यशायाह 51:3 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल यशायाह यशायाह 51 यशायाह 51:3

Isaiah 51:3
यहोवा ने सिय्योन को शान्ति दी है, उसने उसके सब खण्डहरों को शान्ति दी है; वह उसके जंगल को अदन के समान और उस के निर्जल देश को यहोवा की बाटिका के समान बनाएगा; उस में हर्ष और आनन्द और धन्यवाद और भजन गाने का शब्द सुनाई पड़ेगा॥

Isaiah 51:2Isaiah 51Isaiah 51:4

Isaiah 51:3 in Other Translations

King James Version (KJV)
For the LORD shall comfort Zion: he will comfort all her waste places; and he will make her wilderness like Eden, and her desert like the garden of the LORD; joy and gladness shall be found therein, thanksgiving, and the voice of melody.

American Standard Version (ASV)
For Jehovah hath comforted Zion; he hath comforted all her waste places, and hath made her wilderness like Eden, and her desert like the garden of Jehovah; joy and gladness shall be found therein, thanksgiving, and the voice of melody.

Bible in Basic English (BBE)
For the Lord has given comfort to Zion: he has made glad all her broken walls; making her waste places like Eden, and changing her dry land into the garden of the Lord; joy and delight will be there, praise and the sound of melody.

Darby English Bible (DBY)
For Jehovah shall comfort Zion, he shall comfort all her waste places; and he will make her wilderness like Eden, and her desert like the garden of Jehovah: gladness and joy shall be found therein, thanksgiving, and the voice of song.

World English Bible (WEB)
For Yahweh has comforted Zion; he has comforted all her waste places, and has made her wilderness like Eden, and her desert like the garden of Yahweh; joy and gladness shall be found therein, thanksgiving, and the voice of melody.

Young's Literal Translation (YLT)
For Jehovah hath comforted Zion, He hath comforted all her wastes, And He setteth her wilderness as Eden, And her desert as a garden of Jehovah, Joy, yea, gladness is found in her, Confession, and the voice of song.

For
כִּֽיkee
the
Lord
נִחַ֨םniḥamnee-HAHM
shall
comfort
יְהוָ֜הyĕhwâyeh-VA
Zion:
צִיּ֗וֹןṣiyyônTSEE-yone
he
will
comfort
נִחַם֙niḥamnee-HAHM
all
כָּלkālkahl
places;
waste
her
חָרְבֹתֶ֔יהָḥorbōtêhāhore-voh-TAY-ha
and
he
will
make
וַיָּ֤שֶׂםwayyāśemva-YA-sem
wilderness
her
מִדְבָּרָהּ֙midbārāhmeed-ba-RA
like
Eden,
כְּעֵ֔דֶןkĕʿēdenkeh-A-den
desert
her
and
וְעַרְבָתָ֖הּwĕʿarbātāhveh-ar-va-TA
like
the
garden
כְּגַןkĕgankeh-ɡAHN
Lord;
the
of
יְהוָ֑הyĕhwâyeh-VA
joy
שָׂשׂ֤וֹןśāśônsa-SONE
and
gladness
וְשִׂמְחָה֙wĕśimḥāhveh-seem-HA
found
be
shall
יִמָּ֣צֵאyimmāṣēʾyee-MA-tsay
therein,
thanksgiving,
בָ֔הּbāhva
and
the
voice
תּוֹדָ֖הtôdâtoh-DA
of
melody.
וְק֥וֹלwĕqôlveh-KOLE
זִמְרָֽה׃zimrâzeem-RA

Cross Reference

यशायाह 52:9
हे यरूशलेम के खण्डहरों, एक संग उमंग में आकर जयजयकार करो; क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है, उसने यरूशलेम को छुड़ा लिया है।

योएल 2:3
उसके आगे आगे तो आग भस्म करती जाएगी, और उसके पीछे पीछे लौ जलती जाएगी। उसके आगे की भूमि तो एदेन की बारी के समान होगी, परन्तु उसके पीछे की भूमि उजाड़ मरूस्थल बन जाएगी, और उस से कुछ न बचेगा॥

उत्पत्ति 13:10
तब लूत ने आंख उठा कर, यरदन नदी के पास वाली सारी तराई को देखा, कि वह सब सिंची हुई है। जब तक यहोवा ने सदोम और अमोरा को नाश न किया था, तब तक सोअर के मार्ग तक वह तराई यहोवा की बाटिका, और मिस्र देश के समान उपजाऊ थी।

यशायाह 49:13
हे आकाश, जयजयकार कर, हे पृथ्वी, मगन हो; हे पहाड़ों, गला खोल कर जयजयकार करो! क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है और अपने दीन लोगों पर दया की है॥

यिर्मयाह 31:12
इसलिये वे सिय्योन की चोटी पर आकर जयजयकार करेंगे, और यहोवा से अनाज, नया दाखमधु, टटका तेल, भेड़-बकरियां और गाय-बैलों के बच्चे आदि उत्तम उत्तम दान पाने के लिये तांता बान्ध कर चलेंगे; और उनका प्राण सींची हुई बारी के समान होगा, और वे फिर कभी उदास न होंगे।

यिर्मयाह 31:25
क्योंकि मैं ने थके हुए लोगों का प्राण तृप्त किया, और उदास लोगों के प्राण को भर दिया है।

यिर्मयाह 33:11
इन्हीं में हर्ष और आनन्द का शब्द, दुल्हे-दुल्हिन का शब्द, और इस बात के कहने वालों का शब्द फिर सुनाईं पड़ेगा कि सेनाओं के यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि यहोवा भला है, और उसकी करुणा सदा की है। और यहोवा के भवन में धन्यवादबलि लाने वालों का भी शब्द सुनाईं देगा; क्योंकि मैं इस देश की दशा पहिले की नाईं ज्यों की त्यों कर दूंगा, यहोवा का यही वचन है।

यहेजकेल 31:8
परमेश्वर की बारी के देवदार भी उसको न छिपा सकते थे, सनौबर उसकी टहनियों के समान भी न थे, और न अर्मोन वृक्ष उसकी शाखाओं के तुल्य थे; परमेश्वर की बारी का भी कोई वृक्ष सुन्दरता में उसके बराबर न था।

सपन्याह 3:14
हे सिय्योन, ऊंचे स्वर से गा; हे इस्राएल, जयजयकार कर! हे यरूशलेम अपने सम्पूर्ण मन से आनन्द कर, और प्रसन्न हो!

2 कुरिन्थियों 1:3
हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर, और पिता का धन्यवाद हो, जो दया का पिता, और सब प्रकार की शान्ति का परमेश्वर है।

1 पतरस 1:8
उस से तुम बिन देखे प्रेम रखते हो, और अब तो उस पर बिन देखे भी विश्वास करके ऐसे आनन्दित और मगन होते हो, जो वर्णन से बाहर और महिमा से भरा हुआ है।

प्रकाशित वाक्य 19:1
इस के बाद मैं ने स्वर्ग में मानो बड़ी भीड़ को ऊंचे शब्द से यह कहते सुना, कि हल्लिलूय्याह! उद्धार, और महिमा, और सामर्थ हमारे परमेश्वर ही की है।

यशायाह 66:10
हे यरूशलेम से सब प्रेम रखने वालो, उसके साथ आनन्द करो और उसके कारण मगन हो; हे उसके विषय सब विलाप करने वालो उसके साथ हषिर्त हो!

यशायाह 61:1
प्रभु यहोवा का आत्मा मुझ पर है; क्योंकि यहोवा ने सुसमाचार सुनाने के लिये मेरा अभिषेक किया और मुझे इसलिये भेजा है कि खेदित मन के लोगों को शान्ति दूं; कि बंधुओं के लिये स्वतंत्रता का और कैदियों के लिये छुटकारे का प्रचार करूं;

यशायाह 54:6
क्योंकि यहोवा ने तुझे ऐसा बुलाया है, मानो तू छोड़ी हुई और मन की दुखिया और जवानी की त्यागी हुई स्त्री हो, तेरे परमेश्वर का यही वचन है।

भजन संहिता 85:8
मैं कान लगाए रहूंगा, कि ईश्वर यहोवा क्या कहता है, वह तो अपनी प्रजा से जो उसके भक्त है, शान्ति की बातें कहेगा; परन्तु वे फिर के मूर्खता न करने लगें।

भजन संहिता 102:13
तू उठकर सिय्योन पर दया करेगा; क्योंकि उस पर अनुग्रह करने का ठहराया हुआ समय आ पहुंचा है।

यशायाह 12:1
उस दिन तू कहेगा, हे यहोवा, मैं तेरा धन्यवाद करता हूं, क्योंकि यद्यिप तू मुझ पर क्रोधित हुआ था, परन्तु अब तेरा क्रोध शान्त हुआ, और तू ने मुझे शान्ति दी है॥

यशायाह 25:9
और उस समय यह कहा जाएगा, देखो, हमारा परमेश्वर यही है; हम इसी की बाट जोहते आए हैं, कि वह हमारा उद्धार करे। यहोवा यही है; हम उसकी बाट जोहते आए हैं। हम उस से उद्धार पाकर मगन और आनन्दित होंगे।

यशायाह 35:1
जंगल और निर्जल देश प्रफुल्लित होंगे, मरूभूमि मगन हो कर केसर की नाईं फूलेगी;

यशायाह 35:7
मृगतृष्णा ताल बन जाएगी और सूखी भूमि में सोते फूटेंगे; और जिस स्थान में सियार बैठा करते हैं उस में घास और नरकट और सरकण्डे होंगे॥

यशायाह 40:1
तुम्हारा परमेश्वर यह कहता है, मेरी प्रजा को शान्ति दो, शान्ति!

यशायाह 41:18
मैं मुण्डे टीलों से भी नदियां और मैदानों के बीच में सोते बहऊंगा; मैं जंगल को ताल और निर्जल देश को सोते ही सोते कर दूंगा।

यशायाह 44:26
और अपने दास के वचन को पूरा करता और अपने दूतों की युक्ति को सफल करता हूं; जो यरूशलेम के विषय कहता है, वह फिर बसाई जाएगी और यहूदा के नगरों के विषय, वे फिर बनाए जाएंगे और मैं उनके खण्डहरों को सुधारूंगा;

यशायाह 49:8
यहोवा यों कहता है, अपनी प्रसन्नता के समय मैं ने तेरी सुन ली, उद्धार करने के दिन मैं ने तेरी सहायता की है; मैं तेरी रक्षा कर के तुझे लोगों के लिये एक वाचा ठहराऊंगा, ताकि देश को स्थिर करे और उजड़े हुए स्थानों को उनके अधिकारियों के हाथ में दे दे; और बंधुओं से कहे, बन्दीगृह से निकल आओ;

यशायाह 51:12
मैं, मैं ही तेरा शान्तिदाता हूं; तू कौन है जो मरने वाले मनुष्य से, और घास के समान मुर्झाने वाले आदमी से डरता है,

उत्पत्ति 2:8
और यहोवा परमेश्वर ने पूर्व की ओर अदन देश में एक वाटिका लगाई; और वहां आदम को जिसे उसने रचा था, रख दिया।