यशायाह 37:15 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल यशायाह यशायाह 37 यशायाह 37:15

Isaiah 37:15
और यहोवा से यह प्रार्थना की,

Isaiah 37:14Isaiah 37Isaiah 37:16

Isaiah 37:15 in Other Translations

King James Version (KJV)
And Hezekiah prayed unto the LORD, saying,

American Standard Version (ASV)
And Hezekiah prayed unto Jehovah, saying,

Bible in Basic English (BBE)
And he made prayer to the Lord, saying,

Darby English Bible (DBY)
And Hezekiah prayed to Jehovah, saying,

World English Bible (WEB)
Hezekiah prayed to Yahweh, saying,

Young's Literal Translation (YLT)
And Hezekiah prayeth unto Jehovah, saying,

And
Hezekiah
וַיִּתְפַּלֵּל֙wayyitpallēlva-yeet-pa-LALE
prayed
חִזְקִיָּ֔הוּḥizqiyyāhûheez-kee-YA-hoo
unto
אֶלʾelel
the
Lord,
יְהוָ֖הyĕhwâyeh-VA
saying,
לֵאמֹֽר׃lēʾmōrlay-MORE

Cross Reference

1 शमूएल 7:8
और इस्राएलियों ने शमूएल से कहा, हमारे लिये हमारे परमेश्वर यहोवा की दोहाई देना न छोड़, जिस से वह हम को पलिश्तियों के हाथ से बचाए।

2 शमूएल 7:18
तब दाऊद राजा भीतर जा कर यहोवा के सम्मुख बैठा, और कहने लगा, हे प्रभु यहोवा, क्या कहूं, और मेरा घराना क्या है, कि तू ने मुझे यहां तक पहुंचा दिया है?

2 राजा 19:15
और यहोवा से यह प्रार्थना की, कि हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा! हे करूबों पर विराजने वाले ! पृथ्वी के सब राज्यों के ऊपर केवल तू ही परमेश्वर है। आकाश और पृथ्वी को तू ही ने बनाया है।

2 इतिहास 14:11
तब आसा ने अपने परमेश्वर यहोवा की यों दोहाई दी, कि हे यहोवा! जैसे तू सामथीं की सहायता कर सकता है, वैसे ही शक्तिहीन की भी; हे हमारे परमेश्वर यहोवा! हमारी सहायता कर, क्योंकि हमारा भरोसा तुझी पर है और तेरे नाम का भरोसा कर के हम इस भीड़ के विरुद्ध आए हैं। हे यहोवा, तू हमारा परमेश्वर है; मनुष्य तुझ पर प्रबल न होने पाएगा।

2 इतिहास 20:6
यह कहने लगा, कि हे हमारे पितरों के परमेश्वर यहोवा! क्या तू स्वर्ग में परमेश्वर नहीं है? और क्या तू जाति जाति के सब राज्यों के ऊपर प्रभुता नहीं करता? और क्या तेरे हाथ में ऐसा बल और पराक्रम नहीं है कि तेरा साम्हना कोई नहीं कर सकता?

दानिय्येल 9:3
तब मैं अपना मुख परमेश्वर की ओर कर के गिड़गिड़ाहट के साथ प्रार्थना करने लगा, और उपवास कर, टाट पहिन, राख में बैठ कर वरदान मांगने लगा।

फिलिप्पियों 4:6
किसी भी बात की चिन्ता मत करो: परन्तु हर एक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और बिनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सम्मुख अपस्थित किए जाएं।

याकूब 5:13
यदि तुम में कोई दुखी हो तो वह प्रार्थना करे: यदि आनन्दित हो, तो वह स्तुति के भजन गाए।