लैव्यवस्था 17:11
क्योंकि शरीर का प्राण लोहू में रहता है; और उसको मैं ने तुम लोगों को वेदी पर चढ़ाने के लिये दिया है, कि तुम्हारे प्राणों के लिये प्रायश्चित्त किया जाए; क्योंकि प्राण के कारण लोहू ही से प्रायश्चित्त होता है।
For | כִּ֣י | kî | kee |
the life | נֶ֣פֶשׁ | nepeš | NEH-fesh |
of the flesh | הַבָּשָׂר֮ | habbāśār | ha-ba-SAHR |
blood: the in is | בַּדָּ֣ם | baddām | ba-DAHM |
and I | הִוא֒ | hiw | heev |
given have | וַֽאֲנִ֞י | waʾănî | va-uh-NEE |
it to you upon | נְתַתִּ֤יו | nĕtattîw | neh-ta-TEEOO |
altar the | לָכֶם֙ | lākem | la-HEM |
to make an atonement | עַל | ʿal | al |
for | הַמִּזְבֵּ֔חַ | hammizbēaḥ | ha-meez-BAY-ak |
your souls: | לְכַפֵּ֖ר | lĕkappēr | leh-ha-PARE |
for | עַל | ʿal | al |
it | נַפְשֹֽׁתֵיכֶ֑ם | napšōtêkem | nahf-shoh-tay-HEM |
blood the is | כִּֽי | kî | kee |
that maketh an atonement | הַדָּ֥ם | haddām | ha-DAHM |
for the soul. | ה֖וּא | hûʾ | hoo |
בַּנֶּ֥פֶשׁ | bannepeš | ba-NEH-fesh | |
יְכַפֵּֽר׃ | yĕkappēr | yeh-ha-PARE |