Isaiah 66:2
यहोवा की यह वाणी है, ये सब वस्तुएं मेरे ही हाथ की बनाई हुई हैं, सो ये सब मेरी ही हैं। परन्तु मैं उसी की ओर दृष्टि करूंगा जो दीन और खेदित मन का हो, और मेरा वचन सुनकर थरथराता हो॥
Isaiah 66:2 in Other Translations
King James Version (KJV)
For all those things hath mine hand made, and all those things have been, saith the LORD: but to this man will I look, even to him that is poor and of a contrite spirit, and trembleth at my word.
American Standard Version (ASV)
For all these things hath my hand made, and `so' all these things came to be, saith Jehovah: but to this man will I look, even to him that is poor and of a contrite spirit, and that trembleth at my word.
Bible in Basic English (BBE)
For all these things my hand has made, and they are mine, says the Lord; but to this man only will I give attention, to him who is poor and broken in spirit, fearing my word.
Darby English Bible (DBY)
Even all these things hath my hand made, and all these things have been, saith Jehovah. But to this man will I look: to the afflicted and contrite in spirit, and who trembleth at my word.
World English Bible (WEB)
For all these things has my hand made, and [so] all these things came to be, says Yahweh: but to this man will I look, even to him who is poor and of a contrite spirit, and who trembles at my word.
Young's Literal Translation (YLT)
And all these My hand hath made, And all these things are, An affirmation of Jehovah! And unto this one I look attentively, Unto the humble and bruised in spirit, And who is trembling at My word.
| For all | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
| those | כָּל | kāl | kahl |
| hand mine hath things | אֵ֙לֶּה֙ | ʾēlleh | A-LEH |
| made, | יָדִ֣י | yādî | ya-DEE |
| and all | עָשָׂ֔תָה | ʿāśātâ | ah-SA-ta |
| those | וַיִּהְי֥וּ | wayyihyû | va-yee-YOO |
| been, have things | כָל | kāl | hahl |
| saith | אֵ֖לֶּה | ʾēlle | A-leh |
| the Lord: | נְאֻם | nĕʾum | neh-OOM |
| but to | יְהוָ֑ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| this | וְאֶל | wĕʾel | veh-EL |
| look, I will man | זֶ֣ה | ze | zeh |
| even to | אַבִּ֔יט | ʾabbîṭ | ah-BEET |
| poor is that him | אֶל | ʾel | el |
| contrite a of and | עָנִי֙ | ʿāniy | ah-NEE |
| spirit, | וּנְכֵה | ûnĕkē | oo-neh-HAY |
| and trembleth | ר֔וּחַ | rûaḥ | ROO-ak |
| at | וְחָרֵ֖ד | wĕḥārēd | veh-ha-RADE |
| my word. | עַל | ʿal | al |
| דְּבָרִֽי׃ | dĕbārî | deh-va-REE |
Cross Reference
यशायाह 57:15
क्योंकि जो महान और उत्तम और सदैव स्थिर रहता, और जिसका नाम पवित्र है, वह यों कहता है, मैं ऊंचे पर और पवित्र स्थान में निवास करता हूं, और उसके संग भी रहता हूं, जो खेदित और नम्र हैं, कि, नम्र लोगों के हृदय और खेदित लोगों के मन को हषिर्त करूं।
भजन संहिता 34:18
यहोवा टूटे मन वालों के समीप रहता है, और पिसे हुओं का उद्धार करता है॥
लूका 18:13
परन्तु चुंगी लेने वाले ने दूर खड़े होकर, स्वर्ग की ओर आंखें उठाना भी न चाहा, वरन अपनी छाती पीट-पीटकर कहा; हे परमेश्वर मुझ पापी पर दया कर।
मत्ती 5:3
धन्य हैं वे, जो मन के दीन हैं, क्योंकि स्वर्ग का राज्य उन्हीं का है।
2 इतिहास 34:27
कि इसलिये कि तू वे बातें सुन कर दीन हुआ, और परमेश्वर के साम्हने अपना सिर नवाया, और उसकी बातें सुन कर जो उसने इस स्थान और इस के निवासियों के विरुद्ध कहीं, तू ने मेरे साम्हने अपना सिर नवाया, और वस्त्र फाड़ कर मेरे साम्हने रोया है, इस कारण मैं ने तेरी सुनी है; यहोवा की यही वाणी है।
एज्रा 9:4
तब जितने लोग इस्राएल के परमेश्वर के वचन सुनकर बन्धुआई से आए हुए लोगों के विश्वासघात के कारण थरथराते थे, सब मेरे पास इकट्ठे हुए, और मैं सांझ की भेंट के समय तक विस्मित हो कर बैठा रहा।
भजन संहिता 51:17
टूटा मन परमेश्वर के योग्य बलिदान है; हे परमेश्वर, तू टूटे और पिसे हुए मन को तुच्छ नहीं जानता॥
भजन संहिता 119:120
तेरे भय से मेरा शरीर कांप उठता है, और मैं तेरे नियमों से डरता हूं॥
यशायाह 40:26
अपनी आंखें ऊपर उठा कर देखो, किस ने इन को सिरजा? वह इन गणों को गिन गिनकर निकालता, उन सब को नाम ले ले कर बुलाता है? वह ऐसा सामर्थी और अत्यन्त बली है कि उन में के कोई बिना आए नहीं रहता॥
यशायाह 66:5
तुम्हारे भाई जो तुम से बैर रखते और मेरे नाम के निमित्त तुम को अलग कर देते हैं उन्होंने कहा है, यहोवा की महिमा तो बढ़े, जिस से हम तुम्हारा आनन्द देखते पाएं; परन्तु उन्हीं को लज्जित होना पड़ेगा॥
फिलिप्पियों 2:12
सो हे मेरे प्यारो, जिस प्रकार तुम सदा से आज्ञा मानते आए हो, वैसे ही अब भी न केवल मेरे साथ रहते हुए पर विशेष करके अब मेरे दूर रहने पर भी डरते और कांपते हुए अपने अपने उद्धार का कार्य पूरा करते जाओ।
प्रेरितों के काम 16:29
तब वह दीया मंगवाकर भीतर लपक गया, और कांपता हुआ पौलुस और सीलास के आगे गिरा।
नीतिवचन 28:14
जो मनुष्य निरन्तर प्रभु का भय मानता रहता है वह धन्य है; परन्तु जो अपना मन कठोर कर लेता है वह विपत्ति में पड़ता है।
भजन संहिता 138:6
यद्यपि यहोवा महान है, तौभी वह नम्र मनुष्य की ओर दृष्टि करता है; परन्तु अहंकारी को दूर ही से पहिचानता है।
भजन संहिता 119:161
हाकिम व्यर्थ मेरे पीछे पड़े हैं, परन्तु मेरा हृदय तेरे वचनों का भय मानता है।
2 राजा 22:19
इसलिये कि तू वे बातें सुन कर दीन हुआ, और मेरी वे बातें सुन कर कि इस स्थान और इसके निवासियों देख कर लोग चकित होंगे, और शाप दिया करेंगे, तू ने यहोवा के साम्हने अपना सिर नवाया, और अपने वस्त्र फाड़ कर मेरे साम्हने रोया है, इस कारण मैं ने तेरी सुनी है, यहोवा की यही वाणी है।
एज्रा 10:3
अब हम अपने परमेश्वर से यह वाचा बान्धें, कि हम अपने प्रभु की सम्मति और अपने परमेश्वर की आज्ञा सुन कर थरथराने वालों की सम्मति के अनुसार ऐसी सब स्त्रियों को और उनके लड़के बालों को दूर करें; और व्यवस्था के अनुसार काम किया जाए।
यशायाह 61:1
प्रभु यहोवा का आत्मा मुझ पर है; क्योंकि यहोवा ने सुसमाचार सुनाने के लिये मेरा अभिषेक किया और मुझे इसलिये भेजा है कि खेदित मन के लोगों को शान्ति दूं; कि बंधुओं के लिये स्वतंत्रता का और कैदियों के लिये छुटकारे का प्रचार करूं;
यिर्मयाह 31:19
भटक जाने के बाद मैं पछताया: और सिखाए जाने के बाद मैं ने छाती पीटी: पुराने पापों को स्मरण कर मैं लज्जित हुआ और मेरा मुंह काला हो गया।
हबक्कूक 3:16
यह सब सुनते ही मेरा कलेजा कांप उठा, मेरे ओंठ थरथराने लगे; मेरी हड्डियां सड़ने लगीं, और मैं खड़े खड़े कांपने लगा। मैं शान्ति से उस दिन की बाट जोहता रहूंगा जब दल बांध कर प्रजा चढ़ाई करे॥
प्रेरितों के काम 9:6
परन्तु अब उठकर नगर में जा, और जो कुछ करना है, वह तुझ से कहा जाएगा।
इब्रानियों 1:2
इन दिनों के अन्त में हम से पुत्र के द्वारा बातें की, जिसे उस ने सारी वस्तुओं का वारिस ठहराया और उसी के द्वारा उस ने सारी सृष्टि रची है।
कुलुस्सियों 1:17
और वही सब वस्तुओं में प्रथम है, और सब वस्तुएं उसी में स्थिर रहती हैं।
यहेजकेल 9:4
और यहोवा ने उस से कहा, इस यरूशलेम नगर के भीतर इधर उधर जा कर जितने मनुष्य उन सब घृणित कामों के कारण जो उस में किए जाते हैं, सांसें भरते और दु:ख के मारे चिल्लाते हैं, उनके माथों पर चिन्ह कर दे।
उत्पत्ति 1:1
आदि में परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की।