אַחַ֛ד | ʾaḥad | ah-HAHD |
| of the least | עַבְדֵ֥י | ʿabdê | av-DAY |
| master's my of | אֲדֹנִ֖י | ʾădōnî | uh-doh-NEE |
| servants, | הַקְטַנִּ֑ים | haqṭannîm | hahk-ta-NEEM |
| and put thy trust | וַתִּבְטַ֤ח | wattibṭaḥ | va-teev-TAHK |
| on | לְךָ֙ | lĕkā | leh-HA |
| Egypt | עַל | ʿal | al |
| for chariots | מִצְרַ֔יִם | miṣrayim | meets-RA-yeem |
| and for horsemen? | לְרֶ֖כֶב | lĕrekeb | leh-REH-hev |
| וּלְפָרָשִֽׁים׃ | ûlĕpārāšîm | oo-leh-fa-ra-SHEEM |
Cross Reference
यशायाह 10:8
क्योंकि वह कहता है, क्या मेरे सब हाकिम राजा के तुल्य नहीं है?
यिर्मयाह 2:36
तू क्यों नया मार्ग पकड़ने के लिये इतनी डांवाडोल फिरती है? जैसे अश्शूरियों से तू लज्जित हुई वैसे ही मिस्रियों से भी होगी।
यशायाह 36:6
सुन, तू तो उस कुचले हुए नरकट अर्थात मिस्र पर भरोसा रखता है; उस पर यदि कोई टेक लगाए तो वह उसके हाथ में चुभकर छेद कर देगा। मिस्र का राजा फिरौन उन सब के साथ ऐसा ही करता है जो उस पर भरोसा रखते हैं।
यशायाह 31:3
मिस्री लोग ईश्वर नहीं, मनुष्य ही हैं; और उनके घोड़े आत्मा नहीं, मांस ही हैं। जब यहोवा हाथ बढ़ाएगा, तब सहायता करने वाले और सहायता चाहने वाले दोनों ठोकर खाकर गिरेंगे, और वे सब के सब एक संग नष्ट हो जाएंगे।
यशायाह 30:16
तुम ने कहा, नहीं, हम तो घोड़ों पर चढ़ कर भागेंगे, इसलिये तुम भागोगे; और यह भी कहा कि हम तेज सवारी पर चलेंगे, सो तुम्हारा पीछा करने वाले उस से भी तेज होंगे।
यशायाह 30:7
क्योंकि मिस्र की सहायता व्यर्थ और निकम्मी है, इस कारण मैं ने उसको बैठी रहने वाली रहब कहा है॥
यशायाह 30:2
वे मुझ से बिन पूछे मिस्र को जाते हैं कि फिरौन की रक्षा में रहे और मिस्र की छाया में शरण लें।
यशायाह 20:5
तब वे कूश के कारण जिस पर उनकी आशा थी, और मिस्र के हेतु जिस पर वे फूलते थे व्याकुल और लज्जित हो जाएंगे।
नीतिवचन 21:31
युद्ध के दिन के लिये घोड़ा तैयार तो होता है, परन्तु जय यहोवा ही से मिलती है॥
2 राजा 18:24
फिर तू मेरे स्वामी के छोटे से छोटे कर्मचारी का भी कहा न मान कर क्यों रथों और सवारों के लिये मिस्र पर भरोसा रखता है?
व्यवस्थाविवरण 17:16
और वह बहुत घोड़े न रखे, और न इस मनसा से अपनी प्रजा के लोगों को मिस्र में भेजे कि उसके पास बहुत से घोड़े हो जाएं, क्योंकि यहोवा ने तुम से कहा है, कि तुम उस मार्ग से फिर कभी न लौटना।