यशायाह 44:3 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल यशायाह यशायाह 44 यशायाह 44:3

Isaiah 44:3
क्योंकि मैं प्यासी भूमि पर जल और सूखी भूमि पर धाराएं बहाऊंगा; मैं तेरे वंश पर अपनी आत्मा और तेरी सन्तान पर अपनी आशीष उण्डेलूंगा।

Isaiah 44:2Isaiah 44Isaiah 44:4

Isaiah 44:3 in Other Translations

King James Version (KJV)
For I will pour water upon him that is thirsty, and floods upon the dry ground: I will pour my spirit upon thy seed, and my blessing upon thine offspring:

American Standard Version (ASV)
For I will pour water upon him that is thirsty, and streams upon the dry ground; I will pour my Spirit upon thy seed, and my blessing upon thine offspring:

Bible in Basic English (BBE)
For I will send water on the land needing it, and streams on the dry earth: I will let my spirit come down on your seed, and my blessing on your offspring.

Darby English Bible (DBY)
For I will pour water upon him that is thirsty, and floods upon the dry ground; I will pour my Spirit upon thy seed, and my blessing upon thine offspring.

World English Bible (WEB)
For I will pour water on him who is thirsty, and streams on the dry ground; I will pour my Spirit on your seed, and my blessing on your offspring:

Young's Literal Translation (YLT)
For I pour waters on a thirsty one, And floods on a dry land, I pour My Spirit on thy seed, And My blessing on thine offspring.

For
כִּ֤יkee
I
will
pour
אֶצָּקʾeṣṣāqeh-TSAHK
water
מַ֙יִם֙mayimMA-YEEM
upon
עַלʿalal
thirsty,
is
that
him
צָמֵ֔אṣāmēʾtsa-MAY
and
floods
וְנֹזְלִ֖יםwĕnōzĕlîmveh-noh-zeh-LEEM
upon
עַלʿalal
ground:
dry
the
יַבָּשָׁ֑הyabbāšâya-ba-SHA
I
will
pour
אֶצֹּ֤קʾeṣṣōqeh-TSOKE
my
spirit
רוּחִי֙rûḥiyroo-HEE
upon
עַלʿalal
seed,
thy
זַרְעֶ֔ךָzarʿekāzahr-EH-ha
and
my
blessing
וּבִרְכָתִ֖יûbirkātîoo-veer-ha-TEE
upon
עַלʿalal
thine
offspring:
צֶאֱצָאֶֽיךָ׃ṣeʾĕṣāʾêkātseh-ay-tsa-A-ha

Cross Reference

योएल 2:28
उन बातों के बाद मैं सब प्राणियों पर अपना आत्मा उण्डेलूंगा; तुम्हारे बेटे-बेटियां भविष्यद्वाणी करेंगी, और तुम्हारे पुरनिये स्वप्न देखेंगे, और तुम्हारे जवान दर्शन देखेंगे।

प्रेरितों के काम 2:17
कि परमेश्वर कहता है, कि अन्त कि दिनों में ऐसा होगा, कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उंडेलूंगा और तुम्हारे बेटे और तुम्हारी बेटियां भविष्यद्वाणी करेंगी और तुम्हारे जवान दर्शन देखेंगे, और तुम्हारे पुरिनए स्वप्न देखेंगे।

यशायाह 59:21
और यहोवा यह कहता है, जो वाचा मैं ने उन से बान्धी है वह यह है, कि मेरा आत्मा तुझ पर ठहरा है, और अपने वचन जो मैं ने तेरे मुंह में डाले हैं अब से ले कर सर्वदा तक वे मेरे मुंह से, और, तेरे पुत्रों और पोतों के मुंह से भी कभी न हटेंगे॥

यूहन्ना 7:37
फिर पर्व के अंतिम दिन, जो मुख्य दिन है, यीशु खड़ा हुआ और पुकार कर कहा, यदि कोई प्यासा हो तो मेरे पास आकर पीए।

प्रकाशित वाक्य 21:6
फिर उस ने मुझ से कहा, ये बातें पूरी हो गई हैं, मैं अलफा और ओमिगा, आदि और अन्त हूं: मैं प्यासे को जीवन के जल के सोते में से सेंतमेंत पिलाऊंगा।

नीतिवचन 1:23
तुम मेरी डांट सुन कर मन फिराओ; सुनो, मैं अपनी आत्मा तुम्हारे लिये उण्डेल दूंगी; मैं तुम को अपने वचन बताऊंगी।

योएल 3:18
और उस समय पहाड़ों से नया दाखमधु टपकने लगेगा, और टीलों से दूध बहने लगेगा, और यहूदा देश के सब नाले जल से भर जाएंगे; और यहोवा के भवन में से एक सोता फूट निकलेगा, जिस से शित्तीम का नाम नाला सींचा जाएगा॥

जकर्याह 12:10
और मैं दाऊद के घराने और यरूशलेम के निवासियों पर अपना अनुग्रह करने वाली और प्रार्थना सिखाने वाली आत्मा उण्डेलूंगा, तब वे मुझे ताकेंगे अर्थात जिसे उन्होंने बेधा है, और उसके लिये ऐसे रोएंगे जैसे एकलौते पुत्र के लिये रोते-पीटते हैं, और ऐसा भारी शोक करेंगे, जैसा पहिलौठे के लिये करते हैं।

प्रेरितों के काम 2:39
क्योंकि यह प्रतिज्ञा तुम, और तुम्हारी सन्तानों, और उन सब दूर दूर के लोगों के लिये भी है जिन को प्रभु हमारा परमेश्वर अपने पास बुलाएगा।

यशायाह 32:15
जब तक आत्मा ऊपर से हम पर उण्डेला न जाए, और जंगल फलदायक बारी न बने, और फलदायक बारी फिर वन न गिनी जाए।

भजन संहिता 107:35
वह जंगल को जल का ताल, और निर्जल देश को जल के सोते कर देता है।

प्रेरितों के काम 10:45
और जितने खतना किए हुए विश्वासी पतरस के साथ आए थे, वे सब चकित हुए कि अन्यजातियों पर भी पवित्र आत्मा का दान उंडेला गया है।

यशायाह 41:17
जब दीन और दरिद्र लोग जल ढूंढ़ने पर भी न पाएं और उनका तालू प्यास के मारे सूख जाए; मैं यहोवा उनकी बिनती सुनूंगा, मैं इस्राएल का परमेश्वर उन को त्याग न दूंगां

यशायाह 43:19
देखो, मैं एक नई बात करता हूं; वह अभी प्रगट होगी, क्या तुम उस से अनजान रहोगे? मैं जंगल में एक मार्ग बनाऊंगा और निर्जल देश में नदियां बहाऊंगा।

तीतुस 3:5
तो उस ने हमारा उद्धार किया: और यह धर्म के कामों के कारण नहीं, जो हम ने आप किए, पर अपनी दया के अनुसार, नए जन्म के स्नान, और पवित्र आत्मा के हमें नया बनाने के द्वारा हुआ।

भजन संहिता 78:15
वह जंगल में चट्टानें फाड़कर, उन को मानो गहिरे जलाशयों से मनमाने पिलाता था।

यहेजकेल 39:29
और उन से अपना मुंह फिर कभी न फेर लूंगा, क्योंकि मैं ने इस्राएल के घराने पर अपना आत्मा उण्डेला है, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।

यहेजकेल 34:26
और मैं उन्हें और अपनी पहाड़ी के आस पास के स्थानों को आशीष का कारण बना दूंगा; और मेंह को मैं ठीक समय में बरसाया करूंगा; और वे आशीषों की वर्षा होंगी।

यशायाह 48:21
जब वह उन्हें निर्जल देशों में ले गया, तब वे प्यासे न हुए; उसने उनके लिये चट्टान में से पानी निकाला; उसने चट्टान को चीरा और जल बह निकला।

यशायाह 35:6
तब लंगड़ा हरिण की सी चौकडिय़ां भरेगा और गूंगे अपनी जीभ से जयजयकार करेंगे। क्योंकि जंगल में जल के सोते फूट निकलेंगे और मरूभूमि में नदियां बहने लगेंगी

भजन संहिता 63:1
हे परमेश्वर, तू मेरा ईश्वर है, मैं तुझे यत्न से ढूंढूंगा; सूखी और निर्जल ऊसर भूमि पर, मेरा मन तेरा प्यासा है, मेरा शरीर तेरा अति अभिलाषी है।

यशायाह 65:23
उनका परिश्रम व्यर्थ न होगा, न उनके बालक घबराहट के लिये उत्पन्न होंगे; क्योंकि वे यहोवा के धन्य लोगों का वंश ठहरेंगे, और उनके बाल-बच्चे उन से अलग न होंगे।

प्रेरितों के काम 2:33
इस प्रकार परमेश्वर के दाहिने हाथ से सर्वोच्च पद पाकर, और पिता से वह पवित्र आत्मा प्राप्त करके जिस की प्रतिज्ञा की गई थी, उस ने यह उंडेल दिया है जो तुम देखते और सुनते हो।

प्रकाशित वाक्य 22:17
और आत्मा, और दुल्हिन दोनों कहती हैं, आ; और सुनने वाला भी कहे, कि आ; और जो प्यासा हो, वह आए और जो कोई चाहे वह जीवन का जल सेंतमेंत ले॥

यशायाह 49:10
वे भूखे और प्यासे होंगे, न लूह और न घाम उन्हें लगेगा, क्योंकि, वह जो उन पर दया करता है, वही उनका अगुवा होगा, और जल के सोतों के पास उन्हें ले चलेगा।

यशायाह 61:9
उनका वंश अन्यजातियों में और उनकी सन्तान देश देश के लोगों के बीच प्रसिद्ध होगी; जितने उन को देखेंगे, पहिचान लेंगे कि यह वह वंश है जिस को परमेश्वर ने आशीष दी है॥

मत्ती 12:43
जब अशुद्ध आत्मा मनुष्य में से निकल जाती है, तो सूखी जगहों में विश्राम ढूंढ़ती फिरती है, और पाती नहीं।

यशायाह 32:2
हर एक मानो आंधी से छिपने का स्थान, और बौछार से आड़ होगा; या निर्जल देश में जल के झरने, व तप्त भूमि में बड़ी चट्टान की छाया।