विलापगीत 2:18
वे प्रभु की ओर तन मन से पुकारते हैं! हे सिय्योन की कुमारी (की शहरपनाह), अपने आंसू रात दिन नदी की नाईं बहाती रह! तनिक भी विश्राम न ले, न तेरी आंख की पुतली चैन ले!
Their heart | צָעַ֥ק | ṣāʿaq | tsa-AK |
cried | לִבָּ֖ם | libbām | lee-BAHM |
unto | אֶל | ʾel | el |
the Lord, | אֲדֹנָ֑י | ʾădōnāy | uh-doh-NAI |
O wall | חוֹמַ֣ת | ḥômat | hoh-MAHT |
daughter the of | בַּת | bat | baht |
of Zion, | צִ֠יּוֹן | ṣiyyôn | TSEE-yone |
let tears | הוֹרִ֨ידִי | hôrîdî | hoh-REE-dee |
run down | כַנַּ֤חַל | kannaḥal | ha-NA-hahl |
river a like | דִּמְעָה֙ | dimʿāh | deem-AH |
day | יוֹמָ֣ם | yômām | yoh-MAHM |
and night: | וָלַ֔יְלָה | wālaylâ | va-LA-la |
give | אַֽל | ʾal | al |
thyself no | תִּתְּנִ֤י | tittĕnî | tee-teh-NEE |
rest; | פוּגַת֙ | pûgat | foo-ɡAHT |
not let | לָ֔ךְ | lāk | lahk |
the apple | אַל | ʾal | al |
of thine eye | תִּדֹּ֖ם | tiddōm | tee-DOME |
cease. | בַּת | bat | baht |
עֵינֵֽךְ׃ | ʿênēk | ay-NAKE |