यिर्मयाह 25:2
यहोवा का जो वचन यिर्मयाह नबी के पास पहुंचा, और जिसे यिर्मयाह नबी ने सब यहूदियों और यरूशलेम के सब निवासियों कहा, वह यह है:
The which | אֲשֶׁ֨ר | ʾăšer | uh-SHER |
Jeremiah | דִּבֶּ֜ר | dibber | dee-BER |
the prophet | יִרְמְיָ֤הוּ | yirmĕyāhû | yeer-meh-YA-hoo |
spake | הַנָּבִיא֙ | hannābîʾ | ha-na-VEE |
unto | עַל | ʿal | al |
all | כָּל | kāl | kahl |
the people | עַ֣ם | ʿam | am |
Judah, of | יְהוּדָ֔ה | yĕhûdâ | yeh-hoo-DA |
and to | וְאֶ֛ל | wĕʾel | veh-EL |
all | כָּל | kāl | kahl |
the inhabitants | יֹשְׁבֵ֥י | yōšĕbê | yoh-sheh-VAY |
of Jerusalem, | יְרוּשָׁלִַ֖ם | yĕrûšālaim | yeh-roo-sha-la-EEM |
saying, | לֵאמֹֽר׃ | lēʾmōr | lay-MORE |