Isaiah 55:13
तब भटकटैयों की सन्ती सनौवर उगेंगे; और बिच्छु पेड़ों की सन्ती मेंहदी उगेगी; और इस से यहोवा का नाम होगा, जो सदा का चिन्ह होगा और कभी न मिटेगा।
Isaiah 55:13 in Other Translations
King James Version (KJV)
Instead of the thorn shall come up the fir tree, and instead of the brier shall come up the myrtle tree: and it shall be to the LORD for a name, for an everlasting sign that shall not be cut off.
American Standard Version (ASV)
Instead of the thorn shall come up the fir-tree; and instead of the brier shall come up the myrtle-tree: and it shall be to Jehovah for a name, for an everlasting sign that shall not be cut off.
Bible in Basic English (BBE)
In place of the thorn will come up the fir-tree, and in place of the blackberry the myrtle: and it will be to the Lord for a name, for an eternal sign which will not be cut off.
Darby English Bible (DBY)
Instead of the thorn shall come up the cypress, and instead of the nettle shall come up the myrtle; and it shall be to Jehovah for a name, for an everlasting sign [that] shall not be cut off.
World English Bible (WEB)
Instead of the thorn shall come up the fir tree; and instead of the brier shall come up the myrtle tree: and it shall be to Yahweh for a name, for an everlasting sign that shall not be cut off.
Young's Literal Translation (YLT)
Instead of the thorn come up doth fir, Instead of the brier come up doth myrtle, And it hath been to Jehovah for a name, For a sign age-during -- it is not cut off!
| Instead | תַּ֤חַת | taḥat | TA-haht |
| of the thorn | הַֽנַּעֲצוּץ֙ | hannaʿăṣûṣ | ha-na-uh-TSOOTS |
| shall come up | יַעֲלֶ֣ה | yaʿăle | ya-uh-LEH |
| tree, fir the | בְר֔וֹשׁ | bĕrôš | veh-ROHSH |
| and instead | תַ֥חַת | taḥat | TA-haht |
| brier the of | הַסִּרְפַּ֖ד | hassirpad | ha-seer-PAHD |
| shall come up | יַעֲלֶ֣ה | yaʿăle | ya-uh-LEH |
| tree: myrtle the | הֲדַ֑ס | hădas | huh-DAHS |
| and it shall be | וְהָיָ֤ה | wĕhāyâ | veh-ha-YA |
| to the Lord | לַֽיהוָה֙ | layhwāh | lai-VA |
| name, a for | לְשֵׁ֔ם | lĕšēm | leh-SHAME |
| for an everlasting | לְא֥וֹת | lĕʾôt | leh-OTE |
| sign | עוֹלָ֖ם | ʿôlām | oh-LAHM |
| not shall that | לֹ֥א | lōʾ | loh |
| be cut off. | יִכָּרֵֽת׃ | yikkārēt | yee-ka-RATE |
Cross Reference
यशायाह 41:19
मैं जंगल में देवदार, बबूल, मेंहदी, और जलपाई उगाऊंगा; मैं अराबा में सनौवर, तिधार वृक्ष, और सीधा सनौबर इकट्ठे लगाऊंगा;
यिर्मयाह 33:9
क्योंकि वे वह सब भलाई के काम सुनेंगे जो मैं उनके लिये करूंगा और वे सब कल्याण और शान्ति की चर्चा सुनकर जो मैं उन से करूंगा, डरेंगे और थरथराएंगे; वे पृथ्वी की उन जातियों की दृष्टि में मेरे लिये हर्षाने वाले और स्तुति और शोभा का कारण हो जाएंगे।
यशायाह 60:13
लबानोन का वैभव अर्थात सनौबर और देवदार और सीधे सनौबर के पेड़ एक साथ तेरे पास आएंगे कि मेरे पवित्रस्थान को सुशोभित करें; और मैं अपने चरणों के स्थान को महिमा दूंगा।
मीका 7:4
उन में से जो सब से उत्तम है, जो सब से सीधा है, वह कांटे वाले बाड़े से भी बुरा है। तेरे पहरूओं का कहा हुआ दिन, अर्थात तेरे दण्ड का दिन आ गया है। अब वे शीघ्र चौंधिया जाएंगे।
1 कुरिन्थियों 6:9
क्या तुम नहीं जानते, कि अन्यायी लोग परमेश्वर के राज्य के वारिस न होंगे? धोखा न खाओ, न वेश्यागामी, न मूर्तिपूजक, न परस्त्रीगामी, न लुच्चे, न पुरूषगामी।
2 कुरिन्थियों 5:17
सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं।
इफिसियों 3:20
अब जो ऐसा सामर्थी है, कि हमारी बिनती और समझ से कहीं अधिक काम कर सकता है, उस सामर्थ के अनुसार जो हम में कार्य करता है,
1 पतरस 2:9
पर तुम एक चुना हुआ वंश, और राज-पदधारी याजकों का समाज, और पवित्र लोग, और (परमेश्वर की ) निज प्रजा हो, इसलिये कि जिस ने तुम्हें अन्धकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है, उसके गुण प्रगट करो।
1 पतरस 4:11
यदि कोई बोले, तो ऐसा बोले, मानों परमेश्वर का वचन है; यदि कोई सेवा करे; तो उस शक्ति से करे जो परमेश्वर देता है; जिस से सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा, परमेश्वर की महिमा प्रगट हो: महिमा और साम्राज्य युगानुयुग उसी की है। आमीन॥
रोमियो 6:19
मैं तुम्हारी शारीरिक दुर्बलता के कारण मनुष्यों की रीति पर कहता हूं, जैसे तुम ने अपने अंगो को कुकर्म के लिये अशुद्धता और कुकर्म के दास करके सौंपा था, वैसे ही अब अपने अंगों को पवित्रता के लिये धर्म के दास करके सौंप दो।
यूहन्ना 15:8
मेरे पिता की महिमा इसी से होती है, कि तुम बहुत सा फल लाओ, तब ही तुम मेरे चेले ठहरोगे।
लूका 2:14
कि आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है शान्ति हो॥
यशायाह 11:6
तब भेडिय़ा भेड़ के बच्चे के संग रहा करेगा, और चीता बकरी के बच्चे के साथ बैठा रहेगा, और बछड़ा और जवान सिंह और पाला पोसा हुआ बैल तीनों इकट्ठे रहेंगे, और एक छोटा लड़का उनकी अगुवाई करेगा।
यशायाह 43:21
इस प्रजा को मैं ने अपने लिये बनाया है कि वे मेरा गुणानुवाद करें॥
यशायाह 54:10
चाहे पहाड़ हट जाएं और पहाडिय़ां टल जाएं, तौभी मेरी करूणा तुझ पर से कभी न हटेगी, और मेरी शान्तिदायक वाचा न टलेगी, यहोवा, जो तुझ पर दया करता है, उसका यही वचन है॥
यशायाह 60:21
और तेरे लोग सब के सब धर्मी होंगे; वे सर्वदा देश के अधिकारी रहेंगे, वे मेरे लगाए हुए पौधे और मेरे हाथों का काम ठहरेंगे, जिस से मेरी महिमा प्रगट हो।
यशायाह 61:3
और सिय्योन के विलाप करने वालों के सिर पर की राख दूर कर के सुन्दर पगड़ी बान्ध दूं, कि उनका विलाप दूर कर के हर्ष का तेल लगाऊं और उनकी उदासी हटाकर यश का ओढ़ना ओढ़ाऊं; जिस से वे धर्म के बांजवृक्ष और यहोवा के लगाए हुए कहलाएं और जिस से उसकी महिमा प्रगट हो।
यशायाह 63:12
जिसने अपने प्रतापी भुजबल को मूसा के दाहिने हाथ के साथ कर दिया, जिसने उनके साम्हने जल को दो भाग कर के अपना सदा का नाम कर लिया,
यिर्मयाह 13:11
यहोवा की यह वाणी है कि जिस प्रकार से पेटी मनुष्य की कमर में कसी जाती है, उसी प्रकार से मैं ने इस्राएल के सारे घराने और यहूदा के सारे घराने को अपनी कटि में बान्ध लिया था कि वे मेरी प्रजा बनें और मेरे नाम और कीर्ति और शोभा का कारण हों, परन्तु उन्होंने न माना।
यिर्मयाह 50:5
वे सिय्योन की ओर मुंह किए हुए उसका मार्ग पूछते और आपस में यह कहते आएंगे, कि आओ हम यहोवा से मेल कर लें, उसके साथ ऐसी वाचा बान्धे जो कभी भूली न जाए, परन्तु सदा स्थिर रहे।
यशायाह 5:6
मैं उसे उजाड़ दूंगा; वह न तो फिर छांटी और न खोदी जाएगी और उस में भांति भांति के कटीले पेड़ उगेंगे; मैं मेघों को भी आज्ञा दूंगा कि उस पर जल न बरसाएं॥