विलापगीत 2:20
हे यहोवा दृष्टि कर, और ध्यान से देख कि तू ने यह सब दु:ख किस को दिया है? क्या स्त्रियां अपना फल अर्थात अपनी गोद के बच्चों को खा डालें? हे प्रभु, क्या याजक और भविष्यद्वक्ता तेरे पवित्रस्थान में घात किए जएं?
Behold, | רְאֵ֤ה | rĕʾē | reh-A |
O Lord, | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
and consider | וְֽהַבִּ֔יטָה | wĕhabbîṭâ | veh-ha-BEE-ta |
to whom | לְמִ֖י | lĕmî | leh-MEE |
done hast thou | עוֹלַ֣לְתָּ | ʿôlaltā | oh-LAHL-ta |
this. | כֹּ֑ה | kō | koh |
Shall the women | אִם | ʾim | eem |
eat | תֹּאכַ֨לְנָה | tōʾkalnâ | toh-HAHL-na |
their fruit, | נָשִׁ֤ים | nāšîm | na-SHEEM |
children and | פִּרְיָם֙ | piryām | peer-YAHM |
of a span long? | עֹלֲלֵ֣י | ʿōlălê | oh-luh-LAY |
shall the priest | טִפֻּחִ֔ים | ṭippuḥîm | tee-poo-HEEM |
prophet the and | אִם | ʾim | eem |
be slain | יֵהָרֵ֛ג | yēhārēg | yay-ha-RAɡE |
in the sanctuary | בְּמִקְדַּ֥שׁ | bĕmiqdaš | beh-meek-DAHSH |
of the Lord? | אֲדֹנָ֖י | ʾădōnāy | uh-doh-NAI |
כֹּהֵ֥ן | kōhēn | koh-HANE | |
וְנָבִֽיא׃ | wĕnābîʾ | veh-na-VEE |