विलापगीत 2:7
यहोवा ने अपनी वेदी मन से उतार दी, और अपना पवित्रस्थान अपमान के साथ तज दिया है; उसके भवनों की भीतों को उसने शत्रुओं के वश में कर दिया; यहोवा के भवन में उन्होंने ऐसा कोलाहल मचाया कि मानो नियत वर्ष का दिन हो।
The Lord | זָנַ֨ח | zānaḥ | za-NAHK |
hath cast off | אֲדֹנָ֤י׀ | ʾădōnāy | uh-doh-NAI |
altar, his | מִזְבְּחוֹ֙ | mizbĕḥô | meez-beh-HOH |
he hath abhorred | נִאֵ֣ר | niʾēr | nee-ARE |
sanctuary, his | מִקְדָּשׁ֔וֹ | miqdāšô | meek-da-SHOH |
he hath given up | הִסְגִּיר֙ | hisgîr | hees-ɡEER |
hand the into | בְּיַד | bĕyad | beh-YAHD |
of the enemy | אוֹיֵ֔ב | ʾôyēb | oh-YAVE |
walls the | חוֹמֹ֖ת | ḥômōt | hoh-MOTE |
of her palaces; | אַרְמְנוֹתֶ֑יהָ | ʾarmĕnôtêhā | ar-meh-noh-TAY-ha |
made have they | ק֛וֹל | qôl | kole |
a noise | נָתְנ֥וּ | notnû | note-NOO |
house the in | בְּבֵית | bĕbêt | beh-VATE |
of the Lord, | יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA |
day the in as | כְּי֥וֹם | kĕyôm | keh-YOME |
of a solemn feast. | מוֹעֵֽד׃ | môʿēd | moh-ADE |